Difference between revisions of "पश्चिम बंगाल के उद्योग"
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[[पश्चिम बंगाल]] में वर्ष [[2007]] में, उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 3677.51 करोड़ रुपए की निवेश वाली 96 परियोजनाएं शुरू की गईं। इसके अतिरिक्त हलदिया पेट्रो केमिकल्स की 34 अधोगामी परियोजनाओं में 160.15 करोड़ रु. का निवेश किया गया है और इस प्रकार कुल निवेश 3837.66 करोड़ रु. हो गया है। यह अपेक्षित है कि 150 यूनिट की कुल संख्या के साथ 4014.84 करोड़ रु. का कुल निवेश 2007 के अंत तक राज्य में कार्यान्वित किया जाएगा और कार्यान्वित परियोजनाओं की पूरी जानकारी उपलब्ध होगी। | [[पश्चिम बंगाल]] में वर्ष [[2007]] में, उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 3677.51 करोड़ रुपए की निवेश वाली 96 परियोजनाएं शुरू की गईं। इसके अतिरिक्त हलदिया पेट्रो केमिकल्स की 34 अधोगामी परियोजनाओं में 160.15 करोड़ रु. का निवेश किया गया है और इस प्रकार कुल निवेश 3837.66 करोड़ रु. हो गया है। यह अपेक्षित है कि 150 यूनिट की कुल संख्या के साथ 4014.84 करोड़ रु. का कुल निवेश 2007 के अंत तक राज्य में कार्यान्वित किया जाएगा और कार्यान्वित परियोजनाओं की पूरी जानकारी उपलब्ध होगी। | ||
− | *पश्चिम बंगाल राज्य में 2007 के दौरान कार्यान्वित सबसे महत्वपूर्ण परियोजना | + | *पश्चिम बंगाल राज्य में 2007 के दौरान कार्यान्वित सबसे महत्वपूर्ण परियोजना जय बालाजी इंडस्ट्री लि. द्वारा 153.73 करोड़ रु. की केप्टिव विद्युत संयंत्र परियोजना है जो समेकित इस्पात संयंत्र है। |
− | + | *हुगली मेट कोप और विद्युत कंपनी लि., 140 करोड़ रु. की लागत से मैट नर्जिकल कोक एण्ड पावर प्लांट, अम्बुजा सीमेंट लि. 165 करोड़ रु. की विशाल विस्तार परियोजना, फरक्का, [[मुर्शिदाबाद]] और आई.ओ.सी.एल. 154.36 करोड़ रु. वाली विस्तार परियोजना पूर्वी मेदिनीपुर में की जानी है। छोटे इस्पात संयंत्र, स्पंज आयरन, ढ़लाई वाला पिग आयरन आदि में भारी निवेश किया गया है। | |
− | *हुगली मेट कोप और विद्युत कंपनी लि., 140 करोड़ रु. की लागत से मैट नर्जिकल कोक एण्ड पावर प्लांट, | ||
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*बिजली की आसानी से उपलब्धता, मालभाड़ा साम्यता को हटाने, उद्योग के लिए प्राकृतिक संसाधनों के पास स्थित होने तथा श्रमिक बल के पारंपरिक रूप से लौह और इस्पात इकाइयों में दक्षता पाए जाने के कारण इस क्षेत्र के निवेश में वृद्धि हुई है। हाल के वर्षों में सीमेंट उद्योग में निवेश भी बढ़ गया है। | *बिजली की आसानी से उपलब्धता, मालभाड़ा साम्यता को हटाने, उद्योग के लिए प्राकृतिक संसाधनों के पास स्थित होने तथा श्रमिक बल के पारंपरिक रूप से लौह और इस्पात इकाइयों में दक्षता पाए जाने के कारण इस क्षेत्र के निवेश में वृद्धि हुई है। हाल के वर्षों में सीमेंट उद्योग में निवेश भी बढ़ गया है। | ||
− | *जनवरी से | + | *[[जनवरी]] से [[अगस्त]] 2007 के दौरान 34 हलदिया पेट्रो केमिकल्स लि. अधोगामी इकाइयों में 160.15 करोड़ रु. का निवेश किया गया है। ये इकाइयां अधिकांशत: निर्माण प्लास्टिक मदों में संलग्न हैं जैसे- बाल्टियां पात्र, मोल्डीड फर्नीचर, बैटरी के पात्र, नायलॉन की जालियां, घरेलू सामान आदि। |
पश्चिम बंगाल राज्य सरकार ने ऑटो मोबाइल क्षेत्र में भी सशक्त अवसर दे रखे हैं। इस क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए विशिष्ट नीतिगत कार्यक्रमों को लागू किया गया है। | पश्चिम बंगाल राज्य सरकार ने ऑटो मोबाइल क्षेत्र में भी सशक्त अवसर दे रखे हैं। इस क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए विशिष्ट नीतिगत कार्यक्रमों को लागू किया गया है। | ||
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पश्चिम बंगाल में किए गए कुल निवेश में से अधिकतम निवेश इस्पात और विद्युत क्षेत्र में होगा। राज्य में उच्च सम्भावना निवेशक सेल ने कुलटी, बनपुर और दुर्गापुर में इस्पात उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए 20,000 करोड़ रु. के निवेश की योजना घोषित की है। इसके बाद एल एण्ड टी पावर डेवलपमेंट का स्थान है, जिसमें विद्युत उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए हलदिया में 20,000 करोड़ रु. की योजना बनाई है। | पश्चिम बंगाल में किए गए कुल निवेश में से अधिकतम निवेश इस्पात और विद्युत क्षेत्र में होगा। राज्य में उच्च सम्भावना निवेशक सेल ने कुलटी, बनपुर और दुर्गापुर में इस्पात उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए 20,000 करोड़ रु. के निवेश की योजना घोषित की है। इसके बाद एल एण्ड टी पावर डेवलपमेंट का स्थान है, जिसमें विद्युत उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए हलदिया में 20,000 करोड़ रु. की योजना बनाई है। | ||
− | राज्य सरकार ने औद्योगिक निवेश द्वारा तीव्र आर्थिक विकास की आवश्यता को पहचाना है। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश और इस क्षेत्र में राष्ट्रीय वृद्धि 30 प्रतिशत की तुलना में निर्यात की वृद्धि में 48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। [[कोलकाता]] में लगभग 45000 व्यावसायिकों को शामिल करते हुए 250 सूचना प्रौद्योगिकी और सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवाओं की कंपनियां कार्यरत थीं। सॉल्ट लेक के सेक्टर 5 में सूचना प्रौद्योगिकी केन्द्र भारत का प्रथमपूर्णत: समेकित इलेक्ट्रॉनिक कॉम्प्लेक्स है जो हवाई अड्डे के पास प्रदूषण मुक्त 150 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में फैला हुआ है। | + | राज्य सरकार ने औद्योगिक निवेश द्वारा तीव्र आर्थिक विकास की आवश्यता को पहचाना है। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश और इस क्षेत्र में राष्ट्रीय वृद्धि 30 प्रतिशत की तुलना में निर्यात की वृद्धि में 48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। [[कोलकाता]] में लगभग 45000 व्यावसायिकों को शामिल करते हुए 250 सूचना प्रौद्योगिकी और सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवाओं की कंपनियां कार्यरत थीं। सॉल्ट लेक के सेक्टर 5 में सूचना प्रौद्योगिकी केन्द्र भारत का प्रथमपूर्णत: समेकित इलेक्ट्रॉनिक कॉम्प्लेक्स है जो हवाई अड्डे के पास [[प्रदूषण]] मुक्त 150 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में फैला हुआ है। |
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Latest revision as of 06:27, 19 July 2012
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[[chitr:Occupation-In-West-Bengal.jpg|thumb|250px|kary karate hue karigar, pashchim bangal]] pashchim bangal mean varsh 2007 mean, upalabhdh aank doan ke anusar 3677.51 karo d rupe ki nivesh vali 96 pariyojanaean shuroo ki geean. isake atirikt haladiya petro kemikalhs ki 34 adhogami pariyojanaoan mean 160.15 karo d ru. ka nivesh kiya gaya hai aur is prakar kul nivesh 3837.66 karo d ru. ho gaya hai. yah apekshit hai ki 150 yoonit ki kul sankhhya ke sath 4014.84 karo d ru. ka kul nivesh 2007 ke aant tak rajhy mean karyanvit kiya jaega aur karyanvit pariyojanaoan ki poori janakari upalabhdh hogi.
- pashchim bangal rajhy mean 2007 ke dauran karyanvit sabase mahathvapoorn pariyojana jay balaji iandashtri li. dvara 153.73 karo d ru. ki keptiv vidyut sanyantr pariyojana hai jo samekit ishpat sanyantr hai.
- hugali met kop aur vidyut kanpani li., 140 karo d ru. ki lagat se mait narjikal kok enhd pavar phlaant, ambuja simeant li. 165 karo d ru. ki vishal vishtar pariyojana, pharakhka, murshidabad aur aee.o.si.el. 154.36 karo d ru. vali vishtar pariyojana poorvi medinipur mean ki jani hai. chhote ishpat sanyantr, shpanj ayaran, dhalaee vala pig ayaran adi mean bhari nivesh kiya gaya hai.
- bijali ki asani se upalabdhata, malabha da samhyata ko hatane, udyog ke lie prakritik sansadhanoan ke pas sthit hone tatha shramik bal ke paranparik roop se lauh aur ishpat ikaiyoan mean dakshata pae jane ke karan is kshetr ke nivesh mean vriddhi huee hai. hal ke varshoan mean simeant udyog mean nivesh bhi badh gaya hai.
- janavari se agast 2007 ke dauran 34 haladiya petro kemikalhs li. adhogami ikaiyoan mean 160.15 karo d ru. ka nivesh kiya gaya hai. ye ikaiyaan adhikaanshat: nirman phlastik madoan mean sanlaghn haian jaise- baltiyaan patr, molhdid pharnichar, baitari ke patr, nayal aaun ki jaliyaan, ghareloo saman adi.
pashchim bangal rajhy sarakar ne aauto mobail kshetr mean bhi sashakht avasar de rakhe haian. is kshetr mean nivesh ko akarshit karane ke lie vishishht nitigat karyakramoan ko lagoo kiya gaya hai.
pashchim bangal mean kie ge kul nivesh mean se adhikatam nivesh ishpat aur vidyut kshetr mean hoga. rajhy mean uchhch sambhavana niveshak sel ne kulati, banapur aur durgapur mean ishpat uthpadan kshamata ko badhane ke lie 20,000 karo d ru. ke nivesh ki yojana ghoshit ki hai. isake bad el enhd ti pavar devalapameant ka shthan hai, jisamean vidyut uthpadan kshamata ko badhane ke lie haladiya mean 20,000 karo d ru. ki yojana banaee hai.
rajhy sarakar ne audyogik nivesh dvara tivr arthik vikas ki avashyata ko pahachana hai. soochana praudyogiki kshetr mean nivesh aur is kshetr mean rashhtriy vriddhi 30 pratishat ki tulana mean niryat ki vriddhi mean 48 pratishat ki vriddhi huee hai. kolakata mean lagabhag 45000 vhyavasayikoan ko shamil karate hue 250 soochana praudyogiki aur soochana praudyogiki samarthit sevaoan ki kanpaniyaan karyarat thian. s aaulht lek ke sekhtar 5 mean soochana praudyogiki kenhdr bharat ka prathamapoornat: samekit ilekhtr aaunik k aaumhphlekhs hai jo havaee adde ke pas pradooshan mukht 150 ek d se adhik kshetraphal mean phaila hua hai.
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