चंद्रकांता (लेखिका): Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{सूचना बक्सा साहित्यकार | |||
|चित्र=Chandrakanta-Writer.jpg | |||
|चित्र का नाम=चंद्रकांता | |||
|पूरा नाम=चंद्रकांता | |||
|अन्य नाम= | |||
|जन्म=[[1938]] | |||
|जन्म भूमि=[[श्रीनगर]], [[जम्मू-कश्मीर]] | |||
|मृत्यु= | |||
|मृत्यु स्थान= | |||
|अविभावक= | |||
|पालक माता-पिता= | |||
|पति/पत्नी= | |||
|संतान= | |||
|कर्म भूमि=[[भारत]] | |||
|कर्म-क्षेत्र= | |||
|मुख्य रचनाएँ= | |||
|विषय= | |||
|भाषा= | |||
|विद्यालय= | |||
|शिक्षा= | |||
|पुरस्कार-उपाधि= | |||
|प्रसिद्धि= | |||
|विशेष योगदान= | |||
|नागरिकता=भारतीय | |||
|संबंधित लेख= | |||
|शीर्षक 1= | |||
|पाठ 1= | |||
|शीर्षक 2= | |||
|पाठ 2= | |||
|अन्य जानकारी= | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन= | |||
}} | |||
'''चंद्रकांता''' (जन्म- [[1938]], [[श्रीनगर]], [[जम्मू-कश्मीर]]) [[हिन्दी भाषा]] की आधुनिक कहानीकार व उपन्यासकार हैं। कश्मीरी पंडित परिवार से ताल्लुक रखने वाली चंद्रकांता जी की पहली कहानी वर्ष [[1966]] में 'खून के रेशे' शीर्षक से प्रकाशित हुई थी। [[कश्मीर]] की आवोहवा में पली बढ़ी चंद्रकांता की रचनाओं में कश्मीरियत और कश्मीरी होने के दर्द, दोनों की झलक स्पष्ट रूप से मिलती है। | '''चंद्रकांता''' (जन्म- [[1938]], [[श्रीनगर]], [[जम्मू-कश्मीर]]) [[हिन्दी भाषा]] की आधुनिक कहानीकार व उपन्यासकार हैं। कश्मीरी पंडित परिवार से ताल्लुक रखने वाली चंद्रकांता जी की पहली कहानी वर्ष [[1966]] में 'खून के रेशे' शीर्षक से प्रकाशित हुई थी। [[कश्मीर]] की आवोहवा में पली बढ़ी चंद्रकांता की रचनाओं में कश्मीरियत और कश्मीरी होने के दर्द, दोनों की झलक स्पष्ट रूप से मिलती है। | ||
==कृतियाँ== | ==कृतियाँ== |
Revision as of 06:04, 23 December 2012
चंद्रकांता (लेखिका)
| |
पूरा नाम | चंद्रकांता |
जन्म | 1938 |
जन्म भूमि | श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर |
कर्म भूमि | भारत |
नागरिकता | भारतीय |
इन्हें भी देखें | कवि सूची, साहित्यकार सूची |
चंद्रकांता (जन्म- 1938, श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर) हिन्दी भाषा की आधुनिक कहानीकार व उपन्यासकार हैं। कश्मीरी पंडित परिवार से ताल्लुक रखने वाली चंद्रकांता जी की पहली कहानी वर्ष 1966 में 'खून के रेशे' शीर्षक से प्रकाशित हुई थी। कश्मीर की आवोहवा में पली बढ़ी चंद्रकांता की रचनाओं में कश्मीरियत और कश्मीरी होने के दर्द, दोनों की झलक स्पष्ट रूप से मिलती है।
कृतियाँ
अब तक चंद्रकांता जी के 13 कहानी संग्रह, पाँच कथा संकलन, आठ उपन्यास, एक कविता संग्रह के अलावा दो संस्मरण प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी प्रमुख कृतियाँ इस प्रकार हैं-
- हाशिए की इबारतें'
- 'कथा सतीसर'
- 'पोशनूल की वापसी'
- 'ऐलान गली जिंदा है'
- 'यहाँ वितस्ता बहती'
- 'अपने अपने कोणार्क'
पुरस्कार व सम्मान
चंद्रकांता जी को 'व्यास सम्मान' सहित अन्य कई सम्मानों से भी नवाजा जा चुका है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख