अनृत

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अनृत (विशेषण) [न ऋतम् यस्य, न. त.]

1. जो सत्य न हो, झूठा, मिथ्या (शब्द)-तम् असत्यता, झूठ बोलना, धोखा, जालसाजी
2. कृषि (विप. 'सत्य') मनुस्मृति 4/5


सम.-वदनम्,-भाषणम,-आख्यानम् (न.) झूठ कहना, मिथ्या भाषण,-वादिन,-वाच् (विशेषण) झूठ बोलने वाला,-व्रत (विशेषण) अपने वचन या प्रतिज्ञा का पालन न करने वाला।[1]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 51 |

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