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भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
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1 श्रेणी समाजवाद समर्थन करता है?

एक व्यक्ति, दो मत
एक व्यक्ति, एक मत
एक व्यक्ति, जितने हित-उतने मत
उपर्युक्त में से कोई नहीं

2 निम्न में से कौन विकेंद्रित समाजवाद के प्रबल समर्थक थे? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-62,प्रश्न-65

जयप्रकाश नारायण
आचार्य नरेंद्र देव
डॉ. राम मनोहर लोहिया
आचार्य विनोबा भावे

3 "रक्त संबंध समाज को जन्म देता है और कालांतर में समाज राज्य को" यह कथन है- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-13,प्रश्न-52

लीकॉक का
मैकाइवर का
जैक्स का
गैटल का

4 वह अभिमत कि "प्रतिस्पर्धा संघर्ष और शोषण पर आधारित भौतिक प्रगति समाज को अमानवीयकरण की ओर ले जाती है"। किस विचारक से संबंधित है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-74,प्रश्न-60

कांट
रूसो
मार्क्स
एरिक फ्रॉम

5 समानता के उदारवादी विचार से निम्नलिखित में किस प्रकार की समानता अनुरूप नहीं है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-88,प्रश्न-27

कानूनी समानता
सामाजिक समानता
राजनीतिक समानता
आर्थिक समानता

6 इनमें से कौन राजनीतिक संस्कृति का संघटक नहीं है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-75,प्रश्न-71

आनुभविक विश्वास
व्यक्तिपरक हित
मूल्य अभिरुचियां
प्रभावी अनुक्रियाएं

7 लोक सभा में किसी विधेयक पर आम बहस किस स्तर पर होती है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-146,प्रश्न-58

विधेयक की प्रस्तुति के समय
द्वितीय वाचन के समय
तृतीय वाचन के समय
प्रतिवेदन स्तर पर

8 संघ लोक सेवा आयोग का प्रधान कौन होता है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-156,प्रश्न-116

एक राष्ट्रपति
एक अध्यक्ष
सर्वोच्च न्यायालय का एक न्यायाधीश
मंत्रिमंडल का एक मंत्री

9 समाजवादी विचार का संबंध है- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-63,प्रश्न-67

राजनीतिक समानता से
आर्थिक समानता से
शैक्षिक समानता से
सांस्कृतिक समानता से

10 "मंत्रिपरिषद जहाज रूपी शासन को चलाने वाला पहिया है।" यह किसने कहा है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-77,प्रश्न-81

मेरियट
लास्की
रैम्जे म्योर
बेजहाट

11 लाखों लोग मार्क्स को देवता के रूप में पूजते हैं और अन्य लाखों लोग एक दुष्ट के रूप में घृणा करते हैं", यह कथन किसका है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-58,प्रश्न-41

मैक्सी
सेबाइन
कार्ल पॉपर
ऑकशाट

12 फ़ेबियन समाजवाद समर्थक नहीं था- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-60,प्रश्न-52

उग्र परिवर्तनों का
म्यूनिसिपल सुधारों का
अविलंब सामाजिक पुन: संरचना का
मजदूरों के आंदोलन का

13 राज्य के कार्यों की परंपरागत विचारधारा के अनुसार अनिवार्य तथा ऐच्छिक दो भागों में बांटा गया है लेकिन वर्तमान समय में समय की अवधारणा के अनुसार अनिवार्य और ऐच्छिक का भेद समाप्त है तथा समस्त कार्य अनिवार्य ही माने जा रहे हैं।(नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-13,प्रश्न-53

लोक कल्याणकारी राज्य
अनिवार्य सेवा राज्य
लोकतांत्रिक राज्य
आदर्शवादी राज्य

14 "इतिहास कुलीन वर्गों का श्मशान है।" यह कथन किस विचारक का है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-74,प्रश्न-61

प्लेटो
पैरेटो
मोस्का
बर्नहम

15 यह कथन किसका है "ईश्वर जिसने हमें जन्म दिया उसी ने स्वतंत्रता भी प्रदान की"? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-88,प्रश्न-28

गांधीजी
लास्की
मिल
जेफरसन

16 इनमें से कौन राजनीतिक व्यवस्था का लक्षण नहीं है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-75,प्रश्न-72

राजनीतिक व्यवस्था के अंग एक-दूसरे पर निर्भर नहीं होते।
राजनीतिक व्यवस्था की सीमा होती है।
राजनीतिक व्यवस्था का पर्यावरण होता है।
राजनीतिक व्यवस्था का वैध बाह्मकारी शक्ति होती है।

17 लोक लेखा-समिति अपना प्रतिवेदन सौंपती है- (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-146,प्रश्न-59

राष्ट्रपति को
प्रधानमंत्री को
लोक सभा को
वित्त मंत्री को

18 इनमें से कौन-सा तथ्य संघ लोक सेवा आयोग के सदस्यों के संदर्भ में सत्य नहीं है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-157,प्रश्न-117

वे राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त होते हैं
उनकी नियुक्ति 6 वर्ष या जब तक वे 65 वर्ष के हों, जो भी पहले हो, के लिए होती है
वे प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त होते हैं
वे निष्पक्ष होते हैं

19 विश्व में प्रथम समाजवादी राज्य की स्थापना कहां हुई थी? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-63,प्रश्न-68

चीन में
सोवियत संघ में
क्यूबा में
चेकोस्लोवालिया में

20 "समाज की उन्नति के लिए 'विज्ञान की प्रबुद्ध तानाशाही" आवश्यक है।" निम्नलिखित विचारकों में से किसका कथन है? (नागरिक शास्त्र ,पृ.सं-77,प्रश्न- 82

फ्रांसिस बेकन
ज्यां जाक रूसो
ल्यूकाच
सी.बी. मैक्फर्सन