जे ग़रीब पर हित करैं -रहीम: Difference between revisions

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Latest revision as of 11:05, 21 April 2018

जे ग़रीब पर हित करैं, हे रहीम बड़ लोग।
कहा सुदामा बापुरो, कृष्ण मिताई जोग॥

अर्थ

जो ग़रीब का हित करते हैं वो बड़े लोग होते हैं। जैसे सुदामा कहते हैं कृष्ण की दोस्ती भी एक साधना है।


left|50px|link=चाह गई चिंता मिटी -रहीम|पीछे जाएँ रहीम के दोहे right|50px|link=जो रहीम गति दीप की -रहीम|आगे जाएँ


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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