त्रिवेणी नहर: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
नवनीत कुमार (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "khoj.bharatdiscovery.org" to "bharatkhoj.org") |
||
Line 1: | Line 1: | ||
'''त्रिवेणी नहर''' [[भारत]] में [[बिहार]] के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के चंपारन ज़िले में सिंचाई करने के लिये बनाई गई नहर एक है।<ref>{{cite web |url=http:// | '''त्रिवेणी नहर''' [[भारत]] में [[बिहार]] के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के चंपारन ज़िले में सिंचाई करने के लिये बनाई गई नहर एक है।<ref>{{cite web |url=http://bharatkhoj.org/india/%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A5%87%E0%A4%A3%E0%A5%80_%E0%A4%A8%E0%A4%B9%E0%A4%B0|title=त्रिवेणी नहर|accessmonthday=7 अगस्त |accessyear=2015|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=भरतखोज|language=हिन्दी}}</ref> | ||
*यह नहर [[गंडक नदी]] के बाएँ तट से निकाली गई है। | *यह नहर [[गंडक नदी]] के बाएँ तट से निकाली गई है। | ||
*यह प्रणाली दक्षिण-पूर्व में 62 मील तक गई है। | *यह प्रणाली दक्षिण-पूर्व में 62 मील तक गई है। |
Revision as of 12:30, 25 October 2017
त्रिवेणी नहर भारत में बिहार के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के चंपारन ज़िले में सिंचाई करने के लिये बनाई गई नहर एक है।[1]
- यह नहर गंडक नदी के बाएँ तट से निकाली गई है।
- यह प्रणाली दक्षिण-पूर्व में 62 मील तक गई है।
- इस नहर को 1909 ई. में प्रारंभ किया गया था।
- नहर बनने से पहले यह क्षेत्र शुष्क था, लेकिन इस नहर के कारण अब धान, गेहूँ, जौ, गन्ने आदि की खेती यहाँ होने लगी है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ त्रिवेणी नहर (हिन्दी) भरतखोज। अभिगमन तिथि: 7 अगस्त, 2015।
संबंधित लेख