Revision as of 16:47, 10 January 2012 by प्रकाश बादल(talk | contribs)('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Ajey.JPG |चि...' के साथ नया पन्ना बनाया)
अगली उड़ान में शिफ्ट कर दिया जाएगा
‘पथ परिवहन निगम’ का स्टाफ
केवल नीला टेंकर एक ‘बॉर्डर रोड्स’ का
रेंगता रहेगा छक छक छक
सुबह शाम
और कुछ टेक्सियाँ
तान्दी पुल – पचास रुपये
स्तींगरी – पचास रुपये
भला हो बोर्डर रोड्स का
पहले तो इतना भी न था
सोई रहतीं थीं सड़कें , चुपचाप
बरफ के नीचे
मौसम खुलने की प्रतीक्षा में
और पब्लिक भी