प्रयोग:राधिका सोनी: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
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{गुप्त्कालीन ग्रंथों प्रयुक्त ‘काप्ति’शब्द से ध्वनित होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न975)
{गुप्तकालीन ग्रंथों में प्रयुक्त ‘काप्ति’ शब्द से ध्वनित होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न975)
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+ प्रचलित दर से अधिक ब्याजदर
+ प्रचलित दर से अधिक ब्याज दर
- प्रचलित दर से कम ब्याजदर
- प्रचलित दर से कम ब्याज दर
- बढई का कार्य करने वाला मजदूर  
- बढ़ई का कार्य करने वाला मजदूर  
- जंगल में विचरन करने वाले शिकारी
- जंगल में विचरन करने वाले शिकारी


{निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन पूर्ण गुप्त कालीन व्यापार एंव वाणिज्य पर लागू होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न976)
{निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन पूर्ण गुप्त कालीन व्यापार एंव वाणिज्य पर लागू होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न976)
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- भारतीय वस्तुएँ आक्सर नदी एवं कैस्पियन सागर होकर पूर्वी यूरोप पहुँचती थी।
- भारतीय वस्तुएँ आक्सर नदी एवं कैस्पियन सागर होकर पूर्वी यूरोप पहुँचती थी
- उत्तर-पूर्व एंव पश्चिम से आने वाले व्यापारिक मार्ग पोष्कलावतीमेन मिलते थे।
- उत्तर-पूर्व एंव पश्चिम से आने वाले व्यापारिक मार्ग पोष्कलावती में मिलते थे
- भारतीय व्यापार के लिए बैक्ट्रिया निकास द्वार का काम करता था।
- भारतीय व्यापार के लिए [[बैक्ट्रिया]] निकास द्वार का काम करता था
+ उपर्युक्त सभी सत्य है।
+ उपर्युक्त सभी सत्य है


{निम्नलिखित मे से किसकी रचना वराहामिहिर ने नही की थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न977)
{निम्नलिखित मे से किसकी रचना वराहामिहिर ने नही की थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न977)
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- पंचसिद्धान्तिका  
- पंचसिद्धान्तिका  
- वृहत्संहिता
- वृहत्संहिता
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{निम्नलिखित कथनों में से असत्य कथन इंगित कीजिए- (यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न978)
{निम्नलिखित कथनों में से असत्य कथन इंगित कीजिए- (यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न978)
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- सिंन्धु नदी के मुहाने पर बारवोरिक एंव इसके दक्षिण में पत्तल का बन्दरगाह था।
- [[सिन्धु नदी]] के मुहाने पर बारवोरिक एंव इसके दक्षिण में पत्तल का बन्दरगाह था।
- वैजंयती की पहचान बिजाड्रोंग से की गयी है।
- वैजंयती की पहचान बिजाड्रोंग से की गयी है।
- टिण्डिस एंव मुजहरिस बन्दर मलयालम भाषी प्रदेश के अंतर्गत थे।  
- टिण्डिस एंव मुजहरिस बन्दर मलयालम भाषी प्रदेश के अंतर्गत थे।  
+तामलुक नामक बन्दरगाह की पहचान ताम्रपर्णी से की गयी है।
+तामलुक नामक बन्दरगाह की पहचान [[ताम्रपर्णी]] से की गयी है।


{निम्न्लिखित बन्दरगाहों में से कौन अत्यन्त महत्वपूर्ण रोमन व्यापार से जुड़े हुए है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न979)
{निम्न्लिखित बन्दरगाहों में से कौन अत्यन्त महत्वपूर्ण रोमन व्यापार से जुड़े हुए है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न979)
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- अरिकमेडु
- [[अरिकमेडु]]
- मुजरिस
- [[मुजरिस]]
- कावेरीपत्तनम  
- कावेरीपत्तनम  
+ ये तीनों ही
+ ये तीनों ही


{महरौली के लौह स्तंभ के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्ये है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न981)
{महरौली के लौह स्तंभ के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्ये है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न981)
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- यह 28 फुट लम्बा, 16.4 इंच व्यास वाला एंव  6 टन वजन का है।
- यह 28 फुट लम्बा, 16.4 इंच व्यास वाला एंव  6 टन वजन का है।
- यह गुप्तकालीन शिस्पकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
- यह गुप्तकालीन शिल्पकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
- इसकी प्रमुख विशेषता अभी तक इसका संक्षारण न होना है।  
- इसकी प्रमुख विशेषता अभी तक इसका संक्षारण न होना है।  
+ उपर्युक्त तीनों कथन सत्य है।
+ उपर्युक्त तीनों कथन सत्य है।


{निम्न्लिखित में से किस गुप्त सम्राट तक सोने की शुद्धता उनके सिक्को में पूर्ववत् रही-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न982)
{निम्न्लिखित में से किस गुप्त सम्राट तक सोने की शुद्धता उनके सिक्को में पूर्ववत् रही-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न982)
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- समुद्रगुप्त
- [[समुद्रगुप्त]]
- चंद्रगुप्त-II
- चंद्रगुप्त-II
+ स्कन्दगुप्त
+ [[स्कन्दगुप्त]]
- बुधगुप्त
- [[बुधगुप्त]]


{गुप्तकालीन ग्रंथो में ‘भ्रष्ट्रामिंध’ शब्द प्रयुक्त हुआ है,
{गुप्तकालीन ग्रंथो में ‘भ्राष्ट्रमिंध’ शब्द प्रयुक्त हुआ है,
जिसका आशय है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न983)
जिसका आशय है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न983)
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+ खाना पकाने वाला
+ खाना पकाने वाला
- लोहे का काम करने  वाला  
- लोहे का काम करने  वाला  
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{गुप्तकालीन ग्रंथो में प्रयुक्त हिन्न सिप से ध्वनित होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न984)
{गुप्तकालीन ग्रंथो में प्रयुक्त हिन्न सिप से ध्वनित होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न984)
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- शिकारी
- शिकारी
- मजदूर  
- मजदूर  
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- मछुआरे
- मछुआरे


{गुप्तकाल के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्य कहा जा सकता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न985)  
{गुप्तकाल के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्य कहा जा सकता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न985)  
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- गुप्त के सोने के सर्वाधिक सिक्के जारी किए।
- गुप्त के सोने के सर्वाधिक सिक्के जारी किए।
-गुप्तकाल में वस्तु विनिमय का माध्यम कौड़ी था।  
-गुप्तकाल में वस्तु विनिमय का माध्यम कौड़ी था।  
Line 76: Line 76:
+उपर्युक्त तीनों सत्य है।
+उपर्युक्त तीनों सत्य है।


{श्रेणियों के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न986)
{श्रेणियों के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न986)
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-श्रेणियों के अपने चिन्ह, पाताकायें एंव ध्वज थे।
-श्रेणियों के अपने चिन्ह, पाताकायें एंव [[ध्वज]] थे।
- राजनीति में उनका हस्तक्षेप बहुत कम था।
- राजनीति में उनका हस्तक्षेप बहुत कम था।
-श्रेणियों ने धर्मिक गतिविधियों में बढ़-चढकर हिस्सा लिया।
-श्रेणियों ने धर्मिक गतिविधियों में बढ़-चढकर हिस्सा लिया।
+ उपर्युक्त तीनों सत्य है।
+ उपर्युक्त तीनों सत्य है।


{निम्नलिखित में से किस शासक ने वीणा-वादन प्रकार की मुद्राएँ चलाईं-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न987)  
{निम्नलिखित में से किस शासक ने वीणा-वादन प्रकार की मुद्राएँ चलाईं-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न987)  
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- चंद्रगुप्त  
- [[चंद्रगुप्त]]
+ समुंद्रगुप्त
+ [[समुद्रगुप्त]]
- स्कंदगुप्त
- [[स्कन्दगुप्त]]
- रामगुप्त
- [[रामगुप्त]]


{निम्नलिखित में से किस राज्य को रोम के साथ व्यापार का सर्वाधिक लाभ हुआ-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न988)  
{निम्नलिखित में से किस [[राज्य]] को रोम के साथ व्यापार का सर्वाधिक लाभ हुआ?(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न988)  
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+ सातवाहन  
+ [[सातवाहन]]
- चोला
- [[चोल]]
- पाण्डय  
- पाण्डय  
- कुषाण
- [[कुषाण]]


{रेशम मार्ग की कुल तीन शाखाएँ थीं, निम्नलिखित में से कौन सत्य नही है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न989)
{[[रेशम मार्ग]] की कुल तीन शाखाएँ थीं, निम्नलिखित में से कौन सत्य नही है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न989)
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- मर्व से फरात नदी से होकर रुम सागर तक का मार्ग।
- [[मर्व]] से फरात नदी से होकर रुम सागर तक का मार्ग
- भारत से लाल सागर तक जाने वाला मार्ग्।
- भारत से [[लाल सागर]] तक जाने वाला मार्ग्
-वैक्ट्रिय, कैस्पियन सागर से होकर जाने वाला मार्ग।
-वैक्ट्रिय, कैस्पियन सागर से होकर जाने वाला मार्ग
+ शूपरिक से बारबेरिकम होकर जाने वाला मार्ग।
+ शूपरिक से बारबेरिकम होकर जाने वाला मार्ग


{निम्नलिखित में से किसका साम्राज्य अंतर्राष्टीय था-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न990)
{निम्नलिखित में से किसका साम्राज्य अंतर्राष्ट्रय था?(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न990)
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+ कुषाण  
+ कुषाण  
- अशोक
- अशोक
Line 111: Line 111:
- इण्डोशिक
- इण्डोशिक


{निम्नलिखित में से किनके द्वारा श्रेणियाँ अपने सदस्यों पर नियंत्रण रखती थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न991)
{निम्नलिखित में से किनके द्वारा श्रेणियाँ अपने सदस्यों पर नियंत्रण रखती थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न991)
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- शक्ति द्वारा  
- शक्ति द्वारा  
+ श्रेणीन्यालय द्वारा
+ श्रेणीन्यालय द्वारा
Line 118: Line 118:
- महाश्रेष्ढी द्वारा
- महाश्रेष्ढी द्वारा


{गुप्तोतर काल के बारे में क्या असत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न1000)           
{गुप्तोतर काल के बारे में क्या असत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1000)           
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- इस काल मे गाँव भी अपनी मुद्रा जारी करने लगे।
- इस काल मे गाँव भी अपनी मुद्रा जारी करने लगे।
- ग्रामीण समुदाओ के भूमि संबंधि अधिकारीयों का ह्रास हुआ।  
- ग्रामीण समुदाओ के भूमि संबंधि अधिकारीयों का ह्रास हुआ।  
Line 125: Line 125:
+ राष्ट्र्कूटों ने सेनिकों को भूमि अनुदान नहीं दिया।
+ राष्ट्र्कूटों ने सेनिकों को भूमि अनुदान नहीं दिया।


{किस इतिहास ने गुत्तोतरकालीन सामाजिक आर्थिक संगढन एंव संरचना के लिये सामंतवाद शब्द का प्रयोग किया-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न1001)
{किस इतिहास ने गुत्तोतरकालीन सामाजिक आर्थिक संगढन एंव संरचना के लिये सामंतवाद शब्द का प्रयोग किया-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1001)
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-  ए. एस. अल्तेकर
-  ए. एस. अल्तेकर
+ आर. एस. शर्मा  
+ आर. एस. शर्मा  
Line 132: Line 132:
- इनमे से कोई नही  
- इनमे से कोई नही  


{गुप्त काल के 18 करो में वह प्रमुख कर कौन-सा था जो 16 से 25 प्रतिशत तक वसूला जाता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न1002)           
{गुप्त काल के 18 करो में वह प्रमुख कर कौन-सा था जो 16 से 25 प्रतिशत तक वसूला जाता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1002)           
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- भोग  
- भोग  
- भूतवातप्रत्याय
- भूतवातप्रत्याय
Line 139: Line 139:
- प्रणय
- प्रणय


{गुपप्तोत्तरकालीन ग्रंथो में प्रयुक्त “ आभ्यान्तर सिद्ध” से ध्वनित होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न1004)           
{गुपप्तोत्तरकालीन ग्रंथो में प्रयुक्त “ आभ्यान्तर सिद्ध” से ध्वनित होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1004)           
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+ फौजदारी एंव दीवनी मामले
+ फौजदारी एंव दीवनी मामले
- समंतो को कार्य प्रणाली
- समंतो को कार्य प्रणाली
Line 146: Line 146:
- इनमे से कोई नहीं
- इनमे से कोई नहीं


{निम्नलिखित ग्रंथो में से किसके गुप्तोत्तरकालिन भू-राजस्व व्यवस्था पर प्रकाश नही पड़्त-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न1005)
{निम्नलिखित ग्रंथो में से किसके गुप्तोत्तरकालिन भू-राजस्व व्यवस्था पर प्रकाश नही पड़्त-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1005)
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- हर्षचरित
- हर्षचरित
- अपराजितपृच्छा
- अपराजितपृच्छा
- राजतरंगिणी
- राजतरंगिणी
+ काव्यादर्श
+ काव्यादर्श
{गुप्त्कालीन भू-माप के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न1006)
 
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{गुप्त्कालीन भू-माप के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1006)
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- गुप्त्काल मे भूमि ‘हस्ते’ से नापी जाती थी।  
- गुप्त्काल मे भूमि ‘हस्ते’ से नापी जाती थी।  
- हस्त से बड़ी इकाई धनु थी।
- हस्त से बड़ी इकाई धनु थी।
Line 159: Line 160:
+ उपयुक्त तीनों सत्य हैं
+ उपयुक्त तीनों सत्य हैं


{गुप्तोत्तरकालीन करों के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न1007)
{गुप्तोत्तरकालीन करों के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1007)
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- परहीनक पशुओं द्वारा की गई हानि की क्षतिपूर्ति के रुप मे लिखा जाता था।
- परहीनक पशुओं द्वारा की गई हानि की क्षतिपूर्ति के रुप मे लिखा जाता था।
- राजकीय भूमि पर कृषि कर सीता कहलाता था।
- राजकीय भूमि पर कृषि कर सीता कहलाता था।
Line 166: Line 167:
+ हलिराकर हलवाइयों पर लगने वाला कर था।
+ हलिराकर हलवाइयों पर लगने वाला कर था।


{गुप्त काल में प्रशासनिक इकाइयों का सही क्रमागत स्तर निम्न में से कौन व्यक्त करता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न1008)
{गुप्त काल में प्रशासनिक इकाइयों का सही क्रमागत स्तर निम्न में से कौन व्यक्त करता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1008)
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+ भुक्ति, विषय, पेठ, ग्राम।  
+ भुक्ति, विषय, पेठ, ग्राम।  
- विषय, भुक्ति, पेठ, ग्राम।
- विषय, भुक्ति, पेठ, ग्राम।
- पेठ,विषय, भुक्ति, ग्राम।
- पेठ,विषय, भुक्ति, ग्राम।
- भुक्ति,पेठ,विषय, ग्राम।
- भुक्ति,पेठ,विषय, ग्राम।
{निम्नलिखित में से किस शासक के सिक्कों पर सुल्तान ईश्वर की छाया है “ईश्वर सुल्तान का समर्थक है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न71)
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-अलाउद्दीन खिलजी
+ मुहम्मद बिन तुगलक
- फिरोज तुगलक
- सिकंदर लोदी
{अलाउद्दीन की राजस्ब नीति की सफलता, कर निर्धारण एंव कार वसूली का श्रेय निम्नलिखित मे से किसे दिया जाता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न72)
|type="()"}
+ शर्क कायनी 
- मलिक कबूल
- मलिक काफूर
- दीवान खाँ
{दिल्ली सल्तनत का एकमात्र शासक कौन था, जिसने सुल्तान की उपाधि धारण नही की थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न74)
|type="()"} 
+ खिज्र खाँ
- मुबारकशाह
- सिकंदर लोदी
- इनमें से कोइ नही
{मुस्लिम भारत के इतिहास में सर्वप्रथम किस शासक ने अपने को खलिफा का प्रतिनिधि कहा-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न73)
|type="()"}
- मुहम्मद बिन तुगलक
- इल्तुतमिश
+ फीरोज तुगलक
- बलबन
{निम्नलिखित अभिलेख में से किसमें मुहम्मद बिन तुगलक को “दुनिया का खान” कहा गया है-स(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न75)
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- टोपरा अभिलेख
+ रजमुंदरी अभिलेख
- देवगिरी अभिलेख
- इनमे से कोइ नहीं
{जिस सुल्तान ने एक कृषि विकास के मंत्रालय की स्थापना की थी, वह था-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न76)
|type="()"}
- बलबन
+ मुहम्मद तुगलक
- अलाउद्दीन खुलजी
- फिरोज तुगलक
{दिल्ली सल्तनत मे भू-राजस्व के लिए सर्वोच्च ग्रामीण सत्ता थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न78)
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+ चौधरी
- रावत
- राणा
- मालिक
{अमीर खुसरो ने नुहसिफिर (Nuhsiphir) की रचना की-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न79)
|type="()"}
- अलाउद्दीन खिलजी की प्रशंसा में।
+ भारत की प्रशांसा में।
- ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की प्रशंसा में।
- इस्लाम के पैगम्बर की प्रशंसा में।
{भूमि की माप के अधार पर भू-राजस्व का निर्धारण और प्रति विस्वा उपज का आकलन सबसे पहले किया थ।-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न80)
|type="()"}
+ अलाउद्दीन खिलजी के आधिन
- मोहम्मद बिन तुगलक के आधिन
- फिरोजशाह तुगलक के आधिन
- सिकंदर लोदी के आधिन
{सुल्तान नसीरुद्दीन महमूद की सेवा में रहने वाला अमिर, जिसने बलबन की साजिशों पद खो दिया, कौन था-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न81)
|type="()"}
- अमीर याकूत
+ इमादुद्दीन रैहान
- तुगरिल बेग
- जफर खाँ
{दिल्ली सल्तनत में सिधे राजकीय सेवा में रहने वाली सेना क्या कहलाती थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न82)
|type="()"}
- लश्कर
+ हश्मे कल्ब
- सिपाही
- मुक्ति
{निम्नलिखित शव्दों में से कौन-सा सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न83)
|type="()"}
-अलाउद्दीन के सेनापती मलिक काफूर को हजार दीनरी के नाम से जाना जाता है।
- दिल्ली सल्तनत में सबसे बड़ा साम्राज्य मोहम्मद बिन तुगलक का था।
- मुबारक खिलजी ने सर्वप्रथम देवगिरी और तेलंगाना को दिल्ली सल्तनत  में मिलाया।
+उपर्युक्त सभी।
{“रतन” नामक कुशल भू-राजस्व अधिकारी निम्नलिखित में से किस सल्तनतकालीन शासक के समय नियुक्त हुआ? -(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न84)
|type="()"}
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज तुगलक
+ मुहम्मद बिन तुगलक
- सिकंदर लोदी
{निम्नलिखित सल्तनत शासकों में से किसके सिक्के पर शिव का नन्दी बैल एंव चौहान घुड़्सवार अंकित रहते थे-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न85)
|type="()"}
- मुहम्मद गौरी
+ इल्तुतमिश
- बलबन
- रजिया
{तर्कों द्वारा युद्धों में प्रयुक्त विशेष अस्त्र जो धनुष की शक्ल में होता था, फारसी भाषा मे कहलाता था-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न87)
|type="()"}
+ नावक
- शमदम
- शामक
- शिलाखंड
{प्रसिद्ध इतिहासकार लेनपूल ने किस प्रसिद्ध इतिहासकार को “पूर्वीय पेप्स” की उपाधि दी थी? -(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न88)
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- उतबी
- अलबरुनी
+ बैहाकी
- अलमसूदी
{निम्नलिखितमें से कौन कथन सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न89)
|type="()"}
- मुहम्मद बिन तुगलक के समय अमीरों के 21 विद्रोह हुए।
- मलिक काफूर ने 35 दिनो तक शासन किय।
- खुसख खाँ ने बारवारियों की सहायता से मुबारक खिलजी की हत्या कर दी थी।
+ उपर्युक्त तीनो कथन सत्य है।
{किस शासक की दासता से मुक्ति के बाद “ अमीरुल उमरा “ की उपाधि प्रदान की गयी थी? -(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न90)
|type="()"}
+ इल्तुतमिस
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- बलबन
- नासिरुदीन महमूद
{इल्लाक , एक एक प्रकार की हुंडी जिसकी सहयता से राजकिय सिपाही राज्य राजस्व अधिकरियों से अपना वेतन प्राप्त करने में समर्थ था, की प्रथा किसने चलाई थी।-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न91)
|type="()"}
- इल्तुतमिस
+ बलबन
- अलाउद्दीन
- फीरोजशाह तुगलक
{दिल्ली सल्तनत में किस्मत-ए-खोते क्या था? -(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न92)
|type="()"}
- गाँव के मुखिया को गाँव की ओर से किया गया नगद भुगतान।
+ खोत को आवंटित गाँव।
-गाँव के मुखिया द्वारा किसानों में एकत्रित किया गया एक छोटा उपकर।
- खोंतों एंव मुकद्दमों द्वारा जोती गयी भूमि पर राजस्व्।
{शशगनी सिक्का किस काल में प्रचलित हुआ था? -(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न93)
|type="()"}
- अलाउद्दीन खिलजी
- बलबन
+ फिरोज शाह तुगलक
-सिकंदर लोदी
{अपने राज्यारोहण के ठिक पुर्व मुक्ति के रूप में सुल्तान इल्तुतमिस के पास निम्नलिखित में सए कौन-सा इक्ता था? यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न94)
|type="()"}
-कलपी
-लखनौती
-कालिंजर
+बदयूँ
{अमीर खूसरो के खाजैन-उल फुतूह में किसके सैनिक अभियानों का विवरण है?-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न95)
|type="()"}
+ दक्षिण भारत में मलिक काफूर।
- मेवात प्रदेश में सुल्तान बलबन।
- गुजरात मे मोहम्मद तुगलक्।
- उड़ीसा मे फिरोज तुगलक्।
   
   
</quiz>
</quiz>
|}
|}
|}
|}

Latest revision as of 05:23, 2 September 2016

1 गुप्तकालीन ग्रंथों में प्रयुक्त ‘काप्ति’ शब्द से ध्वनित होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न975)

प्रचलित दर से अधिक ब्याज दर
प्रचलित दर से कम ब्याज दर
बढ़ई का कार्य करने वाला मजदूर
जंगल में विचरन करने वाले शिकारी

2 निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन पूर्ण गुप्त कालीन व्यापार एंव वाणिज्य पर लागू होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न976)

भारतीय वस्तुएँ आक्सर नदी एवं कैस्पियन सागर होकर पूर्वी यूरोप पहुँचती थी
उत्तर-पूर्व एंव पश्चिम से आने वाले व्यापारिक मार्ग पोष्कलावती में मिलते थे
भारतीय व्यापार के लिए बैक्ट्रिया निकास द्वार का काम करता था
उपर्युक्त सभी सत्य है

3 निम्नलिखित मे से किसकी रचना वराहामिहिर ने नही की थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न977)

पंचसिद्धान्तिका
वृहत्संहिता
योगयात्रा मुजरिस बन्दरगाह
सिद्धांत शिरोमणि

4 निम्नलिखित कथनों में से असत्य कथन इंगित कीजिए- (यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न978)

सिन्धु नदी के मुहाने पर बारवोरिक एंव इसके दक्षिण में पत्तल का बन्दरगाह था।
वैजंयती की पहचान बिजाड्रोंग से की गयी है।
टिण्डिस एंव मुजहरिस बन्दर मलयालम भाषी प्रदेश के अंतर्गत थे।
तामलुक नामक बन्दरगाह की पहचान ताम्रपर्णी से की गयी है।

5 निम्न्लिखित बन्दरगाहों में से कौन अत्यन्त महत्वपूर्ण रोमन व्यापार से जुड़े हुए है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न979)

अरिकमेडु
मुजरिस
कावेरीपत्तनम
ये तीनों ही

6 महरौली के लौह स्तंभ के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्ये है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न981)

यह 28 फुट लम्बा, 16.4 इंच व्यास वाला एंव 6 टन वजन का है।
यह गुप्तकालीन शिल्पकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
इसकी प्रमुख विशेषता अभी तक इसका संक्षारण न होना है।
उपर्युक्त तीनों कथन सत्य है।

7 निम्न्लिखित में से किस गुप्त सम्राट तक सोने की शुद्धता उनके सिक्को में पूर्ववत् रही-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न982)

समुद्रगुप्त
चंद्रगुप्त-II
स्कन्दगुप्त
बुधगुप्त

8 गुप्तकालीन ग्रंथो में ‘भ्राष्ट्रमिंध’ शब्द प्रयुक्त हुआ है, जिसका आशय है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न983)

खाना पकाने वाला
लोहे का काम करने वाला
अनाज बेचने वाला
भ्रष्ट धर्म वाला

9 गुप्तकालीन ग्रंथो में प्रयुक्त हिन्न सिप से ध्वनित होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 232प्रश्न984)

शिकारी
मजदूर
निम्न पेशे वाले
मछुआरे

10 गुप्तकाल के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्य कहा जा सकता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न985)

गुप्त के सोने के सर्वाधिक सिक्के जारी किए।
गुप्तकाल में वस्तु विनिमय का माध्यम कौड़ी था।
स्वर्ग एंव रजत सिक्के व्यापार एंव भूमि लेन-देल मे प्रयुक्त होते थे।
उपर्युक्त तीनों सत्य है।

11 श्रेणियों के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न986)

श्रेणियों के अपने चिन्ह, पाताकायें एंव ध्वज थे।
राजनीति में उनका हस्तक्षेप बहुत कम था।
श्रेणियों ने धर्मिक गतिविधियों में बढ़-चढकर हिस्सा लिया।
उपर्युक्त तीनों सत्य है।

12 निम्नलिखित में से किस शासक ने वीणा-वादन प्रकार की मुद्राएँ चलाईं-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न987)

चंद्रगुप्त
समुद्रगुप्त
स्कन्दगुप्त
रामगुप्त

13 निम्नलिखित में से किस राज्य को रोम के साथ व्यापार का सर्वाधिक लाभ हुआ?(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न988)

सातवाहन
चोल
पाण्डय
कुषाण

14 रेशम मार्ग की कुल तीन शाखाएँ थीं, निम्नलिखित में से कौन सत्य नही है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न989)

मर्व से फरात नदी से होकर रुम सागर तक का मार्ग
भारत से लाल सागर तक जाने वाला मार्ग्
वैक्ट्रिय, कैस्पियन सागर से होकर जाने वाला मार्ग
शूपरिक से बारबेरिकम होकर जाने वाला मार्ग

15 निम्नलिखित में से किसका साम्राज्य अंतर्राष्ट्रय था?(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न990)

कुषाण
अशोक
शक
इण्डोशिक

16 निम्नलिखित में से किनके द्वारा श्रेणियाँ अपने सदस्यों पर नियंत्रण रखती थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 233प्रश्न991)

शक्ति द्वारा
श्रेणीन्यालय द्वारा
परिषद् द्वारा
महाश्रेष्ढी द्वारा

17 गुप्तोतर काल के बारे में क्या असत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1000)

इस काल मे गाँव भी अपनी मुद्रा जारी करने लगे।
ग्रामीण समुदाओ के भूमि संबंधि अधिकारीयों का ह्रास हुआ।
एक नये भुमिधर वर्ग का उदय हुआ एंव व्यापार का पतन हुआ।
राष्ट्र्कूटों ने सेनिकों को भूमि अनुदान नहीं दिया।

18 किस इतिहास ने गुत्तोतरकालीन सामाजिक आर्थिक संगढन एंव संरचना के लिये सामंतवाद शब्द का प्रयोग किया-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1001)

ए. एस. अल्तेकर
आर. एस. शर्मा
के.पी. जायसवाल
इनमे से कोई नही

19 गुप्त काल के 18 करो में वह प्रमुख कर कौन-सा था जो 16 से 25 प्रतिशत तक वसूला जाता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1002)

भोग
भूतवातप्रत्याय
उद्रंग
प्रणय

20 गुपप्तोत्तरकालीन ग्रंथो में प्रयुक्त “ आभ्यान्तर सिद्ध” से ध्वनित होता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1004)

फौजदारी एंव दीवनी मामले
समंतो को कार्य प्रणाली
दो सामंतो के मध्य विवाद
इनमे से कोई नहीं

21 निम्नलिखित ग्रंथो में से किसके गुप्तोत्तरकालिन भू-राजस्व व्यवस्था पर प्रकाश नही पड़्त-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1005)

हर्षचरित
अपराजितपृच्छा
राजतरंगिणी
काव्यादर्श

22 गुप्त्कालीन भू-माप के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1006)

गुप्त्काल मे भूमि ‘हस्ते’ से नापी जाती थी।
हस्त से बड़ी इकाई धनु थी।
भूमी माप हेतु सरकंडों का उपयोग किया जाता था।
उपयुक्त तीनों सत्य हैं

23 गुप्तोत्तरकालीन करों के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1007)

परहीनक पशुओं द्वारा की गई हानि की क्षतिपूर्ति के रुप मे लिखा जाता था।
राजकीय भूमि पर कृषि कर सीता कहलाता था।
अवल्गक सेनाभक्त की तरह का ही एक कर था।
हलिराकर हलवाइयों पर लगने वाला कर था।

24 गुप्त काल में प्रशासनिक इकाइयों का सही क्रमागत स्तर निम्न में से कौन व्यक्त करता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 234प्रश्न1008)

भुक्ति, विषय, पेठ, ग्राम।
विषय, भुक्ति, पेठ, ग्राम।
पेठ,विषय, भुक्ति, ग्राम।
भुक्ति,पेठ,विषय, ग्राम।

25 निम्नलिखित में से किस शासक के सिक्कों पर सुल्तान ईश्वर की छाया है “ईश्वर सुल्तान का समर्थक है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न71)

अलाउद्दीन खिलजी
मुहम्मद बिन तुगलक
फिरोज तुगलक
सिकंदर लोदी

26 अलाउद्दीन की राजस्ब नीति की सफलता, कर निर्धारण एंव कार वसूली का श्रेय निम्नलिखित मे से किसे दिया जाता है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न72)

शर्क कायनी
मलिक कबूल
मलिक काफूर
दीवान खाँ

27 दिल्ली सल्तनत का एकमात्र शासक कौन था, जिसने सुल्तान की उपाधि धारण नही की थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न74)

खिज्र खाँ
मुबारकशाह
सिकंदर लोदी
इनमें से कोइ नही

28 मुस्लिम भारत के इतिहास में सर्वप्रथम किस शासक ने अपने को खलिफा का प्रतिनिधि कहा-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न73)

मुहम्मद बिन तुगलक
इल्तुतमिश
फीरोज तुगलक
बलबन

29 निम्नलिखित अभिलेख में से किसमें मुहम्मद बिन तुगलक को “दुनिया का खान” कहा गया है-स(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न75)

टोपरा अभिलेख
रजमुंदरी अभिलेख
देवगिरी अभिलेख
इनमे से कोइ नहीं

30 जिस सुल्तान ने एक कृषि विकास के मंत्रालय की स्थापना की थी, वह था-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न76)

बलबन
मुहम्मद तुगलक
अलाउद्दीन खुलजी
फिरोज तुगलक

31 दिल्ली सल्तनत मे भू-राजस्व के लिए सर्वोच्च ग्रामीण सत्ता थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न78)

चौधरी
रावत
राणा
मालिक

32 अमीर खुसरो ने नुहसिफिर (Nuhsiphir) की रचना की-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न79)

अलाउद्दीन खिलजी की प्रशंसा में।
भारत की प्रशांसा में।
ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की प्रशंसा में।
इस्लाम के पैगम्बर की प्रशंसा में।

33 भूमि की माप के अधार पर भू-राजस्व का निर्धारण और प्रति विस्वा उपज का आकलन सबसे पहले किया थ।-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न80)

अलाउद्दीन खिलजी के आधिन
मोहम्मद बिन तुगलक के आधिन
फिरोजशाह तुगलक के आधिन
सिकंदर लोदी के आधिन

34 सुल्तान नसीरुद्दीन महमूद की सेवा में रहने वाला अमिर, जिसने बलबन की साजिशों पद खो दिया, कौन था-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 370प्रश्न81)

अमीर याकूत
इमादुद्दीन रैहान
तुगरिल बेग
जफर खाँ

35 दिल्ली सल्तनत में सिधे राजकीय सेवा में रहने वाली सेना क्या कहलाती थी-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न82)

लश्कर
हश्मे कल्ब
सिपाही
मुक्ति

36 निम्नलिखित शव्दों में से कौन-सा सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न83)

अलाउद्दीन के सेनापती मलिक काफूर को हजार दीनरी के नाम से जाना जाता है।
दिल्ली सल्तनत में सबसे बड़ा साम्राज्य मोहम्मद बिन तुगलक का था।
मुबारक खिलजी ने सर्वप्रथम देवगिरी और तेलंगाना को दिल्ली सल्तनत में मिलाया।
उपर्युक्त सभी।

37 “रतन” नामक कुशल भू-राजस्व अधिकारी निम्नलिखित में से किस सल्तनतकालीन शासक के समय नियुक्त हुआ? -(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न84)

अलाउद्दीन खिलजी
फिरोज तुगलक
मुहम्मद बिन तुगलक
सिकंदर लोदी

38 निम्नलिखित सल्तनत शासकों में से किसके सिक्के पर शिव का नन्दी बैल एंव चौहान घुड़्सवार अंकित रहते थे-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न85)

मुहम्मद गौरी
इल्तुतमिश
बलबन
रजिया

39 तर्कों द्वारा युद्धों में प्रयुक्त विशेष अस्त्र जो धनुष की शक्ल में होता था, फारसी भाषा मे कहलाता था-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न87)

नावक
शमदम
शामक
शिलाखंड

40 प्रसिद्ध इतिहासकार लेनपूल ने किस प्रसिद्ध इतिहासकार को “पूर्वीय पेप्स” की उपाधि दी थी? -(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न88)

उतबी
अलबरुनी
बैहाकी
अलमसूदी

41 निम्नलिखितमें से कौन कथन सत्य है-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न89)

मुहम्मद बिन तुगलक के समय अमीरों के 21 विद्रोह हुए।
मलिक काफूर ने 35 दिनो तक शासन किय।
खुसख खाँ ने बारवारियों की सहायता से मुबारक खिलजी की हत्या कर दी थी।
उपर्युक्त तीनो कथन सत्य है।

42 किस शासक की दासता से मुक्ति के बाद “ अमीरुल उमरा “ की उपाधि प्रदान की गयी थी? -(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न90)

इल्तुतमिस
कुतुबुद्दीन ऐबक
बलबन
नासिरुदीन महमूद

43 इल्लाक , एक एक प्रकार की हुंडी जिसकी सहयता से राजकिय सिपाही राज्य राजस्व अधिकरियों से अपना वेतन प्राप्त करने में समर्थ था, की प्रथा किसने चलाई थी।-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न91)

इल्तुतमिस
बलबन
अलाउद्दीन
फीरोजशाह तुगलक

44 दिल्ली सल्तनत में किस्मत-ए-खोते क्या था? -(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न92)

गाँव के मुखिया को गाँव की ओर से किया गया नगद भुगतान।
खोत को आवंटित गाँव।
गाँव के मुखिया द्वारा किसानों में एकत्रित किया गया एक छोटा उपकर।
खोंतों एंव मुकद्दमों द्वारा जोती गयी भूमि पर राजस्व्।

45 शशगनी सिक्का किस काल में प्रचलित हुआ था? -(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न93)

अलाउद्दीन खिलजी
बलबन
फिरोज शाह तुगलक
सिकंदर लोदी

46 अपने राज्यारोहण के ठिक पुर्व मुक्ति के रूप में सुल्तान इल्तुतमिस के पास निम्नलिखित में सए कौन-सा इक्ता था? यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न94)

कलपी
लखनौती
कालिंजर
बदयूँ

47 अमीर खूसरो के खाजैन-उल फुतूह में किसके सैनिक अभियानों का विवरण है?-(यू.जी.सी. इतिहास पृष्ठ. 371प्रश्न95)

दक्षिण भारत में मलिक काफूर।
मेवात प्रदेश में सुल्तान बलबन।
गुजरात मे मोहम्मद तुगलक्।
उड़ीसा मे फिरोज तुगलक्।