कदमत द्वीप समूह: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "जहाज " to "जहाज़ ") |
||
Line 10: | Line 10: | ||
==जलवायु== | ==जलवायु== | ||
यहाँ का अधिकतम तापमान-32 डिग्री से. और न्यूनतम तापमान- 27डिग्री से. होता है। यहाँ की औसत वार्षिक वर्षा-160 सेमी है। यहाँ के निवासी [[केरल]] के निवासियों से बहुत मिलते-जुलते हैं। यह द्वीप पर्यटकों का स्वर्ग है। मॉनसून के दौरान पानी के | यहाँ का अधिकतम तापमान-32 डिग्री से. और न्यूनतम तापमान- 27डिग्री से. होता है। यहाँ की औसत वार्षिक वर्षा-160 सेमी है। यहाँ के निवासी [[केरल]] के निवासियों से बहुत मिलते-जुलते हैं। यह द्वीप पर्यटकों का स्वर्ग है। मॉनसून के दौरान पानी के जहाज़ की सेवाएं बंद रहती हैं। | ||
==परिवहन== | ==परिवहन== | ||
*अगत्ती में लक्षद्वीप का एकमात्र एयरपोर्ट है। अगत्ती नियमित उड़ानों से [[कोच्चि]] से जुड़ा हुआ है। कोच्चि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा [[भारत]] के लगभग सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है। हेलिकॉप्टर के माध्यम से भी लक्षद्वीप पहुंचा जा सकता है। | *अगत्ती में लक्षद्वीप का एकमात्र एयरपोर्ट है। अगत्ती नियमित उड़ानों से [[कोच्चि]] से जुड़ा हुआ है। कोच्चि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा [[भारत]] के लगभग सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है। हेलिकॉप्टर के माध्यम से भी लक्षद्वीप पहुंचा जा सकता है। | ||
*लक्षद्वीप पहुंचने के लिए पानी का | *लक्षद्वीप पहुंचने के लिए पानी का जहाज़ अच्छा विकल्प है। कोच्चि से कुछ यात्री जहाज़ संचालित होते हैं। जहाज़ के माध्यम से लक्षद्वीप पहुंचने में लगभग 18-20 घन्टे का समय लगता है। मॉनसून के दौरान पानी के जहाज़ की सेवाएं बंद रहती हैं। | ||
==पर्यटन== | ==पर्यटन== | ||
यह द्वीप पर्यटकों का स्वर्ग है। यहाँ का नैसर्गिक वातावरण देश-विदेश के सैलानियों को बरबस अपनी ओर खींच लेता है। प्रदेश में पर्यटन महत्वपूर्ण उद्योग बनता जा रहा है। महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं : [[अगत्ती द्वीप समूह|अगात्ती]], [[बंगारम द्वीप समूह|बंगारम]], [[कलपेनी द्वीप समूह|कलपेनी]], कदमत, [[कवरत्ती द्वीप समूह|कवरत्ती]] और [[मिनीकॉय द्वीप समूह|मिनीकॉय]] आदि। | यह द्वीप पर्यटकों का स्वर्ग है। यहाँ का नैसर्गिक वातावरण देश-विदेश के सैलानियों को बरबस अपनी ओर खींच लेता है। प्रदेश में पर्यटन महत्वपूर्ण उद्योग बनता जा रहा है। महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं : [[अगत्ती द्वीप समूह|अगात्ती]], [[बंगारम द्वीप समूह|बंगारम]], [[कलपेनी द्वीप समूह|कलपेनी]], कदमत, [[कवरत्ती द्वीप समूह|कवरत्ती]] और [[मिनीकॉय द्वीप समूह|मिनीकॉय]] आदि। |
Revision as of 10:17, 12 February 2011
[[चित्र:Kadmat-Island-Lakshadweep.jpg|thumb|250px|कदमत द्वीप समूह, लक्षद्वीप
Kadmat Island, Lakshadweep]]
स्थिति
लक्षद्वीप भारत की मुख्यभूमि से लगभग 400 कि.मी. दूर पश्चिम दिशा में अरब सागर में है। लक्षद्वीप में कुल 36 द्वीप है, किन्तु सिर्फ 7 द्वीपों पर ही जनजीवन है। भारतीय पयर्टक 6 द्वीपों पर जा सकते है जबकि विदेशी पयर्टकों को केवक 2 द्वीप, अगत्ती व बंगाराम पर ही जाने की अनुमति मिलती है। लक्षद्वीप के द्वीपों में कदमत द्वीप समूह शामिल है। यहाँ के कुल 27 द्वीपों में से 11 में आबादी है। ये द्वीप उत्तर में 8 डिग्री और 12 डिग्री, 3, अक्षांश पर तथा पूर्व में 71 डिग्री और 74 डिग्री देशांतर पर केरल तट से लगभग 280 से 480 कि.मी. दूर अरब सागर में फैले हुए हैं।
जनसंख्या
यहाँ की जनसंख्या 5319 के लगभग है।
क्षेत्रफल
कदमत द्वीप 8 कि.मी. लम्बा और 550 मीटर चौड़ा है। इसका कुल क्षेत्रफल 3.20 वर्ग कि.मी. है। इसके पश्चिम के ख़ूबसूरत उथले लैगून वाटर स्पोर्ट्स के शौक़ीनों को बहुत प्रिय हैं। कदमत के पूर्व में एक संकरा लैगून है।
भाषा
यहाँ की मुख्य भाषा मलयालम है। यहाँ की भाषा-मलयालम, म्हाल और अंग्रेज़ी भी बोली जाती है।
जलवायु
यहाँ का अधिकतम तापमान-32 डिग्री से. और न्यूनतम तापमान- 27डिग्री से. होता है। यहाँ की औसत वार्षिक वर्षा-160 सेमी है। यहाँ के निवासी केरल के निवासियों से बहुत मिलते-जुलते हैं। यह द्वीप पर्यटकों का स्वर्ग है। मॉनसून के दौरान पानी के जहाज़ की सेवाएं बंद रहती हैं।
परिवहन
- अगत्ती में लक्षद्वीप का एकमात्र एयरपोर्ट है। अगत्ती नियमित उड़ानों से कोच्चि से जुड़ा हुआ है। कोच्चि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत के लगभग सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है। हेलिकॉप्टर के माध्यम से भी लक्षद्वीप पहुंचा जा सकता है।
- लक्षद्वीप पहुंचने के लिए पानी का जहाज़ अच्छा विकल्प है। कोच्चि से कुछ यात्री जहाज़ संचालित होते हैं। जहाज़ के माध्यम से लक्षद्वीप पहुंचने में लगभग 18-20 घन्टे का समय लगता है। मॉनसून के दौरान पानी के जहाज़ की सेवाएं बंद रहती हैं।
पर्यटन
यह द्वीप पर्यटकों का स्वर्ग है। यहाँ का नैसर्गिक वातावरण देश-विदेश के सैलानियों को बरबस अपनी ओर खींच लेता है। प्रदेश में पर्यटन महत्वपूर्ण उद्योग बनता जा रहा है। महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं : अगात्ती, बंगारम, कलपेनी, कदमत, कवरत्ती और मिनीकॉय आदि।
|
|
|
|
|
संबंधित लेख