1883
यह पन्ना ग्रेगोरी कलैण्डर के वर्ष ईसवी सन् 1883 का है।
जिसका समकालीन वर्ष (लगभग) विक्रमी संवत के अनुसार 1940 है और राष्ट्रीय शाके के अनुसार 1805 है।
वर्ष ईसवी सन् 1883 में घटी महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
- 17 फ़रवरी - ब्रिटिश साम्राज्य के ख़िलाफ़ हथियारबंद संघर्ष की शुरुआत करने वाले क्रान्तिकारी वासुदेव बलवंत का निधन।
वर्ष ईसवी सन् 1883 में जन्मे व्यक्ति
- 6 जनवरी - ख़लील जिब्रान - विश्व के श्रेष्ठ चिंतक महाकवि के रूप में ख्याति प्राप्त करने वाले महान् दार्शनिक।
- 17 फ़रवरी - वासुदेव बलवंत फड़के - भारतीय क्रांतिकारी
- 18 फ़रवरी - मदन लाल ढींगरा - भारतीय क्रांतिकारी
- 4 मार्च - दरबान सिंह नेगी - प्रथम विश्व युद्ध के दौरान उन चंद भारतीय सैनिकों में से एक थे, जिन्हें ब्रिटिश राज का सबसे बड़ा युद्ध पुरस्कार "विक्टोरिया क्रॉस" मिला था।
- 14 मई - अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर - प्रसिद्ध न्यायविद, अधिवक्ता और शिक्षाशास्त्री थे।
- 28 मई - वीर सावरकर - भाषाविद, बुद्धिवादी, कवि, अप्रतिम क्रांतिकारी, दार्शनिक और ओजस्वी वक़्ता।
- 7 जुलाई - चन्द्रधर शर्मा गुलेरी, प्रसिद्ध साहित्यकार
- 28 जून - शिवप्रसाद गुप्त - हिन्दी के समाचार पत्र 'दैनिक आज' के संस्थापक और प्रसिद्ध क्रान्तिकारी।
- 23 अगस्त - रामचंद्र कृष्ण प्रभु - गांधीजी के अनुयाई और प्रसिद्ध पत्रकार थे।
- 23 अक्टूबर - मिर्ज़ा इस्माइल - सन 1908 में मैसूर के महाराजा के सहायक सचिव थे।
वर्ष ईसवी सन् 1883 में हुए निधन
वर्ष ईसवी सन् 1883 के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव
बाहरी कड़ियाँ
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