चांपा: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replace - "महत्वपूर्ण" to "महत्त्वपूर्ण")
No edit summary
 
(One intermediate revision by the same user not shown)
Line 1: Line 1:
'''चांपा''' [[छत्तीसगढ़]] प्रदेश का एक महत्त्वपूर्ण नगर है। वर्तमान समय में इस नगर को 'कोसा', 'कांसा' और 'कंचन' की नगरी कहा जाता है। प्राचीन काल में चांपा एक ज़मींदारी थी। यहाँ के ज़मींदार नेमसिंह के वंशज अपनी ज़मींदारी सदर मुख्यालय मदनपुरगढ़ से चांपा ले आये थे। चांपा छत्तीसगढ़ राज्य का सबसे गर्म नगर है। औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत [[काग़ज़]] के लिए प्रसिद्ध चांपा में स्थित 'मध्य भारत पेपर मिल' छत्तीसगढ़ राज्य की ही नही, बल्कि भारत की प्रमुख काग़ज़ मिलों में से एक है।
'''चांपा''' [[छत्तीसगढ़]] प्रदेश का एक महत्त्वपूर्ण नगर है। वर्तमान समय में इस नगर को 'कोसा', '[[कांसा]]' और 'कंचन' की नगरी कहा जाता है। प्राचीन काल में चांपा एक ज़मींदारी थी। यहाँ के ज़मींदार नेमसिंह के वंशज अपनी ज़मींदारी सदर मुख्यालय मदनपुरगढ़ से चांपा ले आये थे। चांपा छत्तीसगढ़ राज्य का सबसे गर्म नगर है। औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत [[काग़ज़]] के लिए प्रसिद्ध चांपा में स्थित 'मध्य भारत पेपर मिल' छत्तीसगढ़ राज्य की ही नही, बल्कि भारत की प्रमुख काग़ज़ मिलों में से एक है।


*चांपा नगर छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक महत्त्वपूर्ण जंक्शन है, जो 22.2 अंश उत्तरी [[अक्षांश]] और 82.43 अंश पूर्वी [[देशान्तर|देशांन्तर]] पर स्थित है।
*चांपा नगर छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक महत्त्वपूर्ण जंक्शन है, जो 22.2 अंश उत्तरी [[अक्षांश]] और 82.43 अंश पूर्वी [[देशान्तर|देशांन्तर]] पर स्थित है।
*[[समुद्र]] सतह से 500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित [[हसदो नदी]] के तट पर बसा यह नगर अपने प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है।
*[[समुद्र]] सतह से 500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित [[हसदो नदी]] के तट पर बसा यह नगर अपने प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है।
*कोरबा रोड में मड़वारानी की पहाड़ियाँ, मदनपुर की झांकियाँ, बिछुलवा नाला, केरा झरिया, हनुमान धारा और पीथमपुर के छोटे-बड़े मंदिर चांपा को दर्शनीय बनाते हैं।
*कोरबा रोड में मड़वारानी की पहाड़ियाँ, मदनपुर की झांकियाँ, बिछुलवा नाला, केरा [[झरिया]], हनुमान धारा और पीथमपुर के छोटे-बड़े मंदिर चांपा को दर्शनीय बनाते हैं।
*चांपा का रामबांधा देव-देवियों के मंदिरों से सुशोभित और विशाल वृक्षों से परिवेष्ठित और राजमहल का मनोरम दृश्य है।
*चांपा का रामबांधा देव-देवियों के मंदिरों से सुशोभित और विशाल वृक्षों से परिवेष्ठित और राजमहल का मनोरम दृश्य है।
*यहाँ मित्रता के प्रतीक समलेश्वरी देवी और जगन्नाथ मठ [[उड़ीसा|उड़िया]] [[संस्कृति]] की साक्षी हैं।
*यहाँ मित्रता के प्रतीक समलेश्वरी देवी और जगन्नाथ मठ [[उड़ीसा|उड़िया]] [[संस्कृति]] की साक्षी हैं।

Latest revision as of 14:12, 23 April 2014

चांपा छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक महत्त्वपूर्ण नगर है। वर्तमान समय में इस नगर को 'कोसा', 'कांसा' और 'कंचन' की नगरी कहा जाता है। प्राचीन काल में चांपा एक ज़मींदारी थी। यहाँ के ज़मींदार नेमसिंह के वंशज अपनी ज़मींदारी सदर मुख्यालय मदनपुरगढ़ से चांपा ले आये थे। चांपा छत्तीसगढ़ राज्य का सबसे गर्म नगर है। औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत काग़ज़ के लिए प्रसिद्ध चांपा में स्थित 'मध्य भारत पेपर मिल' छत्तीसगढ़ राज्य की ही नही, बल्कि भारत की प्रमुख काग़ज़ मिलों में से एक है।

  • चांपा नगर छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक महत्त्वपूर्ण जंक्शन है, जो 22.2 अंश उत्तरी अक्षांश और 82.43 अंश पूर्वी देशांन्तर पर स्थित है।
  • समुद्र सतह से 500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हसदो नदी के तट पर बसा यह नगर अपने प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है।
  • कोरबा रोड में मड़वारानी की पहाड़ियाँ, मदनपुर की झांकियाँ, बिछुलवा नाला, केरा झरिया, हनुमान धारा और पीथमपुर के छोटे-बड़े मंदिर चांपा को दर्शनीय बनाते हैं।
  • चांपा का रामबांधा देव-देवियों के मंदिरों से सुशोभित और विशाल वृक्षों से परिवेष्ठित और राजमहल का मनोरम दृश्य है।
  • यहाँ मित्रता के प्रतीक समलेश्वरी देवी और जगन्नाथ मठ उड़िया संस्कृति की साक्षी हैं।
  • डोंगाघाट स्थित श्रीराम पंचायत, वीर बजरंगबली, राधा-कृष्ण का भव्य मंदिर, तपसी बाबा का आश्रम, मदनपुर की महामाया और मनिकादेवी, हनुमान धारा में हनुमान मंदिर, पीथमपुर का कलेश्वरनाथ का मंदिर और कोरबा रोड में मड़वारानी का मंदिर छत्तीसगढ़ी संस्कृति का जीता जागता उदाहरण है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख