जे ग़रीब पर हित करैं -रहीम
जे ग़रीब पर हित करैं, हे रहीम बड़ लोग।
कहा सुदामा बापुरो, कृष्ण मिताई जोग॥
- अर्थ
जो ग़रीब का हित करते हैं वो बड़े लोग होते हैं। जैसे सुदामा कहते हैं कृष्ण की दोस्ती भी एक साधना है।
left|50px|link=चाह गई चिंता मिटी -रहीम|पीछे जाएँ | रहीम के दोहे | right|50px|link=जो रहीम गति दीप की -रहीम|आगे जाएँ |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख