ग्राउस

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 07:09, 17 July 2010 by गोविन्द राम (talk | contribs) ('*ग्राउस का पूरा नाम फेड्रिक सालमन ग्राउस (एफ़. एस. ग्र...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search
  • ग्राउस का पूरा नाम फेड्रिक सालमन ग्राउस (एफ़. एस. ग्राउस) है। ये पराधीन भारत में एक अंग्रेज सिविल अधिकारी थे।
  • ये मथुरा के ज़िलाधिकारी थे, और मथुरा के ज़िलाधीश के रूप में इनका कार्यकाल सन 1871 से 1877 ई॰ तक रहा।
  • ग्राउस का मथुरा विषयक ग्रन्थ 'मथुरा-ए-डिस्ट्रिक्ट मेमॉयर' प्रथम बार सन 1874 ई॰ में प्रकाशित हुआ। इस ग्रंथ में तत्कालीन मथुरा मंडल का बहुआयामी और बहु-उद्देशीय वर्णन मिलता है।

ग्राउस ने सन् 1872 में निकटस्थ पालिखेड़ा नामक स्थान से यहाँ की दूसरी महत्त्वपूर्ण प्रतिमा आसवपायी कुबेर को प्राप्त किया था । सन् 1888 से 91 तक डाक्टर फ्यूहरर ने लगातार कंकाली टीले की खुदाई कराई । पहले ही वर्ष में 737 से अधिक मूर्तियां मिलीं जो लखनऊ के राज्य संग्रहालय में भेज दी गयीं । सन् 1836 के बाद सन् 1909 तक फिर मथुरा की मूर्तियों को एकत्रित करने का कोई उल्लेखीनय प्रयास नहीं हुआ ।

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः