पोर्टलैंड फूलदान

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thumb|left|250px|पोर्टलैंड फूलदान पोर्टलैंड फूलदान (अंग्रेज़ी: Portland Vase) एक रोमन कैमियो ग्लास फूलदान है, जो ईस्वी सन 01 से 25 ईस्वी के बीच का माना जाता है। यह रोमन कैमियो ग्लास का सबसे अच्छा ज्ञात टुकड़ा है। 18 वीं शताब्दी की शुरुआत से कई ग्लास और चीनी मिट्टी के बर्तन निर्माताओं के लिए इसने एक प्रेरणा के रूप में कार्य किया है।

  • इंग्लैंड की राजधानी लंदन में ब्रिटिश म्यूजियम है। इस म्यूजियम में दो हजार साल पुराना पोर्टलैंड वास (फूलदान) भी रखा हुआ है। इस फूलदान के पीछे आज भी एक छोटा सा निशान बना है, जो इसके बुरे इतिहास के बारे में हर रोज याद दिलाता है।
  • ये दो हजार साल पुराना पोर्टलैंड फूलदान एक शराबी की गलती की वजह से गिर गया था और इसके 80 से ज्यादा टुकड़े हो गए थे। 7 फ़रवरी, 1845 में ब्रिटिश म्यूजियम में विलियम फ्लॉयड गए। फ्लॉयड बहुत नशे में थे और ग्लास केस से टकरा गए। इसी ग्लास केस में ये पोर्टलैंड फूलदान रखा था।
  • फ्लॉयड को गिरफ्तार कर लिया गया। उनको जब अदालत में पेश किया गया तो उनके वकील ने दलील दी कि फ्लॉयड को जिस कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है, वो कानून 5 पाउंड से ऊपर की चीजें टूटने पर लागू नहीं होता। लिहाजा फ्लॉयड को सिर्फ ग्लास केस तोड़ने का दोषी ठहराया गया और उन पर 3 पाउंड का जुर्माना लगाया गया।[1]
  • बाद में ब्रिटिश म्यूजियम ने जब जांच की तो पता चला कि विलियम फ्लॉयड का असली नाम विलियम मुलकाही था। हालांकि, ब्रिटिश म्यूजियम ने फिर उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, क्योंकि विलियम की मानसिक हालत ठीक नहीं थी।
  • सन 1845 में जब पोर्टलैंड फूलदान टूटा तो उसे उसी वक्त जोड़ा गया, लेकिन पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ। 103 साल बाद 1948 में ये पूरी तरह से ठीक हुआ। 1988 में इसे म्यूजियम में दोबारा डिस्प्ले किया गया। हालांकि, अब भी इसके पीछे टूट का निशान दिखता है।


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