अगाध: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{शब्द संदर्भ लघु | {{शब्द संदर्भ लघु | ||
|हिन्दी=अथाह, बहुत अधिक, असीम, अपार, जैसे- अगाध ज्ञान, जिसे समझ पाना असम्मभव या बहुत कठिन हो, दुर्बोध, बहुत गहरा | |हिन्दी=अथाह, बहुत अधिक, असीम, अपार, जैसे- '''अगाध''' ज्ञान, जिसे समझ पाना असम्मभव या बहुत कठिन हो, दुर्बोध, बहुत गहरा | ||
|व्याकरण=धातु, [[विशेषण]] | |व्याकरण=धातु, [[विशेषण]] | ||
|उदाहरण=सागर में अगाध जल है। | |उदाहरण=सागर में अगाध जल है। | ||
|विशेष=भक्तमहिमा श्रवण करिता। त्रयमुर्ति त्रिगुणात्मका। तुझीया लीला अगाध | |विशेष=भक्तमहिमा श्रवण करिता। त्रयमुर्ति त्रिगुणात्मका। तुझीया लीला '''अगाध ''' असता। वर्णु कशी मी सांग बा? <ref>॥ 13 ॥॥ अध्याय 26 वा॥</ref><ref>{{cite web |url=http://www.ramdattaguru.org/index2.php?tg=ad26 |title=श्रीरामगुरु चरित्र |accessmonthday=18 जुलाई |accessyear=2010 |authorlink= |format= |publisher= |language=संस्कृत}}</ref> | ||
|पर्यायवाची=अगाध्य, अगम्य | |पर्यायवाची=अगाध्य, अगम्य, अतल, अथाह, अनवगाह्य, अपार्य, गहरा, डुबाऊ, तलहीन, थाहहीन, निस्तल, बहुत गहरा, बेअंत, बेहाथ | ||
|संस्कृत=[अ+गाध (थाह लेना) +घञ्] अगाध (विशेषण) [नञ् बहुव्रीहि समास], अथाह, बहुत गहरा, अतल-<ref>अगाध-सलिलात्समुद्रात्-हितोपदेश 1/52</ref>, गंभीर (आलंकारिक), सविवेक, बहुत गहरा- <ref>सत्त्व-रघुवंश 6/21-यस्य ज्ञानं दयासिंधोरगाध्स्यानघा गुणाः-अमरकोश</ref>, अथाह, अबोध्य | |संस्कृत=[अ+गाध (थाह लेना) +घञ्] '''अगाध''' (विशेषण) [नञ् बहुव्रीहि समास], अथाह, बहुत गहरा, अतल-<ref>अगाध-सलिलात्समुद्रात्-हितोपदेश 1/52</ref>, गंभीर (आलंकारिक), सविवेक, बहुत गहरा- <ref>सत्त्व-रघुवंश 6/21-यस्य ज्ञानं दयासिंधोरगाध्स्यानघा गुणाः-अमरकोश</ref>, अथाह, अबोध्य | ||
|अन्य ग्रंथ= | |अन्य ग्रंथ= | ||
}} | }} |
Revision as of 12:19, 10 February 2011
हिन्दी | अथाह, बहुत अधिक, असीम, अपार, जैसे- अगाध ज्ञान, जिसे समझ पाना असम्मभव या बहुत कठिन हो, दुर्बोध, बहुत गहरा |
-व्याकरण | धातु, विशेषण |
-उदाहरण | सागर में अगाध जल है। |
-विशेष | भक्तमहिमा श्रवण करिता। त्रयमुर्ति त्रिगुणात्मका। तुझीया लीला अगाध असता। वर्णु कशी मी सांग बा? [1][2] |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | अगाध्य, अगम्य, अतल, अथाह, अनवगाह्य, अपार्य, गहरा, डुबाऊ, तलहीन, थाहहीन, निस्तल, बहुत गहरा, बेअंत, बेहाथ |
संस्कृत | [अ+गाध (थाह लेना) +घञ्] अगाध (विशेषण) [नञ् बहुव्रीहि समास], अथाह, बहुत गहरा, अतल-[3], गंभीर (आलंकारिक), सविवेक, बहुत गहरा- [4], अथाह, अबोध्य |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
संबंधित लेख |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ॥ 13 ॥॥ अध्याय 26 वा॥
- ↑ श्रीरामगुरु चरित्र (संस्कृत)। । अभिगमन तिथि: 18 जुलाई, 2010।
- ↑ अगाध-सलिलात्समुद्रात्-हितोपदेश 1/52
- ↑ सत्त्व-रघुवंश 6/21-यस्य ज्ञानं दयासिंधोरगाध्स्यानघा गुणाः-अमरकोश