Revision as of 05:32, 1 November 2023 by रविन्द्र प्रसाद(talk | contribs)(''''अरसिक''' (विशेषण) [न. त.] ::1. रूखा, रसहीन, फीका बिना स्वा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
2. भावना या स्वाद से विरहित, मन्द, काव्यादि का रस लेने में असमर्थ, कविता के मर्म को न जानने वाला,-अरसिकेषु अराग, अरागिन् कवित्वनिवेदनं शिरसि मा लिख, मा लिख, मा लिख-उद्भट. ।[1]