सरुतरु

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 14:15, 6 March 2012 by व्यवस्थापन (talk | contribs) (Text replace - " सन " to " सन् ")
Jump to navigation Jump to search
चित्र:Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"
  • सरुतरु मेघालय राज्य में शिलांग के पठार पर गुवाहाटी से 25 किमी दक्षिण-पूर्व में ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक नदी दिगारु के तट पर स्थित है।
  • इस स्थल का उत्खनन सन् 1967 ई. से 1973 ई. के मध्य किया गया।
  • सरुतरु पर एक छोटी पहाड़ी पर चट्टान की गलन से उत्पन्न मिट्टी का जमाव पाया गया है। जिसकी परत पर लगभग 40 सेमी. मोटी नव-प्रस्तरकालीन आवासीय स्तर स्थित था। इस स्तर से स्लेट व बलुए पत्थर से बने नव-प्रस्तर उपकरण प्राप्त हुए हैं। इनमें प्रमुख प्रकार स्कन्धयुक्त व गोल मूँठ वाली कुल्हाड़ियाँ हैं।
  • इस स्थल से प्राप्त मृद्भाण्ड परम्परा दओजली-हैडिंग के समतुल्य ही है।
  • सरुतरु से समरकालीन अर्थव्यवस्था के सम्बन्ध में कोई प्रत्यक्ष प्रमाण प्राप्त नहीं हुए हैं।
  • सरुतरु से एक किमी की दूरी पर स्थित मरकडोला के उत्खनन के आधार पर इस क्षेत्र में नव-प्रस्तर परम्परा को प्रथम शताब्दी ई. तक प्रचलित माना जा सकता है। इसका आधार इस स्थल पर प्राप्त एक मीटर के आवासीय जमाव से प्राप्त मृद्भाण्ड हैं।
  • सरुतरु के निकट अरुणाचल प्रांत में मिशमी पर्वत की घाटी, नागालैण्ड का उत्तरी पर्वतीय क्षेत्र, मिज़ोरममणिपुर के उत्तरपूर्व के सीमांत प्रदेशों में भी नव-प्रस्तरकालीन उपकरण प्राप्त हुए हैं।



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः