Template:घोड़ा संक्षिप्त परिचय: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
('{{सूचना बक्सा जीव जन्तु |चित्र=Horse-1.jpg |चित्र का नाम=घोड...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
Line 2: Line 2:
|चित्र=Horse-1.jpg
|चित्र=Horse-1.jpg
|चित्र का नाम=घोड़ा
|चित्र का नाम=घोड़ा
|जगत=एनीमेलिया (Animalia)
|जगत=जीव-जंतु
|संघ=कॉर्डेटा (Chordata)
|संघ=कॉर्डेटा (''Chordata'')
|वर्ग=मेमेलिया (Mammalia)  
|वर्ग=मेमेलिया (''Mammalia'')  
|उप-वर्ग=
|उप-वर्ग=
|गण=अर्टिओडाक्टायला (Artiodactyla)
|गण=अर्टिओडाक्टायला (''Artiodactyla'')
|उपगण=
|उपगण=
|अधिकुल=
|अधिकुल=
|कुल=ईक्यूडी (Equidae)
|कुल=ईक्यूडी (''Equidae'')
|जाति=ईक्वस (Equus)
|जाति=ईक्वस (''Equus'')
|प्रजाति=ई. फेरस (E. ferus)
|प्रजाति=ई. फेरस (''E. ferus'')
|द्विपद नाम=
|द्विपद नाम=ईक्वस फेरस (''Equus ferus'')
|संबंधित लेख=
|संबंधित लेख=
|शीर्षक 1=
|शीर्षक 1=विशेष
|पाठ 1=
|पाठ 1=विवाहोत्सव और धार्मिक जलूसों में सजे-धजे घोड़ों को देखकर उत्साह का संचार हो जाता है। [[गुरु गोविन्द सिंह |गुरु गोविन्द सिंह जयंती]], [[महाराणा प्रताप|महाराणा प्रताप जयंती]] और [[रामनवमी]] के शुभ अवसर पर सुसज्जित अश्व भारतीय जनमानस में प्राचीन गौरव को जागृत कर वीरत्व को उत्पन्न करते हैं।
|शीर्षक 2=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|पाठ 2=  
|अन्य जानकारी=घोड़ा मनुष्य से संबंधित संसार का सबसे प्राचीन पालतू स्तनपोषी प्राणी है, जिसने अज्ञात काल से मनुष्य की किसी न किसी रूप में सेवा की है।
|अन्य जानकारी=[[हाथी]] और [[ऊँट]] की भांति [[घोड़ा]] भी उपयोगी पशु है। [[संस्कृत]] में इसे 'अश्व' और [[अंग्रेज़ी]] में 'हॉर्स' (''Horse'') कहा जाता है।  घोड़ा मनुष्य से संबंधित संसार का सबसे प्राचीन पालतू स्तनपोषी प्राणी है, जिसने अज्ञात काल से मनुष्य की किसी न किसी रूप में सेवा की है।
|बाहरी कड़ियाँ=
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
|अद्यतन=
}}
}}
<noinclude>[[Category:घोड़ा]][[Category:साँचे]]</noinclude>
<noinclude>[[Category:घोड़ा]][[Category:साँचे]]</noinclude>

Latest revision as of 08:09, 12 January 2018

घोड़ा संक्षिप्त परिचय
जगत जीव-जंतु
संघ कॉर्डेटा (Chordata)
वर्ग मेमेलिया (Mammalia)
गण अर्टिओडाक्टायला (Artiodactyla)
कुल ईक्यूडी (Equidae)
जाति ईक्वस (Equus)
प्रजाति ई. फेरस (E. ferus)
द्विपद नाम ईक्वस फेरस (Equus ferus)
विशेष विवाहोत्सव और धार्मिक जलूसों में सजे-धजे घोड़ों को देखकर उत्साह का संचार हो जाता है। गुरु गोविन्द सिंह जयंती, महाराणा प्रताप जयंती और रामनवमी के शुभ अवसर पर सुसज्जित अश्व भारतीय जनमानस में प्राचीन गौरव को जागृत कर वीरत्व को उत्पन्न करते हैं।
अन्य जानकारी हाथी और ऊँट की भांति घोड़ा भी उपयोगी पशु है। संस्कृत में इसे 'अश्व' और अंग्रेज़ी में 'हॉर्स' (Horse) कहा जाता है। घोड़ा मनुष्य से संबंधित संसार का सबसे प्राचीन पालतू स्तनपोषी प्राणी है, जिसने अज्ञात काल से मनुष्य की किसी न किसी रूप में सेवा की है।