देवघर पर्यटन: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 46: | Line 46: | ||
|शोध= | |शोध= | ||
}} | }} | ||
==संबंधित लेख== | |||
{{झारखण्ड के पर्यटन स्थल}} | |||
[[Category:झारखण्ड]] [[Category:झारखण्ड के पर्यटन स्थल]] [[Category:देवघर के पर्यटन स्थल]] [[Category:पर्यटन कोश]] | [[Category:झारखण्ड]] [[Category:झारखण्ड के पर्यटन स्थल]] [[Category:देवघर के पर्यटन स्थल]] [[Category:पर्यटन कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
Revision as of 08:41, 23 September 2010
देवघर | देवघर पर्यटन | देवघर ज़िला |
झारखंड कुछ प्रमुख तीर्थस्थानों का केंद्र है जिनका ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्व है। इन्हीं में से एक स्थान है देवघर। यह स्थान संथाल परगना के अंतर्गत आता है। देवघर शांति और भाईचारे का प्रतीक है। यहाँ पर कई पर्यटन स्थल है जो इस प्रकार है:-
पर्यटन स्थल
[[चित्र:Vaidyanath-Temple.jpg|वैद्यनाथ मन्दिर, देवघर
Vaidyanath Temple, Deogarh|thumb]]
वैद्यनाथ धाम
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- ज्योतिर्लिंगों की गणना में श्री वैद्यनाथ शिवलिंग का नौवाँ स्थान बताया गया है।
- भगवान श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग का मन्दिर जिस स्थान पर अवस्थित है, उसे वैद्यनाथधाम कहा जाता है।
- यह स्थान झारखण्ड प्रान्त, पूर्व में बिहार प्रान्त के सन्थाल परगना के दुमका नामक जनपद में पड़ता है।
वासुकीनाथ मन्दिर
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- वासुकीनाथ अपने शिव मंदिर के लिए जाना जाता है।
- बैद्यनाथ मंदिर की यात्रा तब तक अधूरी मानी जाती है जब तक वासुकीनाथ में दर्शन नहीं किए जाते।
- यह मंदिर देवघर से 45.20 किमी. दूर स्थित हिन्दुओं का यह तीर्थ स्थल दुमका ज़िले में स्थित है।
बैजू मंदिर
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- बाबा वैद्यनाथ मंदिर परिसर के पश्चिम में देवघर के मुख्य बाजार में तीन और मंदिर भी हैं।
- इन्हें बैजू मंदिर के नाम से जाना जाता है।
त्रिकुट
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- देवघर से 16 किमी. दूर दुमका रोड पर एक खूबसूरत पर्वत त्रिकूट स्थित है।
- इस पहाड़ पर बहुत सारी गुफाएं और झरनें हैं।
नौलखा मंदिर
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- देवघर के बाहरी हिस्से में स्थित यह मंदिर अपने वास्तुशिल्प की खूबसूरती के लिए जाना जाता है।
- इस मंदिर का निर्माण बालानंद ब्रह्मचारी के एक अनुयायी ने किया था।
नंदन पहाड़
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- इस पर्वत की महत्ता यहाँ बने मंदिरों के झुंड के कारण है।
- जो विभिन्न भगवानों को समर्पित हैं।
सत्संग आश्रम
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- ठाकुर अनुकूलचंद्र के अनुयायियों के लिए यह स्थान धार्मिक आस्था का प्रतीक है।
- सर्व धर्म मंदिर के अलावा यहाँ पर एक संग्रहालय और चिड़ियाघर भी है।
|
|
|
|
|
संबंधित लेख