रंजन मथाई: Difference between revisions
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Latest revision as of 06:34, 24 May 2018
रंजन मथाई
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पूरा नाम | रंजन मथाई |
जन्म | 24 मई, 1952 |
जन्म भूमि | तिरुवला, केरल |
अभिभावक | थॉमस मथाई और सारा मथाई |
पति/पत्नी | गीता मथाई |
संतान | दो पुत्रियाँ |
कर्म भूमि | भारत |
कर्म-क्षेत्र | 'भारतीय विदेश सेवा' |
भाषा | हिन्दी, अंग्रेज़ी |
शिक्षा | राजनीति शास्त्र में एम.ए. |
विद्यालय | 'पूना विश्वविद्यालय' |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | रंजन मथाई फ़रवरी, 1998 से जून, 2001 तक इजराइल, और अगस्त, 2001 से जुलाई, 2005 तक कतर में भारत के राजदूत रहे। |
अद्यतन | 16:03, 18 मई 2014 (IST)
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रंजन मथाई (अंग्रेज़ी: Ranjan Mathai; जन्म- 24 मई, 1952, तिरुवला, केरल) भारत के पूर्व 'भारतीय विदेश सचिव' हैं। सन 1974 बैच के 'भारतीय विदेश सेवा' के अधिकारी रंजन मथाई का कार्यकाल 1 अगस्त, 2011 से 1 अगस्त 2013 तक रहा। उनका विचार है कि जनता की ग़रीबी, अशिक्षा, कृषि में पिछड़ापन और भ्रष्टाचार देश के लिए सबसे बड़ा अभिशाप है।
जीवन परिचय
रंजन मथाई का जन्म 24 मई, 1952 को तिरुवला (केरल) में हुआ था। उनके पिता थॉमस मथाई स्थानीय 'राष्ट्रीय सुरक्षा अकादमी' में शिक्षक पद पर तैनात थे। रंजन मथाई की माता का नाम सारा मथाई था। वे भी खडकवासला, पुणे में एक शिक्षिका थीं। श्री मथाई ने 'पूना विश्वविद्यालय' से राजनीति शास्त्र में स्नात्कोत्तर पास किया था। इसके बाद वे 1974 में 'भारतीय विदेश सेवा' में सम्मिलित हुए।
विवाह
उनका विवाह गीता मथाई के साथ हुआ। मथाई दम्पत्ति दो पुत्रियों के माता-पिता हैं।
विदेश सेवा
रंजन मथाई ने वियना, कोलंबो, वाशिंगटन, तेहरान और ब्रूसेल्स स्थित भारतीय मिशनों में कार्य किया है। विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली में संयुक्त सचिव (बीएसएम) के रूप में जनवरी, 1995 से फ़रवरी, 1998 तक वे बंगला देश, श्रीलंका, म्यांमार तथा मालदीव के साथ भारत के संबंधों से संबंधित प्रभाग के प्रमुख रहे हैं।
राजदूत
रंजन मथाई फ़रवरी, 1998 से जून, 2001 तक इजराइल में और अगस्त, 2001 से जुलाई, 2005 तक कतर में भारत के राजदूत रहे। अगस्त, 2005 से जनवरी, 2007 उन्होंने लंदन स्थित 'भारतीय उच्चायोग' में उप-उच्चायुक्त के पद पर भी कार्य किया। उनका पिछला कार्यकाल मोनाको प्रिंसिपलिटी में सहप्रत्यायन के साथ फ़्राँस में भारत के राजदूत (जनवरी, 2007) के रूप में रहा।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख