सेरेस: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replace - " नही " to " नहीं ")
 
(7 intermediate revisions by 3 users not shown)
Line 1: Line 1:
*इसकी खोज [[इटली]] के खगोलशास्त्री पियाजी ने किया था।
[[चित्र:ceres.jpeg|thumb|200px|right|सेरस<br />Ceres]]
;सेरेस - सबसे छोटा बौना ग्रह (क्षुद्रग्रह)
*सेरेस यह सबसे छोटा बौना ग्रह है। इसे पहले 1-सेरेस के नाम से क्षुद्रग्रह माना जाता था।
*इसकी कक्षा सूर्य से 4,46,000,000 किमी माना जाता है।
*व्यास - 950 किमी । इसका [[व्यास]] [[बुध ग्रह|बुध]] के व्यास का 1/5 भाग है।
*सेरेस कृषी का रोमन देवता है।
*इसकी खोज [[इटली]] के खगोलशास्त्री गुईसेप्पे पिआज्जी ने 1 जनवरी 1801 मे की थी।
*सेरेस मंगल और बृहस्पति मे मध्य स्थित मुख्य क्षुद्र ग्रह पट्टे मे है। यह इस पट्टे मे सबसे बड़ा पिंड है। सेरेस का आकार और द्रव्यमान उसे गुरुत्व के प्रभाव मे गोलाकार बनाने के लिये पर्याप्त है। अन्य बड़े क्षुद्रग्रह जैसे 2 पलास, 3 जुनो तथा 10 हायजीआ अनियमित आकार के है।
*सेरेस का एक चट्टानी केन्द्रक है और 100 किमी मोटी बर्फ की परत है। यह 100 किमी मोटी परत सेरेस के द्रव्यमान का 23-28 प्रतिशत तथा आयतन का 50प्रतिशत है। यह पृथ्वी पर के ताजे जल से ज्यादा है। इस के बाहर एक पतली धूल की परत है।
*आई. ए. यू. की नई परिभाषा के अनुसार इसे बौने [[ग्रह]] की श्रेणी में रखा गया है, जहाँ पर इसे संख्या 1 से जाना जाएगा।  
*आई. ए. यू. की नई परिभाषा के अनुसार इसे बौने [[ग्रह]] की श्रेणी में रखा गया है, जहाँ पर इसे संख्या 1 से जाना जाएगा।  
*इसका [[व्यास]] [[बुध ग्रह|बुध]] के व्यास का 1/5 भाग है।
*सेरेस की सतह ‘C’ वर्ग के क्षुद्रग्रह के जैसे है। सेरेस पर एक पतले वातावरण के संकेत मीले है।
*अन्य बौने ग्रह हैं, [[चेरॉन]] एवं [[2003 UB 313]] (इरिस)।
*सेरेस तक कोई अंतरिक्ष यान नहीं गया है लेकिन नासा का डान इसकी यात्रा 2015 मे करेगा। नासा अमरीका की स्पेश एजेंसी का नाम है।
*अन्य बौने ग्रह हैं, [[चेरॉन]] एवं 2003 UB 313 (इरिस)।
{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति  
{{लेख प्रगति  
|आधार=
|आधार=

Latest revision as of 12:48, 2 September 2013

thumb|200px|right|सेरस
Ceres

सेरेस - सबसे छोटा बौना ग्रह (क्षुद्रग्रह)
  • सेरेस यह सबसे छोटा बौना ग्रह है। इसे पहले 1-सेरेस के नाम से क्षुद्रग्रह माना जाता था।
  • इसकी कक्षा सूर्य से 4,46,000,000 किमी माना जाता है।
  • व्यास - 950 किमी । इसका व्यास बुध के व्यास का 1/5 भाग है।
  • सेरेस कृषी का रोमन देवता है।
  • इसकी खोज इटली के खगोलशास्त्री गुईसेप्पे पिआज्जी ने 1 जनवरी 1801 मे की थी।
  • सेरेस मंगल और बृहस्पति मे मध्य स्थित मुख्य क्षुद्र ग्रह पट्टे मे है। यह इस पट्टे मे सबसे बड़ा पिंड है। सेरेस का आकार और द्रव्यमान उसे गुरुत्व के प्रभाव मे गोलाकार बनाने के लिये पर्याप्त है। अन्य बड़े क्षुद्रग्रह जैसे 2 पलास, 3 जुनो तथा 10 हायजीआ अनियमित आकार के है।
  • सेरेस का एक चट्टानी केन्द्रक है और 100 किमी मोटी बर्फ की परत है। यह 100 किमी मोटी परत सेरेस के द्रव्यमान का 23-28 प्रतिशत तथा आयतन का 50प्रतिशत है। यह पृथ्वी पर के ताजे जल से ज्यादा है। इस के बाहर एक पतली धूल की परत है।
  • आई. ए. यू. की नई परिभाषा के अनुसार इसे बौने ग्रह की श्रेणी में रखा गया है, जहाँ पर इसे संख्या 1 से जाना जाएगा।
  • सेरेस की सतह ‘C’ वर्ग के क्षुद्रग्रह के जैसे है। सेरेस पर एक पतले वातावरण के संकेत मीले है।
  • सेरेस तक कोई अंतरिक्ष यान नहीं गया है लेकिन नासा का डान इसकी यात्रा 2015 मे करेगा। नासा अमरीका की स्पेश एजेंसी का नाम है।
  • अन्य बौने ग्रह हैं, चेरॉन एवं 2003 UB 313 (इरिस)।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख