जे ग़रीब सों हित करें -रहीम: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replacement - " गरीब" to " ग़रीब")
m (गोविन्द राम ने जे गरीब सों हित करें -रहीम पृष्ठ जे ग़रीब सों हित करें -रहीम पर स्थानांतरित किया)
 
(No difference)

Latest revision as of 11:04, 21 April 2018

जे ग़रीब सों हित करें, धनि ‘रहीम’ ते लोग।
कहा सुदामा बापुरो, कृष्ण-मिताई-जोग॥

अर्थ

धन्य हैं वे, जो ग़रीबों से प्रीति जोड़ते है! बेचारा सुदामा क्या द्वारिकाधीश कृष्ण की मित्रता के योग्य था?


left|50px|link=जिहि रहीम तन मन लियो -रहीम|पीछे जाएँ रहीम के दोहे right|50px|link=जो रहीम करबौ हुतो -रहीम|आगे जाएँ

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख