बृहदारण्यकोपनिषद अध्याय-4 ब्राह्मण-5: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
*[[बृहदारण्यकोपनिषद]] के [[बृहदारण्यकोपनिषद अध्याय-4|अध्याय चौथा]] का यह पांचवाँ ब्राह्मण है। | *[[बृहदारण्यकोपनिषद]] के [[बृहदारण्यकोपनिषद अध्याय-4|अध्याय चौथा]] का यह पांचवाँ ब्राह्मण है। | ||
{{main|बृहदारण्यकोपनिषद}} | {{main|बृहदारण्यकोपनिषद}} | ||
*यहाँ [[याज्ञवल्क्य]] और मैत्रेयी संवाद में 'आत्मतत्त्व' की चर्चा की गयी है। ' | *यहाँ [[याज्ञवल्क्य]] और [[मैत्रेयी]] संवाद में 'आत्मतत्त्व' की चर्चा की गयी है। ' | ||
Latest revision as of 09:38, 10 December 2016
- बृहदारण्यकोपनिषद के अध्याय चौथा का यह पांचवाँ ब्राह्मण है।
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- यहाँ याज्ञवल्क्य और मैत्रेयी संवाद में 'आत्मतत्त्व' की चर्चा की गयी है। '
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख