अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय

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अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों शब्दों में वर्तनी सही है, पर बिलकुल अलग-अलग शब्दों के रूप में है। इन का अर्थ-भेद पकड़ने के लिए ‘अंतर्’ और ‘अंतर’ का अंतर स्पष्ट करना जरूरी है। ‘अंतर्’, का अर्थ है ‘अंदर का’ या ‘के मध्य’ या ‘बीच में’। इस का प्रयोग ‘अंतर्द्वद्वं’, ‘अंतर्भूमि’, और ‘अंतर्लीन’ जैसे शब्दों में देखा जा सकता है। यह अंतःकरण’ और ‘अंतः पुर’ जैसे शब्दों में ‘अतः’ के रुप में प्रयुक्त होता है। ‘अंतर्राष्ट्रीय’ और ‘अंतर्देशीय’ शब्दों में ‘अंतर्’, व्यवहृत होने के कारण इन का अर्थ है ‘राष्ट्र के अंदर का’ ‘देश के अंदर का’। डाक-तार-विभाग द्वारा प्रसारित ‘अंतर्देशीय पत्र कार्ड’ केवल ‘देश के भीतर’ चलते हैं। उन पर अंग्रेज़ी में छपे ‘इनलैंड लेटर कार्ड’ की सार्थकता ध्यातव्य है।

उदाहरण

उपर्युक्त शब्दों से व्यतिरेक या विरोध दिखाने वाले शब्द हैं ‘अंतरराष्ट्रीय’ और ‘अंतरदेशीय’, जिन में ‘अंतर्’, नहीं, ‘अंतर’ प्रयुक्त हुआ है। ‘अंतर’ का अर्थ है ‘दूरी’ या ‘बाहर का’ या ‘से भिन्न’। ‘अंतर’ का रुप बदल कर ‘अंतः’ कभी नहीं होता। जब एक राष्ट्र, या देश का दूसरे राष्ट्र या देश से संबंध व्यक्त करना हो, तब ‘अंतरराष्ट्रीय’ या ‘अंतरदेशीय’ विशेषण का प्रयोग होगा। अंग्रेज़ी में ‘इंट्रा-’ (=विदिन=within) और ‘इंटर’- (=बिटवीन=between) लगा कर ‘इंट्रानेशनल’ और ‘इंटरनेशनल’ शब्द बनाए जाते हैं, जिन में से पहले का समानार्थी है ‘अंतर्राष्ट्रीय’ और दूसरे का समानार्थी है ‘अंतरराष्ट्रीय’। एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश के संबंध ‘अंतरप्रदेशीय’, लेकिन ‘अंतर्देशीय’ होंगे। इसी प्रकार, उदाहरण के लिए पाकिस्तान से भारत के ‘अंतरराष्ट्रीय’ संबंध हैं, लेकिन भारत के ‘अंतर्राष्ट्रीय’ मामलों से उसका कोई संबंध नहीं है। प्रतियोगिता या प्रतिस्पर्धा ‘अंतर्महाविद्यालयीन’, ‘अंतर्विश्वविद्यालयीन’ और ‘अंतर्क्षेत्रीय’ भी हो सकती है तथा ‘अंतरमहाविद्यालयीन’, ‘अंतरविश्वविद्यालयीन’, और ‘अंतरक्षेत्रीय’ भी; पाठक को शब्द की वर्तनी देख कर सही अर्थ निकालने में और लेखक को शब्द का अर्थ सोच कर सही वर्तनी लिखने में सावधानी बरतनी पड़ेगी।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. मानक हिन्दी के शुद्ध प्रयोग भाग 1 (हिंदी) भारतीय साहित्य संग्रह। अभिगमन तिथि: 31 दिसम्बर, 2013।

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