अनुसुइया उइके: Difference between revisions
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अनुसुइया उइके
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पूरा नाम | अनुसुइया उइके |
जन्म | 10 अप्रॅल, 1957 |
जन्म भूमि | छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | राज्यपाल, छत्तीसगढ़- 29 जुलाई, 2019 से पदस्थ |
शिक्षा | एम.ए. (अर्थशास्त्र), एल.एल.बी. |
संबंधित लेख | राज्यपाल, भारत के राज्यों के वर्तमान राज्यपालों की सूची |
अन्य जानकारी | अनुसुइया उइके ने महिलाओं, विशेषकर आदिवासी महिलाओं को न्याय दिलाने और उनकी सम्याओं के समाधान में विशेष रूचि ली। आदिवासी महिलाओं में अधिकारों के प्रति जागरूकता लाने का काम किया। |
अद्यतन | 16:42, 10 सितम्बर 2020 (IST)
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अनुसुइया उइके (अंग्रेज़ी: Anusuiya Uikey, जन्म- 10 अप्रॅल, 1957, छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश) भारतीय जनता पार्टी की राजनीतिज्ञ और संसद सदस्य हैं। वे भारतीय संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करती हैं। अनुसुइया उइके को 16 जुलाई, 2019 को छत्तीसगढ़ की राज्यपाल बनाया गया है। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पी. आर. रामचंद्र मेनन उन्हें पद की शपथ दिलाई। अनुसुइया उइके से पहले मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के पास छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार था।
परिचय
अनुसुइया उइके मध्य प्रदेश से राज्यसभा में सांसद हैं, लेकिन राजनीति में आने से पहले 1982 में वह शासकीय महाविद्यालय तामिया में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत थीं। यह महाविद्यालय उस दौर में जिस भवन में चलता था, वर्तमान में वहां विकासखंड शिक्षा अधिकारी का कार्यालय है।
राजनीतिक शुरुआत
अपने तीन दशक से भी अधिक लंबे राजनीतिक करियर में अनुसुइया उइके ने मध्य प्रदेश सरकार के कई अहम पदों पर काम किया है। उन्हें 1985 में पहली बार उन्हें मध्य प्रदेश विधानसभा सदस्य के रूप में चुना गया था। इसके बाद 1988 और 1989 के बीच वह महिला एवं बाल विकास मंत्री बनीं। साल 2000 में वह राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य बनीं और पांच साल तक सदस्य बनी रहीं। जनवरी 2006 में वह मध्य प्रदेश आदिवासी आयोग की अध्यक्ष बनीं। इस पद पर उन्होंने दो महीने तक सेवा दी।
राज्यसभा सदस्य
2006 में अनुसुइया उइके को राज्यसभा सदस्य के रूप में चुना गया। इसके बाद वह सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता समिति की सदस्य बनीं। इसी साल वह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति, हिंदी सलाहकार समिति, खाद्य प्रसस्करण मंत्रालय, महिला एव बाल विकास मंत्रालय और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के अनौपचारिक परामर्शदात्री समिति की सदस्य भी बनीं।
आदिवासी अधिकारों के लिए काम
अनुसुइया उइके ने महिलाओं, विशेषकर आदिवासी महिलाओं को न्याय दिलाने और उनकी सम्याओं के समाधान में विशेष रूचि ली। आदिवासी महिलाओं में अधिकारों के प्रति जागरूकता लाने का काम किया।
भाजपा से जुड़ाव
भाजपा के साथ अनुसुइया उइके का जुड़ाव बहुत लंबा चला। पार्टी ने उन्हें 1993 और 1998 के चुनाव में दमुआ और लखनादौन विधानसभा क्षेत्रों से उम्मीदवार बनाया। 1993-1997 के बीच वह पार्टी के भीतर कई महत्वपूर्ण पदों पर रहीं, भाजपा की राज्य सचिव भी बनीं। इसके अलावा उइके भाजपा युवा मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और भाजपा आदिवासी मोर्चा की कार्यकारी सदस्य भी रहीं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
क्रमांक | राज्य | राज्यपाल/उपराज्यपाल | चित्र | कार्यकाल प्रारम्भ |
- पुनर्प्रेषित साँचा:राज्यपाल, उपराज्यपाल व प्रशासक