अभिमान

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
  • 'काम', 'क्रोध', 'लोभ', 'मोह' और 'अहंकार' को हमारे पाँच विकारों में गिना जाता है।
  • इनमें अंतिम विकार अहंकार है, जिसे 'अभिमान' भी कहते हैं।
  • किसी व्यक्ति के पास जब कोई विशेष पदार्थ अथवा गुण आ जाए तो वह अपने आप को सबसे श्रेष्ठ समझने लगता है। इसे अभिमान कहते हैं।
  • अहंकार मनुष्य को पतन की ओर ले जाता है।
  • अहंकार के कई कारण होते हैं जैसे राजनीतिक सत्ता, संपत्ति, पदवी, ज्ञान, शिक्षा, सामाजिक प्रतिष्ठा, शारीरिक बल, सौंदर्य आदि।

अभिमान से सम्बन्धित कथा

  • शेख सादी लड़क पन में अपने पिता के साथ मक्का जा रहे थे।
  • वे जिस दल के साथ जा रहे थे, उसका नियम था-कि आधी रात को उठकर प्रार्थना करना।
  • एक दिन आधी रात के समय सादी और उनके पिता उठे।
  • शेख सादी और उसके पिता ने प्रार्थना की; परंतु दूसरे लोगों को सोते देखकर सादी ने पिता से कहा-'देखिये ये लोग कितने आलसी है, न उठते है, न प्रार्थना करते हैं।
  • पिता ने कड़े शब्दों में कहा अरे सादी बेटा तू भी न उठता तो अच्छा होता।
  • जल्दी उठकर दूसरों की निन्दा करने से तो न उठना ही ठीक था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः