शिवगंगा: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
(One intermediate revision by one other user not shown)
Line 1: Line 1:
*शिवगंगा [[पूना]] से [[बंगलौर]] जाने वाली रेल-शाखा पर निदवंदा स्टेशन के निकट स्थित है।  
'''शिवगंगा''' [[तमिल नाडु]] राज्य का नगर है जो [[पूना]] से [[बंगलौर]] जाने वाली रेल-शाखा पर निदवंदा स्टेशन के निकट स्थित है।  
*यहाँ एक छोटा सा प्राचीन [[दुर्ग]] स्थित है।  
*यहाँ एक छोटा सा प्राचीन [[दुर्ग]] स्थित है।  
*जो इस स्थान का उल्लेखनीय स्मारक है। इसका सिंहद्वार चापाकार है।  
*जो इस स्थान का उल्लेखनीय स्मारक है। इसका सिंहद्वार चापाकार है।  
*यहाँ का मन्दिर जो कणाश्म (ग्रेनाइट) के चार स्तंभों पर आधृत था, 955 में चक्रवात से गिर गया था।  
*यहाँ का मन्दिर जो कणाश्म (ग्रेनाइट) के चार स्तंभों पर आधृत था, [[1955]] में [[चक्रवात]] से गिर गया था।  
*तत्पशचात् पुरातत्व विभाग ने मूल शिखर के समान ही एक नया शिखर बनाकर मन्दिर का जीर्णोद्धार किया था।  
*तत्पशचात् पुरातत्व विभाग ने मूल शिखर के समान ही एक नया शिखर बनाकर मन्दिर का जीर्णोद्धार किया था।  
*मंदिर के प्रांगण में भगवान [[राम]] के चरण चिन्ह अवस्थित हैं जिन्हें रामपदम् कहा जाता है।
*मंदिर के प्रांगण में भगवान [[राम]] के चरण चिन्ह अवस्थित हैं जिन्हें रामपदम् कहा जाता है।




{{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{तमिलनाडु के नगर}}
[[Category:तमिलनाडु]][[Category:तमिलनाडु के नगर]][[Category:तमिलनाडु के ऐतिहासिक नगर]][[Category:भारत के नगर]]
[[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:नया पन्ना अगस्त-2012]]
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 06:58, 29 October 2014

शिवगंगा तमिल नाडु राज्य का नगर है जो पूना से बंगलौर जाने वाली रेल-शाखा पर निदवंदा स्टेशन के निकट स्थित है।

  • यहाँ एक छोटा सा प्राचीन दुर्ग स्थित है।
  • जो इस स्थान का उल्लेखनीय स्मारक है। इसका सिंहद्वार चापाकार है।
  • यहाँ का मन्दिर जो कणाश्म (ग्रेनाइट) के चार स्तंभों पर आधृत था, 1955 में चक्रवात से गिर गया था।
  • तत्पशचात् पुरातत्व विभाग ने मूल शिखर के समान ही एक नया शिखर बनाकर मन्दिर का जीर्णोद्धार किया था।
  • मंदिर के प्रांगण में भगवान राम के चरण चिन्ह अवस्थित हैं जिन्हें रामपदम् कहा जाता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख