प्रयोग:फ़ौज़िया4: Difference between revisions
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{[[प्रकाश]] वर्ष होता है? | {[[प्रकाश]] वर्ष होता है? | ||
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+एक वर्ष में प्रकाश द्वारा तय की जाने वाली दूरी | +एक वर्ष में [[प्रकाश]] द्वारा तय की जाने वाली दूरी | ||
-[[पृथ्वी ग्रह|पृथ्वी]] और [[सूर्य ग्रह|सूर्य]] के बीच में औसत दूरी | -[[पृथ्वी ग्रह|पृथ्वी]] और [[सूर्य ग्रह|सूर्य]] के बीच में औसत दूरी | ||
-[[पृथ्वी ग्रह|पृथ्वी]] और [[चन्द्रमा ग्रह|चन्द्रमा]] के बीच में औसत दूरी | -[[पृथ्वी ग्रह|पृथ्वी]] और [[चन्द्रमा ग्रह|चन्द्रमा]] के बीच में औसत दूरी | ||
-[[सूर्य ग्रह|सूर्य]] तथा किसी [[ग्रह]] के बीच में औसत दूरी | -[[सूर्य ग्रह|सूर्य]] तथा किसी [[ग्रह]] के बीच में औसत दूरी | ||
|| | ||बहुत लम्बी दूरियों को मापने के लिए प्रकाश वर्ष का प्रयोग किया जाता है प्रकाश वर्ष दूरी का मात्रक है। 1 प्रकाश वर्ष = 9.46x10<sup>15</sup> मीटर होता है। | ||
{वह काल्पनिक रेखा जो फोकस एवं पोल से गुजरते हुए गोलकार दर्पण पर पड़ती है, वह कहलाती है? | {वह काल्पनिक रेखा जो फोकस एवं पोल से गुजरते हुए गोलकार दर्पण पर पड़ती है, वह कहलाती है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-फोकल लेंथ | -फोकल लेंथ | ||
+ | +मुख्य अक्ष | ||
-एपरचर | -एपरचर | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{अगर किसी वस्तु का | {अगर किसी वस्तु का फ़ोकस अवतल दर्पण पर पड़ता है, तो उसकी छाया कैसी बनेगी? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -फ़ोकस एवं सेंटर ऑफ़ कर्वेचर के मध्य | ||
- | -फ़ोकस एवं पॉल ऑफ़ कॉन्केव दर्पण के मध्य | ||
+अनगिनत | +अनगिनत | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
||अगर किसी वस्तु का | ||अगर किसी वस्तु का फ़ोकस अवतल दर्पण पर पड़ता है तो उसकी छाया अनन्त पर बनेगी। | ||
{पानी के अन्दर हवा का एक बुलबुला किस तरह बर्ताव करता है? | {पानी के अन्दर हवा का एक बुलबुला किस तरह बर्ताव करता है? | ||
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-एक समतल प्लेट | -एक समतल प्लेट | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
|| जब लेंस को ऐसे [[द्रव]] में डुबाया जाता है, जिसका अपवर्तनांक लेंस के अपवर्तनांक से अधिक है। ऐसी स्थिति में | || जब लेंस को ऐसे [[द्रव]] में डुबाया जाता है, जिसका अपवर्तनांक लेंस के अपवर्तनांक से अधिक है। ऐसी स्थिति में फ़ोकस दूरी बढ़ जाती है, जिससे उसकी क्षमता घट जाती है। इसके साथ-साथ लेंस की प्रकृति भी बदल जाती है। अर्थात उत्तल लेंस अवतल की भाँति और अवतल लेंस, उत्तल लेंस की भाँति व्यवहार करने लगता है। इसी प्रकार से पानी के अन्दर का हवा का बुलबुला उत्तल लेंस के समान दिखाई देता है, परन्तु व्यवहार अवतल लेंस के समान करता है। | ||
{इकाइयों की समस्त व्यवस्थाओं में किस इकाई की मात्रा समान होती है? | {इकाइयों की समस्त व्यवस्थाओं में किस इकाई की मात्रा समान होती है? |