इन्डिका: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replacement - "वृतान्त" to "वृत्तांत")
 
(One intermediate revision by one other user not shown)
Line 1: Line 1:
'''इण्डिका''' एक प्राचीन पुस्तक है जिसमें [[मैगस्थनीज़]] द्वारा लिखित [[भारत]] का यात्रा-वृतान्त है। [[मैगस्थनीज़]] एक [[यूनानी]] भूगोलविद यात्री और यूनान का राजदूत था। जिसे [[सेल्युकस]] ने 302 ई.पू. में [[चंद्रगुप्त मौर्य]] की राजधानी [[पाटलिपुत्र]] भेजा था। उसने समस्त उत्तर [[भारत]] की यात्रा की। इस यात्रा का वर्णन 'इन्डिका' नामक ग्रंथ में किया गया है जो अनेक यूनानी इतिहासकारों ने तैयार की है जिनमें 'एरियन' और 'स्त्राबो' का नाम प्रमुख है।  
'''इण्डिका''' एक प्राचीन पुस्तक है जिसमें [[मैगस्थनीज़]] द्वारा लिखित [[भारत]] का यात्रा-वृत्तांत है। [[मैगस्थनीज़]] एक [[यूनानी]] भूगोलविद यात्री और यूनान का राजदूत था। जिसे [[सेल्युकस]] ने 302 ई.पू. में [[चंद्रगुप्त मौर्य]] की राजधानी [[पाटलिपुत्र]] भेजा था। उसने समस्त उत्तर [[भारत]] की यात्रा की। इस यात्रा का वर्णन 'इन्डिका' नामक ग्रंथ में किया गया है जो अनेक यूनानी इतिहासकारों ने तैयार की है जिनमें 'एरियन' और 'स्त्राबो' का नाम प्रमुख है।  
*मूल ग्रंथ अब उपलब्ध नहीं है। किंतु बाद के यूनानी इतिहासकारों ने अपनी पुस्तकों में उसके उद्धरण दिए है।  
*मूल ग्रंथ अब उपलब्ध नहीं है। किंतु बाद के यूनानी इतिहासकारों ने अपनी पुस्तकों में उसके उद्धरण दिए है।  
*[[मौर्यकालीन भारत]] के संबंध में इस राजदूत के वर्णन से पहली बार क्रमबद्ध विवरण मिलता है।
*[[मौर्यकालीन भारत]] के संबंध में इस राजदूत के वर्णन से पहली बार क्रमबद्ध विवरण मिलता है।
Line 5: Line 5:


{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति
|आधार=आधार1
|आधार=  
|प्रारम्भिक=
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1
|माध्यमिक=
|माध्यमिक=
|पूर्णता=
|पूर्णता=

Latest revision as of 13:04, 29 June 2017

इण्डिका एक प्राचीन पुस्तक है जिसमें मैगस्थनीज़ द्वारा लिखित भारत का यात्रा-वृत्तांत है। मैगस्थनीज़ एक यूनानी भूगोलविद यात्री और यूनान का राजदूत था। जिसे सेल्युकस ने 302 ई.पू. में चंद्रगुप्त मौर्य की राजधानी पाटलिपुत्र भेजा था। उसने समस्त उत्तर भारत की यात्रा की। इस यात्रा का वर्णन 'इन्डिका' नामक ग्रंथ में किया गया है जो अनेक यूनानी इतिहासकारों ने तैयार की है जिनमें 'एरियन' और 'स्त्राबो' का नाम प्रमुख है।

  • मूल ग्रंथ अब उपलब्ध नहीं है। किंतु बाद के यूनानी इतिहासकारों ने अपनी पुस्तकों में उसके उद्धरण दिए है।
  • मौर्यकालीन भारत के संबंध में इस राजदूत के वर्णन से पहली बार क्रमबद्ध विवरण मिलता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख