रुधिर वाहिनियाँ

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रक्त वाहिनियाँ शरीर में रक्त के परिसंचरण तंत्र का प्रमुख भाग होती हैं। इनके द्वारा शरीर में रक्त का परिवहन होता है।

प्रकार

रुधिर वाहिनियाँ तीन प्रकार की होती है—

धमनियाँ

ये वे रुधिर वाहिनियाँ हैं जो रुधिर को ह्रदय से शरीर के विभिन्न अंगों की ओर ले जाती हैं। पल्मोनरी धमनी के अतिरिक्त इनमें शुद्ध रुधिर बहता है।

शिराएँ

ये वे रुधिर वाहिनियाँ हैं जो रुधिर को विभिन्न अंगों से ह्रदय की ओर वापस ले जाती हैं। पल्मोनरी शिराओं के अतिरिक्त इनमें अशुद्ध रुधिर बहता है।

केशिकाएँ

ये धमनियों और शिराओं को आपस में जोड़ने वाली सूक्ष्म वाहिनियाँ हैं, जिनका शरीर के विभिन्न अंगोंऊतकों में जाल बिछा रहता है।

संरचना

रुधिर वाहिनियों की भित्तियों में तीन स्तर होते हैं—

बाह्य स्तर या ट्यूनिका एक्सटर्ना

यह संयोजी ऊतक की बनी होती है। इसमें अनुदैर्घ्य अरेखित पेशी तन्तु, कुछ लचीले तन्त्र व तन्त्रिका पड़े रहते हैं।

मध्य स्तर या ट्यूनिका मीडिया

यह वर्तुल–अरेखित पेशियों और इलास्टिन तन्तुओं के जाल से बना मध्यवर्ती स्तर होता है।

अन्तःस्तर या ट्यूनिका इन्टर्ना

यह चपटी एवं बहुभुजी एण्डोथीलियल कोशिकाओं का बना भीतरी स्तर होता है।

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