गंगालहरी (पद्माकर)

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चित्र:Disamb2.jpg गंगालहरी एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- गंगालहरी (बहुविकल्पी)

गंगालहरी हिंदी के प्रख्यात कवि पद्माकर की अंतिम रचना है।

  • अंतिम समय निकट जानकर कवि पद्माकर गंगा के तट पर निवास करने की दृष्टि से सात वर्ष कानपुर में रहे। इन्हीं दिनों उन्होंने 'गंगालहरी' की रचना की।
  • पद्माकर रचित 'गंगालहरी' में उनकी विरक्ति तथा भक्ति भावना अभिव्यक्त हुई है।


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