राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
कात्या सिंह (talk | contribs) No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट सृजन को सम्मानित करने की अपनी परम्परा का अनुसरण करते हुए [[मध्य प्रदेश]] शासन ने [[हिन्दी]] [[भाषा]] के व्यंग्य, ललित निबन्ध, संस्मरण, रिपोर्ताज, डायरी, पत्र इत्यादि विधाओं में रचनात्मक लेखन के लिए '''राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान''' स्थापित किया है। [[शरद जोशी]] मध्यप्रदेश के निवासी थे। उन्हें उनकी सशक्त और विपुल व्यंग्य रचनाओं ने [[साहित्य]] के राष्ट्रीय परिदृश्य पर प्रतिष्ठित किया। शरद जोशी ने व्यंग्य को नया कलेवर और वैविध्य दिया और समय की विसंगति और विडम्बना को अपनी प्रखर लेखनी से उजागर करते हुए समाज को दृष्टि और दिशा प्रदान करने के लिए सामाजिक रूप से उपयोगी रचनाओं को सृजित किया। उनकी व्यंग्य रचनाओं ने हिन्दी साहित्य की समृद्धि में अपना सुनिश्चित योगदान दिया है। | राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट सृजन को सम्मानित करने की अपनी परम्परा का अनुसरण करते हुए [[मध्य प्रदेश]] शासन ने [[हिन्दी]] [[भाषा]] के व्यंग्य, ललित निबन्ध, संस्मरण, [[रिपोर्ताज]], डायरी, पत्र इत्यादि विधाओं में रचनात्मक लेखन के लिए '''राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान''' स्थापित किया है। [[शरद जोशी]] मध्यप्रदेश के निवासी थे। उन्हें उनकी सशक्त और विपुल व्यंग्य रचनाओं ने [[साहित्य]] के राष्ट्रीय परिदृश्य पर प्रतिष्ठित किया। शरद जोशी ने व्यंग्य को नया कलेवर और वैविध्य दिया और समय की विसंगति और विडम्बना को अपनी प्रखर लेखनी से उजागर करते हुए समाज को दृष्टि और दिशा प्रदान करने के लिए सामाजिक रूप से उपयोगी रचनाओं को सृजित किया। उनकी व्यंग्य रचनाओं ने हिन्दी साहित्य की समृद्धि में अपना सुनिश्चित योगदान दिया है। | ||
== उद्देश्य== | == उद्देश्य== | ||
राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान का उद्देश्य साहित्य की ऐसी विधाओं की श्रेष्ठतम प्रतिभाओं को सम्मानित करना है जो कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक, आलोचना आदि केन्द्रीय विधाओं में रचना न करते हुए भी अन्य सृजानात्मक विधाओं के माध्यम से साहित्य की समृद्धि और बहुलता में अपना योगदान देती हैं। निश्चय ही यह सम्मान रचनात्मक उत्कृष्टता, सुदीर्घ साधना और असाधारण उपलब्धि के निविर्वाद मानदण्डों पर ही देय है। | राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान का उद्देश्य साहित्य की ऐसी विधाओं की श्रेष्ठतम प्रतिभाओं को सम्मानित करना है जो कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक, आलोचना आदि केन्द्रीय विधाओं में रचना न करते हुए भी अन्य सृजानात्मक विधाओं के माध्यम से साहित्य की समृद्धि और बहुलता में अपना योगदान देती हैं। निश्चय ही यह सम्मान रचनात्मक उत्कृष्टता, सुदीर्घ साधना और असाधारण उपलब्धि के निविर्वाद मानदण्डों पर ही देय है। |
Revision as of 10:17, 23 March 2012
राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट सृजन को सम्मानित करने की अपनी परम्परा का अनुसरण करते हुए मध्य प्रदेश शासन ने हिन्दी भाषा के व्यंग्य, ललित निबन्ध, संस्मरण, रिपोर्ताज, डायरी, पत्र इत्यादि विधाओं में रचनात्मक लेखन के लिए राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान स्थापित किया है। शरद जोशी मध्यप्रदेश के निवासी थे। उन्हें उनकी सशक्त और विपुल व्यंग्य रचनाओं ने साहित्य के राष्ट्रीय परिदृश्य पर प्रतिष्ठित किया। शरद जोशी ने व्यंग्य को नया कलेवर और वैविध्य दिया और समय की विसंगति और विडम्बना को अपनी प्रखर लेखनी से उजागर करते हुए समाज को दृष्टि और दिशा प्रदान करने के लिए सामाजिक रूप से उपयोगी रचनाओं को सृजित किया। उनकी व्यंग्य रचनाओं ने हिन्दी साहित्य की समृद्धि में अपना सुनिश्चित योगदान दिया है।
उद्देश्य
राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान का उद्देश्य साहित्य की ऐसी विधाओं की श्रेष्ठतम प्रतिभाओं को सम्मानित करना है जो कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक, आलोचना आदि केन्द्रीय विधाओं में रचना न करते हुए भी अन्य सृजानात्मक विधाओं के माध्यम से साहित्य की समृद्धि और बहुलता में अपना योगदान देती हैं। निश्चय ही यह सम्मान रचनात्मक उत्कृष्टता, सुदीर्घ साधना और असाधारण उपलब्धि के निविर्वाद मानदण्डों पर ही देय है।
पुरस्कार
राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान के अन्तर्गत 51 हज़ार रुपये की राशि और प्रशस्ति पट्टिका दी जाती है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|