राजधानी एक्सप्रेस: Difference between revisions

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'''राजधानी एक्सप्रेस''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Rajdhani Express'') [[भारतीय रेल]] की एक पैसेंजर रेल सेवा है जो [[भारत]] की राजधानी [[दिल्ली]] को देश के विभिन्न राज्यों की राजधानी से जोड़ती है। सबसे पहले राजधानी एक्सप्रेस की शुरुआत 1969 में तेज चलने वाली ट्रेन सेवा के रूप में की गयी थी जिसकी गति आम रेलों (70 किलोमीटर/प्रति घंटा) की तुलना में काफी अधिक (140 किलोमीटर /घंटा) रखी गयी थी।
'''राजधानी एक्सप्रेस''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Rajdhani Express'') [[भारतीय रेल]] की एक पैसेंजर रेल सेवा है जो [[भारत]] की राजधानी [[दिल्ली]] को देश के विभिन्न राज्यों की राजधानी से जोड़ती है। सबसे पहले राजधानी एक्सप्रेस की शुरुआत 1969 में तेज चलने वाली ट्रेन सेवा के रूप में की गयी थी जिसकी गति आम रेलों (70 किलोमीटर/प्रति घंटा) की तुलना में काफ़ी अधिक (140 किलोमीटर /घंटा) रखी गयी थी।
==विशेषता==
==विशेषता==
इन रेलों को भारतीय रेल सेवा में उच्च वरीयता वाली श्रेणी में रखा गया है। ये ट्रेनें पूरी तरह वातानुकूलित होती हैं। इस पर सफर करने वाले यात्रियों को सोने के लिए बिस्तरों के साथ साथ भोजन भी दिया जाता है जिसकी लागत किराये में शामिल होती है। प्राय: इन सभी ट्रेनों में तीन श्रेणियाँ होती हैं- प्रथम श्रेणी वातानुकूलित, जिसमें 2 से 4 बर्थ होते हैं और इन्हें अंदर से कमरे की तरह बंद किया जा सकता है, द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित, जिसमें दोनों तरफ दो दो बर्थ होते हैं और थोड़ी निजता के लिए पर्दे लगे होते हैं, तृतीय श्रेणी वातानुकूलित, जिसमें दोनों तरफ तीन तीन बर्थ होते हैं और इनमे पर्दे नहीं लगे होते।
इन रेलों को भारतीय रेल सेवा में उच्च वरीयता वाली श्रेणी में रखा गया है। ये ट्रेनें पूरी तरह वातानुकूलित होती हैं। इस पर सफर करने वाले यात्रियों को सोने के लिए बिस्तरों के साथ साथ भोजन भी दिया जाता है जिसकी लागत किराये में शामिल होती है। प्राय: इन सभी ट्रेनों में तीन श्रेणियाँ होती हैं- प्रथम श्रेणी वातानुकूलित, जिसमें 2 से 4 बर्थ होते हैं और इन्हें अंदर से कमरे की तरह बंद किया जा सकता है, द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित, जिसमें दोनों तरफ दो दो बर्थ होते हैं और थोड़ी निजता के लिए पर्दे लगे होते हैं, तृतीय श्रेणी वातानुकूलित, जिसमें दोनों तरफ तीन तीन बर्थ होते हैं और इनमे पर्दे नहीं लगे होते।

Latest revision as of 11:02, 5 July 2017

राजधानी एक्सप्रेस (अंग्रेज़ी: Rajdhani Express) भारतीय रेल की एक पैसेंजर रेल सेवा है जो भारत की राजधानी दिल्ली को देश के विभिन्न राज्यों की राजधानी से जोड़ती है। सबसे पहले राजधानी एक्सप्रेस की शुरुआत 1969 में तेज चलने वाली ट्रेन सेवा के रूप में की गयी थी जिसकी गति आम रेलों (70 किलोमीटर/प्रति घंटा) की तुलना में काफ़ी अधिक (140 किलोमीटर /घंटा) रखी गयी थी।

विशेषता

इन रेलों को भारतीय रेल सेवा में उच्च वरीयता वाली श्रेणी में रखा गया है। ये ट्रेनें पूरी तरह वातानुकूलित होती हैं। इस पर सफर करने वाले यात्रियों को सोने के लिए बिस्तरों के साथ साथ भोजन भी दिया जाता है जिसकी लागत किराये में शामिल होती है। प्राय: इन सभी ट्रेनों में तीन श्रेणियाँ होती हैं- प्रथम श्रेणी वातानुकूलित, जिसमें 2 से 4 बर्थ होते हैं और इन्हें अंदर से कमरे की तरह बंद किया जा सकता है, द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित, जिसमें दोनों तरफ दो दो बर्थ होते हैं और थोड़ी निजता के लिए पर्दे लगे होते हैं, तृतीय श्रेणी वातानुकूलित, जिसमें दोनों तरफ तीन तीन बर्थ होते हैं और इनमे पर्दे नहीं लगे होते।

वर्तमान में लगभग 15 जोड़ी राजधानी एक्सप्रेस गाड़ियाँ चलायी जा रही हैं- जो नयी दिल्ली को अहमदाबाद, बंगलोर, भुवनेश्वर, बिलासपुर, चेन्नई, गुवाहाटी/डिब्रूगढ, राँची, कोलकाता, जम्मू, मुंबई, पटना, सिकंदराबाद तथा त्रिवेंद्रम से जोड़ती है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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