जयंती पटनायक: Difference between revisions

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जयंती पटनायक की प्रारंभिक शिक्षा हरिहर हाई स्कूल, असका से पूरी हुई। इसके बाद में उन्होंने उत्कल विश्वविद्यालय, [[कटक]] से स्नातकोत्तर कला की पढ़ाई पूरी की।
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जयंती पटनायक एक कुशल राजनेता के साथ ही [[साहित्यकार]], अनुवादक एवं सुंदर वक्ता थी। ओडिशा की राजनीति में [[नंदनी सत्पथी]] के बाद उन्होंने दूसरी सर्वाधिक प्रभावशाली महिला नेता के तौर पर खुद को प्रतिष्ठित किया था।
====शिक्षा====
जयंती पटनायक की प्रारंभिक शिक्षा हरिहर हाई स्कूल, असका से पूरी हुई। इसके बाद उन्होंने उत्कल विश्वविद्यालय, कटक से स्नातकोत्तर कला की पढ़ाई पूरी की।
==राजनीतिक कॅरियर==
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Latest revision as of 08:18, 10 April 2024

जयंती पटनायक
पूरा नाम जयंती पटनायक
जन्म 7 अप्रॅल, 1932
जन्म भूमि ग्राम अस्का, गंजाम जिला, उड़ीसा
अभिभावक पिता- निरंजन पटनायक
पति/पत्नी जानकी बल्लभ पटनायक
संतान एक पुत्र व पुत्री
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि प्रथम अध्यक्ष, राष्ट्रीय महिला आयोग
पार्टी भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस
कार्य काल 3 फ़रवरी 1992 से 30 जनवरी 1995

जयंती पटनायक (अंग्रेज़ी: Jayanti Patnaik, जन्म- 7 अप्रॅल, 1932; मृत्यु- 28 सितम्बर, 2022) भारतीय सांसद और सामाजिक कार्यकर्ता थीं। 'राष्ट्रीय महिला आयोग' की प्रथम अध्यक्ष बनने का गौरव उन्हें प्राप्त था। वह ओडिशा के कटक एवं बरहमपुर लोकसभा सीट की पूर्व सांसद थीं। जयंती पटनायक ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री जानकी बल्लभ पटनायक की पत्नी थीं।

परिचय

जयंती पटनायक का जन्म 7 अप्रैल, 1932 को ग्राम अस्का, गंजाम जिला, उड़ीसा में हुआ था। उनके पिता का नाम निरंजन पटनायक था। उन्होंने सन 1953 में जानकी बल्लभ पटनायक से विवाह किया। जानकी बल्लभ पटनायक 1980 से 1989 तक उड़ीसा के मुख्यमंत्री रहे। इनसे उन्हें एक बेटा और दो बेटियां हैं।

जयंती पटनायक एक कुशल राजनेता के साथ ही साहित्यकार, अनुवादक एवं सुंदर वक्ता थी। ओडिशा की राजनीति में नंदनी सत्पथी के बाद उन्होंने दूसरी सर्वाधिक प्रभावशाली महिला नेता के तौर पर खुद को प्रतिष्ठित किया था।

शिक्षा

जयंती पटनायक की प्रारंभिक शिक्षा हरिहर हाई स्कूल, असका से पूरी हुई। इसके बाद उन्होंने उत्कल विश्वविद्यालय, कटक से स्नातकोत्तर कला की पढ़ाई पूरी की।

राजनीतिक कॅरियर

शैलबाला महिला महाविद्यालय एवं उत्कल विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद जयंती पटनायक ने मुंबई स्थित 'टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस' से सामाजिक विज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की थी। सन 1953 में जानकी बल्लभ पटनायक के साथ उनकी शादी हुई। सन 1980 के चुनाव एवं 1985 के चुनाव में कटक लोकसभा सीट से वह संसद के लिए निर्वाचित हुई। इसके बाद 1998 में वह बरहमपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीती थीं।[1]

पहली महिला आयोग अध्यक्ष

प्रदेश की राजनीति के अलावा जयंती पटनायक ने राष्ट्रीय स्तर पर भी अपने सांगठनिक कौशल को प्रतिष्ठित किया था। राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष के तौर पर सन 1988 से 1990 तक आपने सफलता के साथ कार्य किया। देश की पहली महिला आयोग की अध्यक्ष बनने का गौरव जयंती पटनायक के नाम पर है। साल 1992 से 1995 तक जयंती पटनायक राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रहीं। वह लंबे समय तक 'पौरुष' पत्रिका की संपादक थीं तथा अनेक पुस्तकों का ओडिशा में अनुवाद किया।

मृत्यु

जयंती पटनायक की मृत्यु 28 सितम्बर, 2022 को 90 साल की आयु में हुई। उनके निधन पर राज्यपाल गणेशी लाल तथा ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शरद पटनायक, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निरंजन पटनायक, विधायक सौम्य रंजन पटनायक, विधायक सुरेश राउतराय के साथ कई विशिष्ट नेताओं ने शोक प्रकट किया।


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