एकार्थ: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
आदित्य चौधरी (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{शब्द संदर्भ लघु | {{शब्द संदर्भ लघु | ||
|हिन्दी=[संस्कृतभाषा एक | |हिन्दी=[संस्कृतभाषा एक <ref>सामान्यतः संस्कृत के दो अवयव शब्दों के बीच में लगने वाला चिह्न जब उसमें से कोई भी उपसर्ग या प्रत्यय न हो।</ref> अर्थ], समानार्थक, समानार्थी, एक ही अर्थ, समान अर्थ। | ||
|व्याकरण=विशेषण- एक ही अर्थ वाला, पुल्लिंग- एक ही वस्तु | |व्याकरण=विशेषण- एक ही अर्थ वाला, पुल्लिंग- एक ही वस्तु | ||
|उदाहरण=वह शब्द या वाक्य जिनका समान अर्थ हो। | |उदाहरण=वह शब्द या वाक्य जिनका समान अर्थ हो। |
Revision as of 12:12, 7 July 2010
हिन्दी | [संस्कृतभाषा एक [1] अर्थ], समानार्थक, समानार्थी, एक ही अर्थ, समान अर्थ। |
-व्याकरण | विशेषण- एक ही अर्थ वाला, पुल्लिंग- एक ही वस्तु |
-उदाहरण | वह शब्द या वाक्य जिनका समान अर्थ हो। |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | एक समान अर्थ होना, एक सा अर्थ होना, समान अर्थ होना |
संस्कृत | एकार्थः, वही वस्तु, वही पदार्थ, वही आशय, वही भाव |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
संबंधित लेख |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सामान्यतः संस्कृत के दो अवयव शब्दों के बीच में लगने वाला चिह्न जब उसमें से कोई भी उपसर्ग या प्रत्यय न हो।