सैयद मुज़फ़्फ़र हुसैन बर्नी: Difference between revisions

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Latest revision as of 08:50, 31 July 2021

सैयद मुज़फ़्फ़र हुसैन बर्नी
पूरा नाम सैयद मुज़फ़्फ़र हुसैन बर्नी
जन्म 14 अगस्त, 1924
मृत्यु 7 फ़रवरी, 2014
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि प्रशासनिक अधिकारी
पद राज्यपाल, मणिपुर- 12 अगस्त, 1981 से 11 जून, 1984 तक
अन्य जानकारी सैयद मुज़फ़्फ़र हुसैन बर्नी 1988 से 1992 तक चतुर्थ एवं पंचम अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष भी रहे।

सैयद मुज़फ़्फ़र हुसैन बर्नी (अंग्रेज़ी: Sayed Muzaffar Hussain Burney, जन्म- 14 अगस्त, 1924; मृत्यु- 7 फ़रवरी, 2014) उड़ीसा कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। आगे चलकर वह राज्य के प्रमुख सचिव बने। वह हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर समेत त्रिपुरा और नागालैंड के भी राज्यपाल रहे थे। 1990-1995 तक सैयद मुज़फ़्फ़र हुसैन बर्नी दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के कुलपति रहे। वह 1988-1992 तक 'राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग' के अध्यक्ष भी रहे।


  • सैयद मुज़फ़्फ़र हुसैन बर्नी त्रिपुरा, नागालैण्ड, हरियाणा एवं हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल तथा भारत के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष थे।
  • वह उत्तर प्रदेश के बरेली महाविद्यालय के पूर्व छात्र थे।
  • सन 1981 और 1984 में उन्होंने नागालैण्ड, त्रिपुरा और मणिपुर के राज्यपाल का पदभार ग्रहण किया तथा 1987 से 1988 तक हिमाचल प्रदेश एवं हरियाणा के राज्यपाल रहे।
  • सैयद मुज़फ़्फ़र हुसैन बर्नी 1988 से 1992 तक चतुर्थ एवं पंचम अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष भी रहे।
  • दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के वह 1990 से 1995 तक कुलाधिपति भी रहे।
  • 7 फ़रवरी, 2014 को 90 वर्ष की आयु में वृद्धावस्था के कारण उनका निधन हो गया।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

  1. पुनर्प्रेषित साँचा:राज्यपाल, उपराज्यपाल व प्रशासक