Difference between revisions of "कला-संस्कृति और धर्म सामान्य ज्ञान 218"
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||वास चित्रकला ग्रीक पेंटिंग का एक विशेष रूप है। इस [[चित्रकला]] में फूलदान का अप्रतिम चित्रण होता है। | ||वास चित्रकला ग्रीक पेंटिंग का एक विशेष रूप है। इस [[चित्रकला]] में फूलदान का अप्रतिम चित्रण होता है। | ||
− | {[[भीमबेटका गुफ़ाएँ|भीमबेटका]] की खोज कब हुई थीं? | + | {[[भीमबेटका गुफ़ाएँ|भीमबेटका]] की खोज कब हुई थीं? |
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||विष्णु श्रीधर वाकड़कर ने भीमबेटका के प्रागैतिहासिक चित्रों का सर्वप्रथम वर्ष [[1958]] में पता लगाया। यहां 500 वर्गमील के क्षेत्र में 30 पर्वतश्रेणियाँ अवस्थित हैं जिनकी समुद्रतल से ऊंचाई 1345 फीट (420 मी.) से 2000 फीट (600 मी.) तक है। इन्हीं के ऊपर एक ट्रिगनोमैट्रिक स्टेशन स्थापित किया गया था, जहां गत शताब्दी में सर्वेक्षण किए गए थे। इन पर्वतश्रेणियों की शिलाएं बकुआ पत्थर की हैं।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[भीमबेटका गुफ़ाएँ|भीमबेटका]] | ||विष्णु श्रीधर वाकड़कर ने भीमबेटका के प्रागैतिहासिक चित्रों का सर्वप्रथम वर्ष [[1958]] में पता लगाया। यहां 500 वर्गमील के क्षेत्र में 30 पर्वतश्रेणियाँ अवस्थित हैं जिनकी समुद्रतल से ऊंचाई 1345 फीट (420 मी.) से 2000 फीट (600 मी.) तक है। इन्हीं के ऊपर एक ट्रिगनोमैट्रिक स्टेशन स्थापित किया गया था, जहां गत शताब्दी में सर्वेक्षण किए गए थे। इन पर्वतश्रेणियों की शिलाएं बकुआ पत्थर की हैं।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[भीमबेटका गुफ़ाएँ|भीमबेटका]] | ||
− | {[[बाघ की गुफ़ाएँ|बाघ गुफ़ाओं]] को किस रूप में जाना जाता है? | + | {[[बाघ की गुफ़ाएँ|बाघ गुफ़ाओं]] को किस रूप में जाना जाता है? |
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-रंग महल के रूप में | -रंग महल के रूप में | ||
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||बाघ गुफाओं को उपर्युक्त में से किसी नाम से नहीं जाना जाता है किंतु गुफा संख्या 1 को गृह गुफा, गुफा संख्या 2 को पंच-पांडव गुफा तथा सबसे महत्त्वपूर्ण गुफा संख्या 4 को रंग महल के रूप में जाना जाता है। {{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[बाघ की गुफ़ाएँ|बाघ गुफ़ाओं]] | ||बाघ गुफाओं को उपर्युक्त में से किसी नाम से नहीं जाना जाता है किंतु गुफा संख्या 1 को गृह गुफा, गुफा संख्या 2 को पंच-पांडव गुफा तथा सबसे महत्त्वपूर्ण गुफा संख्या 4 को रंग महल के रूप में जाना जाता है। {{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[बाघ की गुफ़ाएँ|बाघ गुफ़ाओं]] | ||
− | {'पाल शैली' के चित्र कहाँ होते हैं? | + | {'पाल शैली' के चित्र कहाँ होते हैं? |
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+पोथियों में | +पोथियों में | ||
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||'पाल शैली' के अंतर्गत प्रारंभ में ताल-पत्र और बाद में काग़ज़ पर बनाए जाने वाले चित्रों में बज्रयान [[बौद्ध धर्म]] के दृश्य चित्रित हैं। इस शैली के अधिकांश चित्र पोथियों में ही प्राप्त होते हैं। इस शैली के जो स्फुट चित्र प्राप्त हुए हैं, वे बंगाल के पट चित्र हैं। | ||'पाल शैली' के अंतर्गत प्रारंभ में ताल-पत्र और बाद में काग़ज़ पर बनाए जाने वाले चित्रों में बज्रयान [[बौद्ध धर्म]] के दृश्य चित्रित हैं। इस शैली के अधिकांश चित्र पोथियों में ही प्राप्त होते हैं। इस शैली के जो स्फुट चित्र प्राप्त हुए हैं, वे बंगाल के पट चित्र हैं। | ||
− | {[[मध्य प्रदेश]] सरकार ने किस कलाकार को [[कालिदास सम्मान]] से सम्मानित किया? | + | {[[मध्य प्रदेश]] सरकार ने किस कलाकार को [[कालिदास सम्मान]] से सम्मानित किया? |
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-गुलाम शेख़ | -गुलाम शेख़ |
Revision as of 11:51, 2 November 2017
samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan
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- REDIRECTsaancha:nila band kala praangan, kala kosh, sanskriti praangan, sanskriti kosh, dharm praangan, dharm kosh
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