कल्याणी सेन: Difference between revisions
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'''कल्याणी सेन''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Kalyani Sen'') दूसरे विश्व युद्ध के दौरान [[भारतीय नौसेना]] की द्वितीय ऑफ़िसर थीं। महिला रॉयल इंडियन नेवी सर्विस की ओर से यूके जाने वाली पहली भारतीय महिला कल्याणी सेन थीं। वे वहाँ महिला नौसेना में ट्रेनिंग और प्रशासन पर एक तुलनात्मक अध्ययन के लिए गई थीं। | '''कल्याणी सेन''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Kalyani Sen'') दूसरे विश्व युद्ध के दौरान [[भारतीय नौसेना]] की द्वितीय ऑफ़िसर थीं। महिला रॉयल इंडियन नेवी सर्विस की ओर से यूके जाने वाली पहली भारतीय महिला कल्याणी सेन थीं। वे वहाँ महिला नौसेना में ट्रेनिंग और प्रशासन पर एक तुलनात्मक अध्ययन के लिए गई थीं। | ||
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thumb|200px|कल्याणी सेन कल्याणी सेन (अंग्रेज़ी: Kalyani Sen) दूसरे विश्व युद्ध के दौरान भारतीय नौसेना की द्वितीय ऑफ़िसर थीं। महिला रॉयल इंडियन नेवी सर्विस की ओर से यूके जाने वाली पहली भारतीय महिला कल्याणी सेन थीं। वे वहाँ महिला नौसेना में ट्रेनिंग और प्रशासन पर एक तुलनात्मक अध्ययन के लिए गई थीं।
- दूसरे विश्व युद्ध की शुरुआत यूरोपीय देशों की लड़ाई के रूप हुई थी। लेकिन जैसे-जैसे यह युद्ध यूरोप से बाहर अफ़्रीका, एशिया में फैला खासकर जापान और अमेरिका के इसमें शामिल होने से इसने विश्व युद्ध का आकार ले लिया।[1]
- विश्व युद्ध में ब्रिटेन के शामिल होने के कारण उस समय ब्रिटेन के उपनिवेश रहे भारत की सेना को भी इसमें शामिल होना पड़ा।
- लाखों भारतीय सैनिकों ने मित्र राष्ट्रों की ओर से इस जंग में हिस्सा लिया, इनमें महिलाएं भी थीं।
- भारतीय नौसेना की द्वितीय ऑफ़िसर कल्याणी सेन दूसरे विश्व युद्ध में शामिल होने के लिए चीफ ऑफिसर मार्गरेट कूपर के साथ स्कॉटलैंड पहुंची थी।
- द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान पहली बार भारतीय नौसेना के अंतर्गत ही महिला रॉयल इंडियन नेवी सर्विस की शुरुआत हुई थी। यह पहला मौका था, जब महिलाओं को नौसेना में मौका दिया गया। हालांकि उन्हें जहाज़ पर काम नहीं दिया गया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ये हैं दूसरे विश्व युद्ध के भूले-बिसरे भारतीय हीरो (हिन्दी) aajtak.intoday.in। अभिगमन तिथि: 31 अक्टूबर, 2011।