रेशमी कंगूरों पर नर्म धूप सोयी। मौसम ने नस-नस में नागफनी बोयी! दोषों के खाते में कैसे लिख डालें गर अंगारे याचक बन पाँखुरियाँ माँग गए कच्चे रंगों से तसवीर बना डाली, हल्की बौछार पड़ी रंग हुए ख़ाली। कितनी है दूरी, पर, जाने क्या मजबूरी कि टीस के सफ़र की कई सीढ़ियाँ, फलाँग गए। खंड-खंड अपनापन टुकड़ों में जीना। फटे हुए कुर्ते-सा रोज़-रोज़ सीना। संबंधों के सूनेपन की अरगनियों में जगह-जगह अपना ही बौनापन टाँग गए!
अशोक चक्रधर · आलोक धन्वा · अनिल जनविजय · उदय प्रकाश · कन्हैयालाल नंदन · कमलेश भट्ट कमल · गोपालदास नीरज · राजेश जोशी · मणि मधुकर · शरद जोशी · प्रसून जोशी · कुमार विश्वास · डॉ. तुलसीराम · रमाशंकर यादव 'विद्रोही' · बागेश्री चक्रधर