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| <quiz display=simple> | | <quiz display=simple> |
| { यह कौन-सा क़िला है? <br />
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| [[चित्र:Jaigarh-Fort-Jaipur.jpg|link=||300px]]
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| | type="()" }
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| + [[जयगढ़ क़िला जयपुर|जयगढ़ क़िला]], [[जयपुर]]
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| - [[नाहरगढ़ क़िला जयपुर|नाहरगढ़ क़िला]], [[जयपुर]]
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| - [[अम्बर क़िला जयपुर|अम्बर क़िला]], [[जयपुर]]
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| - [[आमेर का क़िला जयपुर|आमेर का क़िला]], [[जयपुर]]
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| {ये कौन हैं? <br />
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| [[चित्र:Dr.Bhimrao-Ambedkar-1.jpg|link=प्रयोग:Ruby|150px]]
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| | type="()" }
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| -[[जयप्रकाश नारायण]]
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| +[[भीमराव आम्बेडकर]]
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| -[[नेल्सन मंडेला]]
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| -[[बिधान चंद्र राय]]
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| ||भीमराव आम्बेडकर एक बहुजन राजनीतिक नेता, और एक बौद्ध पुनरुत्थानवादी भी थे। उन्हें बाबासाहेब के नाम से भी जाना जाता है। आम्बेडकर ने अपना सारा जीवन [[हिन्दू धर्म]] की चतुवर्ण प्रणाली, और भारतीय समाज में सर्वत्र व्याप्त जाति व्यवस्था के विरुद्ध संघर्ष में बिता दिया। हिन्दू धर्म में मानव समाज को चार वर्णों में वर्गीकृत किया है। उन्हें [[बौद्ध]] महाशक्तियों के दलित आंदोलन को प्रारंभ करने का श्रेय भी जाता है। आम्बेडकर को भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया है जो [[भारत]] का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[भीमराव आम्बेडकर]]
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| {यह कौन-सा मन्दिर है? <br />
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| [[चित्र:Brihadeeshwara-Temple-Tanjore.jpg|link=||250px]]
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| | type="()" }
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| -दुर्गा मन्दिर, [[ऐहोल]]
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| +बृहदेश्वर मन्दिर, [[तंजौर]]
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| -[[जगन्नाथ मन्दिर पुरी|जगन्नाथ मन्दिर]], [[पुरी]]
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| -[[इस्कॉन मन्दिर बेंगळूरू|इस्कॉन मन्दिर]] , [[बेंगळूरू]]
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| ||तंजौर चोल शासक राजराज (985-1014ई.) द्वारा निर्मित भव्य वृहदेश्वर मन्दिर के लिए प्रसिद्ध है। इसका शिखर 190 फुट ऊँचा है। शिखर पर पहुँचने के लिए 14 मंज़िले हैं। यह मन्दिर भारतीय स्थापत्य का अदभुत नमूना है। यह चारों ओर से लम्बी परिखा से परिवेष्ठित है। इसमें एक विशाल शिवलिंग है। पत्थर का बनाया गया एक विशाल नंदी मन्दिर के सामने प्रतिष्ठित है। मन्दिर में विशाल तोरण एवं मण्डप हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तंजौर]]
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| {निम्न में से ये किस जन जाति के लोग हैं? <br />
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| [[चित्र:Nomads-Gujarat-2.jpg|link=||250px]]
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| | type="()" }
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| +[[बंजारा]]
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| -[[पहाड़ी जाति|पहाड़ी]]
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| -[[पिण्डारी]]
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| -[[काचारी]]
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| ||बंजारा मानवों का ऐसा समुदाय है जो एक ही स्थान पर बसकर जीवन-यापन करने के बजाय एक स्थान से दूसरे स्थान पर निरन्तर भ्रमनशील रहता है। इनकी संख्या [[1901]] ई. की [[भारत की जनसंख्या|भारतीय जनगणना]] में 7,65,861 थी। इनका व्यवसाय रेलवे के चलने से कम हो गया है और अब ये मिश्रित जाति हो गये हैं। ये लोग अपना जन्म सम्बन्ध उत्तर [[भारत]] के ब्राह्मण अथवा क्षत्रिय वर्ण से जोड़ते हैं। दक्षिण में आज भी ये अपने प्राचीन विश्वासों एवं रिवाजों पर चलते देखे जाते हैं, जो द्रविड़वर्ग से मिलते-जुलते हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[बंजारा]]
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| { यह कौन-सी इमारत है? <br />
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| [[चित्र:Kirti-Stambh-Chittorgarh-1.jpg|link=||200px]]
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| | type="()" }
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| - [[क़ुतुब मीनार]], [[दिल्ली]]
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| + कीर्ति स्तम्भ, [[चित्तौड़गढ़]]
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| - [[चारमीनार]], [[हैदराबाद]]
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| - अशोक स्तम्भ, [[दिल्ली]]
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| { यह कहाँ का जन्तर मन्तर है? <br /> | | { यह कहाँ का जन्तर मन्तर है? <br /> |
| [[चित्र:Jantar-Mantar-Delhi.jpg|link=||300px]] | | [[चित्र:Jantar-Mantar-Delhi.jpg|link=||300px]] |
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| [[चित्र:Chennakeshava-Temple-Belur.jpg|link=||250px]] | | [[चित्र:Chennakeshava-Temple-Belur.jpg|link=||250px]] |
| | type="()" } | | | type="()" } |
| +चेन्नाकेशव मन्दिर, [[बेलूर]] | | +[[चेन्नाकेशव मन्दिर]], [[बेलूर]] |
| -सोमनाथपुर मन्दिर, [[मैसूर]] | | -सोमनाथपुर मन्दिर, [[मैसूर]] |
| -[[सोमनाथ मन्दिर]], [[गुजरात]] | | -[[सोमनाथ मन्दिर]], [[गुजरात]] |
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| {{चित्र सामान्य ज्ञान}} | | {{चित्र सामान्य ज्ञान}} |
| {{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}} | | {{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}} |
| {{प्रचार}}
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| [[Category:सामान्य ज्ञान]] | | [[Category:सामान्य ज्ञान]] |
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