सक्रिय ज्वालामुखी: Difference between revisions

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'''सक्रिय ज्वालामुखी''' उन ज्वालामुखी [[पर्वत|पर्वतों]] को कहा जाता है, जिनमें अक्सर उदगार (विस्फोट) होता रहता है। क्योंकि ये ज्वालामुखी सदैव ही क्रियाशील रहते हैं, इसीलिए इन्हें 'सक्रिय ज्वालामुखी' कहा जाता है।
'''सक्रिय ज्वालामुखी''' उन ज्वालामुखी [[पर्वत|पर्वतों]] को कहा जाता है, जिनमें अक्सर उदगार (विस्फोट) होता रहता है। क्योंकि ये ज्वालामुखी सदैव ही क्रियाशील रहते हैं, इसीलिए इन्हें 'सक्रिय ज्वालामुखी' कहा जाता है।
*वर्तमान समय में विश्व में सक्रिय ज्वालामुखियों की संख्या लगभग 500 है।
*वर्तमान समय में विश्व में सक्रिय ज्वालामुखियों की संख्या लगभग 500 है।
*इन ज्वालामुखियों में प्रमुख हैं, [[इटली]] का 'एटना' तथा 'स्ट्राम्बोली'।
*इन ज्वालामुखियों में प्रमुख हैं, [[इटली]] का 'एटना' तथा 'स्ट्राम्बोली'।

Revision as of 09:19, 1 August 2012

thumb|250px|सक्रिय ज्वालामुखी सक्रिय ज्वालामुखी उन ज्वालामुखी पर्वतों को कहा जाता है, जिनमें अक्सर उदगार (विस्फोट) होता रहता है। क्योंकि ये ज्वालामुखी सदैव ही क्रियाशील रहते हैं, इसीलिए इन्हें 'सक्रिय ज्वालामुखी' कहा जाता है।

  • वर्तमान समय में विश्व में सक्रिय ज्वालामुखियों की संख्या लगभग 500 है।
  • इन ज्वालामुखियों में प्रमुख हैं, इटली का 'एटना' तथा 'स्ट्राम्बोली'।
  • स्ट्राम्बोली भूमध्य सागर में सिसली के उत्तर में लिपारी द्वीप पर स्थित है।
  • इसमें सदा प्रज्वलित गैस निकला करती है, जिससे आसपास का भाग प्रकाशित रहता है।
  • इस कारण यह सक्रिय ज्वालामुखी 'भूमध्य सागर का प्रकाश स्तम्भ' कहा जाता है।
  • कुल सक्रिय ज्वालामुखी का अधिकांश प्रशान्त महासागर के तटीय भाग में पाया जाता है।
  • इसी कारण से प्रशान्त महासागर के परिमेखला को 'अग्नि वलय' भी कहते हैं।
  • सबसे अधिक सक्रिय ज्वालामुखी अमेरिका एवं एशिया महाद्वीप के तटों पर स्थित हैं।
  • विश्व की सबसे ऊँचाई पर स्थित सक्रिय ज्वालामुखी 'ओजस डेड सालाडो' (6885 मीटर) एण्डीज पर्वतमाला में अर्जेन्टीना–चिली देश की सीमा पर स्थित है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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