महकते गुलशनों में तितलियाँ आती ही आती हैं अगर दिल साफ़ रक्खो नेकियाँ आती ही आती हैं मैं उससे कम ही मिलता हूँ, सुना है मैंने लोगों से ज़ियादा मेल हो तो दूरियाँ आती ही आती हैं सुबह से मनचले यूँ ही तो मडराते नहीं रहते ये पनघट है यहाँ पनहारियाँ आती ही आती हैं मैं कहता हूँ सियासत में तू क़िस्मत आज़मा ही ले तुझे दुनिया की सब मक्कारियाँ आती ही आती हैं कुसूर उसका नहीं, गर वो ख़ुदा ख़ुद को समझता है जो दौलत हो तो ये ख़ुशफ़हमियाँ आती ही आती हैं जुनूने-इश्क़, दर्दे-दिल का कैसा ये गिला पगले जवानी में तो ये बीमारियाँ आती ही आती हैं अगर बत्तीस हो सीना, पुलिस के काम का है तू ज़माने भर की तुझको गालियाँ आती ही आती हैं ‘अकेला’ हक़बयानी ने सड़क पर ला दिया तो क्या भले कामों में कुछ दुश्वारियाँ आती ही आती हैं
अशोक चक्रधर · आलोक धन्वा · अनिल जनविजय · उदय प्रकाश · कन्हैयालाल नंदन · कमलेश भट्ट कमल · गोपालदास नीरज · राजेश जोशी · मणि मधुकर · शरद जोशी · प्रसून जोशी · कुमार विश्वास · डॉ. तुलसीराम · रमाशंकर यादव 'विद्रोही' · बागेश्री चक्रधर