परी महल: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
(3 intermediate revisions by 2 users not shown)
Line 1: Line 1:
[[चित्र:Pari-Mahal-Srinagar-1.jpg|thumb|250px|परी महल, [[श्रीनगर]]]]
{{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय
'''परी महल''' [[जम्मू और कश्मीर]] की राजधानी [[श्रीनगर]] में [[डल झील]] के पास स्थित है।
|चित्र=Pari-Mahal-Srinagar-1.jpg
*परी महल को परियों का धाम, 'परी महल बाग़' और 'फेयरी पैलेस' के नाम से भी जाना जाता है।  
|चित्र का नाम=परी महल, श्रीनगर
*परी महल बाग़ अपने प्राचीन स्मारकों के लिए मशहूर है। पहले यह [[:श्रेणी:बौद्ध मठ|बौद्ध मठ]] हुआ करता था, जिसे बाद में [[शाहजहां]] के बड़े बेटे और [[औरंगजेब]] के बड़े भाई [[दारा शिकोह]] ने अपने सूफ़ी शिक्षक मुल्ला शाह के लिए ज्योतिष विज्ञान के विद्यालय में बदल दिया था।
|विवरण='परी महल' [[जम्मू-कश्मीर]] के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह महल अपने प्राचीन स्मारकों के लिए बहुत मशहूर है।
*ऐसी मान्यता है कि पौराणिक समय में यहां झरने हुआ करते थे, जो अब सूख चुके हैं।  
|शीर्षक 1=ज़िला
*परी महल आज के समय में भी जम्मू कश्मीर राज्य का गौरव है।
|पाठ 1=[[श्रीनगर]]
|शीर्षक 2=राज्य
|पाठ 2=[[जम्मू-कश्मीर]]
|शीर्षक 3=निर्माण काल
|पाठ 3=17वीं सदी
|शीर्षक 4=निर्माणकर्ता
|पाठ 4=[[दारा शिकोह]]
|शीर्षक 5=अन्य नाम
|पाठ 5= 'परियों का धाम', 'परी महल बाग़' और 'फेयरी पैलेस'
|शीर्षक 6=
|पाठ 6=
|शीर्षक 7=
|पाठ 7=
|शीर्षक 8=
|पाठ 8=
|शीर्षक 9=
|पाठ 9=
|शीर्षक 10=
|पाठ 10=
|संबंधित लेख=
|अन्य जानकारी=इस बाग़ की कुल लंबाई और चौड़ाई क्रमशः 122 मीटर और 62.5 मीटर है। बाग़ में 6 छत हैं। अन्‍य गार्डन की तरह परी महल में पानी का साधन नहीं है।
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
}}
 
'''परी महल''' [[जम्मू और कश्मीर]] की राजधानी [[श्रीनगर]] में [[डल झील]] के पास स्थित है। यह महल 'चश्म-ए-शाही बाग़' के ऊपरी हिस्से में स्थित है, जिसे 17वीं सदी में बनवाया गया था। इस महल का निर्माण [[मुग़ल]] [[शाहजहाँ|बादशाह शाहजहाँ]] के सबसे बड़े पुत्र [[दारा शिकोह]] द्वारा करवाया गया था।<ref>{{cite web |url= http://hindi.nativeplanet.com/srinagar/attractions/pari-mahal/|title=परी महल, श्रीनगर|accessmonthday= 18 जून|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= नेटिव प्लेनेट|language=हिन्दी}}</ref>
 
*परी महल को 'परियों का धाम', 'परी महल बाग़' और 'फेयरी पैलेस' के नाम से भी जाना जाता है।
*यह महल ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण है। अपने प्राचीन स्मारकों के लिए यह मशहूर है।
*[[दारा शिकोह]] ने अपने सूफ़ी शिक्षक मुल्ला शाह बदाख़्शी के सम्मान में यहां एक बौद्ध मठ का भी निर्माण करवाया था, जिसे बाद में ज्योतिष विज्ञान के विद्यालय में बदल दिया गया।
*ऐसी मान्यता है कि पौराणिक समय में यहां झरने हुआ करते थे, जो अब सूख चुके हैं।
*पहले परी महल, [[खगोल विज्ञान]] और ज्योतिष सीखने का एक केंद्र था।
*इस बाग़ की कुल लंबाई और चौड़ाई क्रमशः 122 मीटर और 62.5 मीटर है। बाग़ में 6 छत हैं। अन्‍य गार्डन की तरह परी महल में पानी का साधन नहीं है।
*यहां पानी के लिए छतों पर टंकी रखी हुई हैं, जिन्‍हे अंडरग्राउंड वॉटर से भरा जाता है।
*बगीचे में एक स्‍प्रींग और एक लॉन है, जहां कई प्रकार के [[फूल]] और [[फल]] अनेक किस्‍मों में लगे हुए हैं।
*छ: छज्‍जों वाला यह बगीचा लाजबाव है, पर्यटकों के लिए यहाँ आकर कुछ हसीन पल बिताना यादगार रहता है।
*परी महल आज के समय में भी [[जम्मू-कश्मीर|जम्मू-कश्मीर राज्य]] का गौरव है।


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
Line 12: Line 48:
चित्र:Pari-Mahal-Srinagar-2.jpg|परी महल, [[श्रीनगर]]
चित्र:Pari-Mahal-Srinagar-2.jpg|परी महल, [[श्रीनगर]]
चित्र:Pari-Mahal-Srinagar-3.jpg|परी महल, [[श्रीनगर]]
चित्र:Pari-Mahal-Srinagar-3.jpg|परी महल, [[श्रीनगर]]
चित्र:Pari-Mahal.jpg|परी महल, [[श्रीनगर]]
चित्र:Dal-Lake-form-Pari-Mahal.jpg|परी महल, [[श्रीनगर]]
चित्र:Pari-Mahal-Srinagar-5.jpg|परी महल, [[श्रीनगर]]
</gallery>
</gallery>
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
Line 18: Line 57:
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थल}}
{{जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थल}}
[[Category:जम्मू और कश्मीर]]
[[Category:जम्मू और कश्मीर]][[Category:जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थल]][[Category:श्रीनगर]][[Category:जम्मू और कश्मीर के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थल]]  
[[Category:श्रीनगर]]  
[[Category:पर्यटन कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

Latest revision as of 07:39, 16 August 2016

परी महल
विवरण 'परी महल' जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह महल अपने प्राचीन स्मारकों के लिए बहुत मशहूर है।
ज़िला श्रीनगर
राज्य जम्मू-कश्मीर
निर्माण काल 17वीं सदी
निर्माणकर्ता दारा शिकोह
अन्य नाम 'परियों का धाम', 'परी महल बाग़' और 'फेयरी पैलेस'
अन्य जानकारी इस बाग़ की कुल लंबाई और चौड़ाई क्रमशः 122 मीटर और 62.5 मीटर है। बाग़ में 6 छत हैं। अन्‍य गार्डन की तरह परी महल में पानी का साधन नहीं है।

परी महल जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में डल झील के पास स्थित है। यह महल 'चश्म-ए-शाही बाग़' के ऊपरी हिस्से में स्थित है, जिसे 17वीं सदी में बनवाया गया था। इस महल का निर्माण मुग़ल बादशाह शाहजहाँ के सबसे बड़े पुत्र दारा शिकोह द्वारा करवाया गया था।[1]

  • परी महल को 'परियों का धाम', 'परी महल बाग़' और 'फेयरी पैलेस' के नाम से भी जाना जाता है।
  • यह महल ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण है। अपने प्राचीन स्मारकों के लिए यह मशहूर है।
  • दारा शिकोह ने अपने सूफ़ी शिक्षक मुल्ला शाह बदाख़्शी के सम्मान में यहां एक बौद्ध मठ का भी निर्माण करवाया था, जिसे बाद में ज्योतिष विज्ञान के विद्यालय में बदल दिया गया।
  • ऐसी मान्यता है कि पौराणिक समय में यहां झरने हुआ करते थे, जो अब सूख चुके हैं।
  • पहले परी महल, खगोल विज्ञान और ज्योतिष सीखने का एक केंद्र था।
  • इस बाग़ की कुल लंबाई और चौड़ाई क्रमशः 122 मीटर और 62.5 मीटर है। बाग़ में 6 छत हैं। अन्‍य गार्डन की तरह परी महल में पानी का साधन नहीं है।
  • यहां पानी के लिए छतों पर टंकी रखी हुई हैं, जिन्‍हे अंडरग्राउंड वॉटर से भरा जाता है।
  • बगीचे में एक स्‍प्रींग और एक लॉन है, जहां कई प्रकार के फूल और फल अनेक किस्‍मों में लगे हुए हैं।
  • छ: छज्‍जों वाला यह बगीचा लाजबाव है, पर्यटकों के लिए यहाँ आकर कुछ हसीन पल बिताना यादगार रहता है।
  • परी महल आज के समय में भी जम्मू-कश्मीर राज्य का गौरव है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

वीथिका

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. परी महल, श्रीनगर (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 18 जून, 2014।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख