File:Holi Barsana Mathura 5.jpg: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
(Importing image file) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{चित्र सूचना | |||
|विवरण=[[होली]], [[राधा रानी मंदिर बरसाना|राधा रानी मंदिर]], [[बरसाना]] <br /> Holi, Radha Rani Temple, Barsana | |||
|चित्रांकन= | |||
|दिनांक=वर्ष - 2010 | |||
|स्रोत= | |||
|प्रयोग अनुमति=[[:bd:ब्रज डिस्कवरी:कॉपीराइट|© brajdiscovery.org]] | |||
|चित्रकार= | |||
|उपलब्ध= | |||
|प्राप्ति स्थान= | |||
|समय-काल= | |||
|संग्रहालय क्रम संख्या= | |||
|आभार= | |||
|आकार= | |||
|अन्य विवरण=बरसाने में होली का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। बरसाना में लट्ठमार होली की शुरुआत सोलहवीं शताब्दी में हुई थी। तब से बरसाना में यह परंपरा यूं ही निभाई जा रही है, जिसके अनुसार [[बसंत पंचमी]] के दिन मंदिर में होली का डांढ़ा गड़ जाने के बाद हर शाम गोस्वामी समाज के लोग [[धमार]] गायन करते हैं। | |||
}} | |||
__INDEX__ |
Revision as of 10:48, 19 November 2010
विवरण (Description) | होली, राधा रानी मंदिर, बरसाना Holi, Radha Rani Temple, Barsana |
दिनांक (Date) | वर्ष - 2010 |
प्रयोग अनुमति (Permission) | © brajdiscovery.org |
अन्य विवरण | बरसाने में होली का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। बरसाना में लट्ठमार होली की शुरुआत सोलहवीं शताब्दी में हुई थी। तब से बरसाना में यह परंपरा यूं ही निभाई जा रही है, जिसके अनुसार बसंत पंचमी के दिन मंदिर में होली का डांढ़ा गड़ जाने के बाद हर शाम गोस्वामी समाज के लोग धमार गायन करते हैं। |
File history
फ़ाइल पुराने समय में कैसी दिखती थी यह जानने के लिए वांछित दिनांक/समय पर क्लिक करें।
Date/Time | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | Dimensions | User | Comment | |
---|---|---|---|---|---|
current | 15:42, 19 March 2010 | ![]() | 2,240 × 1,488 (2.07 MB) | Maintenance script (talk | contribs) | Importing image file |
You cannot overwrite this file.
File usage
The following 3 pages use this file: