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==पर्यटन आकर्षण==
==पर्यटन आकर्षण==
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1,986 मीटर की ऊँचाई पर स्थित मतिउल चोटी शहर के पूर्व में स्थित है और इसे यहाँ से आसानी से देखा जा सकता है। शहर के उत्तर में कारोल चोटी है, जो इस क्षेत्र की सबसे ऊँची चोटी है। सोलन अन्य हिल स्टेशनों, जैसे- कांडाघाट, [[कसौली]], [[चैल हिमाचल प्रदेश|चैल]] और [[दगशाई]] की सैर के लिये आधार शिविर के समान है। घने जंगलों, पहाड़ियों और पहाड़ों आदि के कारण इस क्षेत्र में अधिक निर्माण कार्य नहीं किया जा सका है।<ref name="aa"/> सोलन के प्रमुख पर्यटन के आकर्षण हैं-
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Latest revision as of 11:09, 15 June 2014

सोलन
विवरण 'सोलन' अपने ख़ूबसूरत प्राकृतिक स्थानों और पहाड़ों आदि के लिए प्रसिद्ध हिमाचल प्रदेश का शानदार पर्यटन स्थान है।
राज्य हिमाचल प्रदेश
भौगोलिक स्थिति समुद्र सतह से 1467 मीटर की ऊँचाई पर।
प्रसिद्धि पहाड़ी पर्यटन स्थल
कब जाएँ वर्ष में कभी भी
हवाई अड्डा चंडीगढ़
रेलवे स्टेशन कालका
क्या देखें शोलोनी देवी मंदिर, गोरखा फोर्ट, जाटोली शिव मंदिर आदि।
संबंधित लेख हिमाचल प्रदेश, शिमला


विशेष सोलन में मशरूम की कृषि बड़े पैमाने पर की जाती है, जिस कारण इसे 'भारत का मशरूम शहर' कहा जाता है।
अन्य जानकारी मूल रूप से सोलन एक औद्योगिक शहर है और कुछ विख्यात उद्योगों का घर है, जो इस जगह की अर्थव्यवस्था में योगदान देते हैं।

सोलन अपने ख़ूबसूरत प्राकृतिक स्थानों और पहाड़ों आदि के लिए प्रसिद्ध हिमाचल प्रदेश का शानदार स्थान है। यह स्थान "भारत का मशरूम शहर" भी कहा जाता है। सोलन के प्रमुख पर्यटन आकर्षण के अंतर्गत युंगडरुंग तिब्बती मठ, शोलोनी देवी मंदिर, गोरखा फोर्ट और जाटोली शिव मंदिर आदि आते हैं। पर्यटन आदि के लिए यह स्थान बहुत ही ख़ास है। सोलन का मौसम पूरे वर्ष सुहावना रहता है।

स्थिति

सोलन 'भारत के मशरूम शहर' के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मशरूम की खेती होती है। समुद्र सतह से 1467 मीटर की ऊँचाई पर स्थित सोलन अपने सुंदर दृश्यों के लिये जाना जाता है। संपूर्ण क्षेत्र घने जंगलों और ऊंचे पहाड़ों से घिरा हुआ है।[1]

इतिहास

कारोल पर्वत के शीर्ष के पास एक गुफ़ा है, जो लोक कथाओं के अनुसार वही गुफ़ा बताई जाती है, जहाँ भारतीय महाकाव्य महाभारत के पांडव उनके निर्वासन के दौरान रहे थे। ब्रिटिश सेना के विरुद्ध 1920 के आयरिश विद्रोह का गठन भी इस क्षेत्र में किया गया था, जिसके कारण इस स्थान को ऐतिहासिक महत्व प्राप्त हुआ है। ब्रिटिश द्वारा दो आयरिश सैनिकों की हत्या कर दिए जाने के कारण यह विद्रोह टूट गया जिसके बाद कई बागी सैनिकों को जेल भेज दिया गया।

पर्यटन आकर्षण

1,986 मीटर की ऊँचाई पर स्थित मतिउल चोटी शहर के पूर्व में स्थित है और इसे यहाँ से आसानी से देखा जा सकता है। शहर के उत्तर में कारोल चोटी है, जो इस क्षेत्र की सबसे ऊँची चोटी है। सोलन अन्य हिल स्टेशनों, जैसे- कांडाघाट, कसौली, चैल और दगशाई की सैर के लिये आधार शिविर के समान है। घने जंगलों, पहाड़ियों और पहाड़ों आदि के कारण इस क्षेत्र में अधिक निर्माण कार्य नहीं किया जा सका है।[1] सोलन के प्रमुख पर्यटन के आकर्षण हैं-

  1. युंगडरुंग तिब्बती मठ
  2. शोलोनी देवी मंदिर
  3. गोरखा फोर्ट
  4. जाटोली शिव मंदिर

औद्योगिक शहर

मूल रूप से सोलन एक औद्योगिक शहर है और कुछ विख्यात उद्योगों का घर है, जो इस जगह की अर्थव्यवस्था में योगदान देते हैं। यहाँ के कुछ प्रसिद्ध उद्योग 'हिमालय पाइप उद्योग', एचएफसीएल' और बा'यमेटल कंट्रोल्स लिमिटेड' आदि हैं।

कब जाएँ

सोलन का मौसम सालभर खुशनुमा रहता है। यात्री इस सुंदर स्थान की सैर साल में कभी भी कर सकते हैं।

कैसे पहुँचें

सोलन का निकटतम हवाई अड्डा चंडीगढ़ हवाई अड्डा है, जो 67 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह हवाई अड्डा सोलन को भारत के प्रमुख शहरों, जैसे- मुंबई, नई दिल्ली, श्रीनगर और जयपुर से जोड़ता है। वे यात्री जो रेल द्वारा सोलन पहुँचना चाहते हैं, उन्हें कालका स्टेशन तक अपनी टिकिट आरक्षित करनी चाहिए, जो सोलन से 44 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों, जैसे- मुंबई, कोलकाता, दिल्ली और अमृतसर से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। सड़क मार्ग से सोलन तक पहुँचने के लिए यात्री दिल्ली और चंडीगढ़ से निजी और राज्य परिवहन की बस द्वारा द्वारा यात्रा कर सकते हैं।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 1.2 सोलन, भारत का मशरूम शहर (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 26 जून, 2013।

संबंधित लेख