सत्यब्रत मुखर्जी: Difference between revisions

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सत्यब्रत मुखर्जी (अंग्रेज़ी: Satyabrata Mookherjee, जन्म- 8 मई, 1932; मृत्यु- 3 मार्च, 2023) भारतीय राजनीतिज्ञ और लोकसेवी थे। वह अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में केंद्रीय राज्य मंत्री थे। इसी के साथ वह भारत के पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल भी रहे थे। बंगाल भाजपा के भीतर 'जोलू बाबू' के नाम से जाने वाले सत्यब्रत मुखर्जी 1999 में पार्टी के टिकट पर कृष्णानगर लोकसभा क्षेत्र से ऐसे समय में सांसद चुने गए थे, जब राज्य में भाजपा का कोई जनाधार नहीं था। हालांकि उस वक्त भाजपा यहां तृणमूल (टीएमसी) पार्टी के साथ गठबंधन में थी। सांसद चुने जाने के बाद 1999 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सत्यब्रत मुखर्जी को राज्यमंत्री बनाया गया था। वे वाजपेयी के करीबी नेताओं में माने जाते थे। वर्ष 2024 में भारत सरकार ने सत्यब्रत मुखर्जी को मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया है।

परिचय

सत्यब्रत मुखर्जी का जन्म 8 मई, 1932 को असम (अब बांग्लादेश) के सिलहट में हुआ था। उनकी शिक्षा कलकत्ता यूनिवर्सिटी में हुई थी। इसके अलावा उन्होंने द ऑनरेबल सोसाइटी ऑफ लिंकन इन से बार-एट-लॉ की पढ़ाई की थी। वहीं आगे की पढ़ाई लंदन में रीजेंट स्ट्रीट पॉलिटेक्निक से की। सत्यब्रत मुखर्जी 1999 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर सीट से सांसद चुने गए थे। इससे पहले वह भारत के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल थे। एक समय देश राजनीति में सत्यब्रत मुखर्जी जाना-माना नाम थे। खासकर पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख चेहरे के रूप में उनकी गिनती होती थी।[1]

‘जोलू बाबू’

बंगाल भाजपा में सत्यब्रत मुखर्जी को ‘जोलू बाबू’ के नाम से जाना जाता था। 1999 में वह ऐसे समय में सांसद चुने गए थे, जब बंगाल में भाजपा का कोई जनाधार नहीं था। हालांकि उस समय भाजपा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ गठबंधन में थी। वहीं सांसद बनने के बाद वह तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में राज्यमंत्री बनाए गए थे। वो अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी लोगों में से एक माने जाते थे।

बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष

सत्यब्रत मुखर्जी एक जुझारु नेता थे। बंगाल में अपनी पार्टी के कठिन दौर में भी उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाई। वह 2008 तक प्रदेश अध्यक्ष रहे। वह एक राजनीतिज्ञ के साथ-साथ बड़े जाने माने वकील के रूप में भी प्रसिद्ध थे। वह केंद्र सरकार के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल भी रहे थे।

मृत्यु

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्य मंत्री सत्यब्रत मुखर्जी का निधन 3 मार्च, 2023 को हुआ। उन्होंने 91 साल की उम्र में आवास पर अंतिम सांस ही। बीते काफी समय से वह काफी बीमार चल रहे थे। सन 1999 से 2004 तक वह अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में रसायन और उर्वरक-वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री थे।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. बंगाल के ‘जोलू बाबू’ मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित (हिंदी) tv9hindi.com। अभिगमन तिथि: 30 जनवरी, 2024।

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