सिक्किम के उद्योग: Difference between revisions

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*[[सिक्किम]] औद्योगिक रूप से पिछड़ा राज्य घोषित किया गया है, किन्तु कई सदियों पहले यहाँ दस्तकारी पर आधारित परंपरागत सिक्किम कुटीर उद्योग हैं।  
[[सिक्किम]] औद्योगिक रूप से पिछड़ा राज्य घोषित किया गया है, किन्तु कई सदियों पहले यहाँ दस्तकारी पर आधारित परंपरागत सिक्किम कुटीर उद्योग हैं। [[लेप्चा]] लोग [[बांस]] के सामान, लकड़ी के सामान, धागा बुनाई और ग़लीचे की बुनाई परंपरागत तरीकों से बहुत ही कुशलता से करते हैं, [[भूटिया|भूटिया जाति]] के लोगों को गलीचा और कंबल बुनाई की प्राचीन तिब्बती पद्धति में महारत हासिल हैं और नेपाली लोग [[धातु]], [[चांदी]] और लकड़ी के सामान की कारीगरी में बहुत ही निपुण होते हैं। 'सिक्किम ज्वैलस लिमिटेड' राज्य का नाज़ुक उपकरण बनाने वाला उद्योग है। यहाँ पानी तथा बिजली के मीटरों और घड़ियों के लिए ज्वैल बियरिंग्स बनाई जाती हैं। राज्य में इस उद्योग की 10 सहायक इकाइयां स्थापित हैं जिनमें घडियों के लिए पुर्जे बनाए जाते हैं। 'सिक्किम औद्योगिक विकास' तथा 'निवेश निगम लिमिटेड (सिडिको)'  कुटीर, [[लघु  उद्योग]], होटल, अस्पताल, नर्सिंग होम और टैक्सियां ख़रीदने के लिए दीर्घावधि ऋण उपलब्ध कराता है।
*लेपचा लोग बांस के सामान, लकड़ी के सामान, धागा बुनाई और ग़लीचे की बुनाई परंपरागत तरीकों से बहुत ही कुशलता से करते हैं, भूटिया जाति के लोगों को गलीचा और कंबल बुनाई की प्राचीन तिब्बती पद्धति में महारत हासिल हैं और नेपाली लोग धातु, चांदी और लकड़ी के सामान की कारीगरी में बहुत ही निपुण होते हैं।
*'सिक्किम ज्वैलस लिमिटेड' राज्य का नाज़ुक उपकरण बनाने वाला उद्योग है।  
*यहाँ पानी तथा बिजली के मीटरों और घड़ियों के लिए ज्वैल बियरिंग्स बनाई जाती हैं।  
*राज्य में इस उद्योग की 10 सहायक इकाइयां स्थापित हैं जिनमें घडियों के लिए पुर्जे बनाए जाते हैं।
*'सिक्किम औद्योगिक विकास' तथा 'निवेश निगम लिमिटेड (सिडिको)'  कुटीर, लघु  उद्योग, होटल, अस्पताल, नर्सिंग होम और टैक्सियां ख़रीदने के लिए दीर्घावधि ऋण उपलब्ध कराता है।


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Latest revision as of 12:03, 19 March 2013

सिक्किम औद्योगिक रूप से पिछड़ा राज्य घोषित किया गया है, किन्तु कई सदियों पहले यहाँ दस्तकारी पर आधारित परंपरागत सिक्किम कुटीर उद्योग हैं। लेप्चा लोग बांस के सामान, लकड़ी के सामान, धागा बुनाई और ग़लीचे की बुनाई परंपरागत तरीकों से बहुत ही कुशलता से करते हैं, भूटिया जाति के लोगों को गलीचा और कंबल बुनाई की प्राचीन तिब्बती पद्धति में महारत हासिल हैं और नेपाली लोग धातु, चांदी और लकड़ी के सामान की कारीगरी में बहुत ही निपुण होते हैं। 'सिक्किम ज्वैलस लिमिटेड' राज्य का नाज़ुक उपकरण बनाने वाला उद्योग है। यहाँ पानी तथा बिजली के मीटरों और घड़ियों के लिए ज्वैल बियरिंग्स बनाई जाती हैं। राज्य में इस उद्योग की 10 सहायक इकाइयां स्थापित हैं जिनमें घडियों के लिए पुर्जे बनाए जाते हैं। 'सिक्किम औद्योगिक विकास' तथा 'निवेश निगम लिमिटेड (सिडिको)' कुटीर, लघु उद्योग, होटल, अस्पताल, नर्सिंग होम और टैक्सियां ख़रीदने के लिए दीर्घावधि ऋण उपलब्ध कराता है।


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