अरक्कल महल कन्नूर: Difference between revisions

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*[[केरल]] के शहर [[कन्नूर]] में कई [[कन्नूर पर्यटन|पर्यटन स्थल]] है जिनमें से एक अरक्कल महल है।  
[[चित्र:Arakkal-Palace.jpg|thumb|250px|अरक्कल महल, [[कन्नूर]]]]
*अरक्कल महल कन्नूर नगर से 2 किमी. दूर है।  
'''अरक्कल महल''' [[केरल]] राज्य के [[कन्नूर]] शहर से 2 किमी दूरी पर स्थित है। केरल के एकमात्र मुस्लिम शाही परिवार से संबंध रखने वाला यह महल ऐतिहासिक दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण है। अरक्कल की रानी या बीबी को यह महल समर्पित है। अरक्कल की रानी से सम्बन्धित एक कहानी है जो इस प्रकार है।  
*अरक्कल की रानी या बीबी को यह महल समर्पित है। इस बीवी से सम्बन्धित एक कहानी है जो इस प्रकार है।  
==कहानी==
====<u>कहानी</u>====
15-16वीं [[सदी]] में मूषिका वंशज के चिरक्कल राजा की एक कन्या तालाब में नहा रही थी और पानी में डूबने लगी। संयोगवश उसे एक [[मुस्लिम]] युवक ने देख लिया। पहले तो वह हिचका फिर तालाब में कूद कर राजकुमारी को बाहर निकाल लाया। शरीर को ढ़कने के लिए उसने अपनी [[धोती]] उढ़ा दी। राज दरबार में बात पहुँची। उन दिनों [[मुसलमान]] अछूत होते थे। उसके स्पर्श से राजकुमारी अपवित्र हो गई थी। उस युवक को बुलवाया गया और वह अपने प्राणों की खैर मनाते उपस्थित हो गया। मंत्रियों ने एक और बात कह दी। इस युवक ने राजकुमारी को ओढ़ने के लिए अपनी धोती दी थी और उन दिनों की परम्परा के अनुसार धोती दिया जाना और स्वीकार किया जाना [[विवाह]] का परिचायक था। मजबूरन राजा को अपनी बेटी उस अपेक्षाकृत ग़रीब युवक के हाथ सौपनी पड़ी। राजा ने अरक्कल नामक एक छोटा भूभाग उस युवक के नाम कर दोनों को अलग भिजवा दिया। यहीं से उस मुस्लिम राज वंश की उत्पत्ति बतायी जाती है।  
15-16वीं सदी में मूषिका वंशज के चिरक्कल राजा की एक कन्या तालाब में नहा रही थी और पानी में डूबने लगी। संयोगवश उसे एक मुस्लिम युवक ने देख लिया। पहले तो वह हिचका फिर तालाब में कूद कर राजकुमारी को बाहर निकाल लाया। शरीर को ढ़कने के लिए उसने अपनी धोती उढ़ा दी। राज दरबार में बात पहुँची। उन दिनों [[मुसलमान]] अछूत होते थे। उसके स्पर्श से राजकुमारी अपवित्र हो गई थी। उस युवक को बुलवाया गया और वह अपने प्राणों की खैर मनाते उपस्थित हो गया। मंत्रियों ने एक और बात कह दी। इस युवक ने राजकुमारी को ओढ़ने के लिए अपनी धोती दी थी और उन दिनों की परम्परा के अनुसार धोती दिया जाना और स्वीकार किया जाना विवाह का परिचायक था। मजबूरन राजा को अपनी बेटी उस अपेक्षाकृत गरीब युवक के हाथ सौपनी पड़ी। राजा ने अरक्कल नामक एक छोटा भूभाग उस युवक के नाम कर दोनों को अलग भिजवा दिया। यहीं से उस मुस्लिम राज वंश की उत्पत्ति बतायी जाती है।
*केरल के एकमात्र मुस्लिम शाही परिवार से संबंध रखने वाला यह क़िला ऐतिहासिक दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण है।
*इस मुस्लिम परिवार के नियंत्रण में तटीय इलाके और [[लक्षद्वीप]] थे।
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Latest revision as of 09:26, 3 July 2012

[[चित्र:Arakkal-Palace.jpg|thumb|250px|अरक्कल महल, कन्नूर]] अरक्कल महल केरल राज्य के कन्नूर शहर से 2 किमी दूरी पर स्थित है। केरल के एकमात्र मुस्लिम शाही परिवार से संबंध रखने वाला यह महल ऐतिहासिक दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण है। अरक्कल की रानी या बीबी को यह महल समर्पित है। अरक्कल की रानी से सम्बन्धित एक कहानी है जो इस प्रकार है।

कहानी

15-16वीं सदी में मूषिका वंशज के चिरक्कल राजा की एक कन्या तालाब में नहा रही थी और पानी में डूबने लगी। संयोगवश उसे एक मुस्लिम युवक ने देख लिया। पहले तो वह हिचका फिर तालाब में कूद कर राजकुमारी को बाहर निकाल लाया। शरीर को ढ़कने के लिए उसने अपनी धोती उढ़ा दी। राज दरबार में बात पहुँची। उन दिनों मुसलमान अछूत होते थे। उसके स्पर्श से राजकुमारी अपवित्र हो गई थी। उस युवक को बुलवाया गया और वह अपने प्राणों की खैर मनाते उपस्थित हो गया। मंत्रियों ने एक और बात कह दी। इस युवक ने राजकुमारी को ओढ़ने के लिए अपनी धोती दी थी और उन दिनों की परम्परा के अनुसार धोती दिया जाना और स्वीकार किया जाना विवाह का परिचायक था। मजबूरन राजा को अपनी बेटी उस अपेक्षाकृत ग़रीब युवक के हाथ सौपनी पड़ी। राजा ने अरक्कल नामक एक छोटा भूभाग उस युवक के नाम कर दोनों को अलग भिजवा दिया। यहीं से उस मुस्लिम राज वंश की उत्पत्ति बतायी जाती है।


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