चांदीपुर तट: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
(2 intermediate revisions by 2 users not shown)
Line 1: Line 1:
[[चित्र:Chandipur-Sea-Beach.jpg|thumb|250px|चांदीपुर तट, [[उड़ीसा]]]]
{{सूचना बक्सा पर्यटन
'''चांदीपुर तट''' [[उड़ीसा]] राज्य के [[बालेश्वर]] शहर से 16 किमी उत्तर पश्चिम में स्थित है। कसुआरिना के पेड़ों और रेत के टीलों का नजारा यहाँ देखते ही बनता है। इस तट पर घूमने का रोमांच बेहद अलग है।  
|चित्र=Chandipur-Sea-Beach.jpg
*लो-टाइड के समय पानी पांच किलोमीटर पीछे चला जाता है और हाई-टाइड के समय वापस जाता है। इससे दिन के समय सैलानियों के घूमने के लिए कम गहराई की एक जगह बन जाती है।
|चित्र का नाम=चांदीपुर तट, उड़ीसा
|विवरण='चांदीपुर तट' पर कैस्यूराइना के पेड़ों और रेत के टीलों का नज़ारा दर्शनीय होता है। इस तट पर घूमने का रोमांच बेहद अलग है।
|राज्य=[[ओडिशा]]
|केन्द्र शासित प्रदेश=
|ज़िला=
|निर्माता=
|स्वामित्व=
|प्रबंधक=
|निर्माण काल=
|स्थापना=
|भौगोलिक स्थिति=
|मार्ग स्थिति=कलकत्ता-कटक के रास्ते पर बालासोर या [[बालेश्वर]] नाम का एक कस्बा है। बालेश्वर से 16 किमी उत्तर पश्चिम में स्थित है।
|मौसम=
|तापमान=
|प्रसिद्धि=
|कब जाएँ=
|कैसे पहुँचें=
|हवाई अड्डा=
|रेलवे स्टेशन=
|बस अड्डा=
|यातायात=
|क्या देखें=
|कहाँ ठहरें=
|क्या खायें=
|क्या ख़रीदें=
|एस.टी.डी. कोड=
|ए.टी.एम=
|सावधानी=
|मानचित्र लिंक=
|संबंधित लेख=[[समुद्री बीच, पारादीप|समुद्री बीच]], [[बाराबती क़िला]]
|शीर्षक 1=विशेष
|पाठ 1=यह रहस्यमयी समुद्र तट प्रकृति के आश्चर्यों में से एक है। कुछ ही मिनटों के भीतर समुद्र तट का पानी घट जाता है और फिर दो मिनट में ही समुद्र तट पर [[बाढ़]] जैसे नज़ारे की अद्भुत घटना एक बार अनुभव करने के लायक है। ऐसा दिन में दो बार [[ज्वार भाटा|ज्वार-भाटे]] के कारण होता है जो एक निश्चित समय के अंतराल से आता है। भाटे के कारण पानी दूर चला जाता है जबकि ज्वार की वजह से पानी वापस भर जाता है।
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन={{अद्यतन|19:57, 26 अप्रॅल 2018 (IST)}}
}}
'''चांदीपुर तट''', [[उड़ीसा]] राज्य के [[बालेश्वर]] से 16 किमी उत्तर पश्चिम में स्थित है। 'चांदीपुर तट' पर कैस्यूराइना के पेड़ों और रेत के टीलों का नज़ारा दर्शनीय होता है। इस तट पर घूमने का रोमांच बेहद अलग है।  
*यह रहस्यमयी समुद्र तट प्रकृति के आश्चर्यों में से एक है। कुछ ही मिनटों के भीतर समुद्र तट का पानी घट जाता है और फिर दो मिनट में ही समुद्र तट पर [[बाढ़]] जैसे नज़ारे की अद्भुत घटना एक बार अनुभव करने के लायक है। ऐसा दिन में दो बार [[ज्वार भाटा|ज्वार-भाटे]] के कारण होता है जो एक निश्चित समय के अंतराल से आता है। भाटे के कारण पानी दूर चला जाता है जबकि ज्वार की वजह से पानी वापस भर जाता है।
*रेत के टीलों और हरे-हरे कैस्यूराइना के पेड़ों की समुद्र तट पर उपस्थित, चांदीपुर समुद्र तट की मनोरम प्राकृतिक सुंदरता में चार चाँद लगा देती है।
*यहाँ से दो किमी दूर बलरामगढ़ी है जहाँ पर बुधबलंग नदी [[सागर]] में मिलती है।  
*यहाँ से दो किमी दूर बलरामगढ़ी है जहाँ पर बुधबलंग नदी [[सागर]] में मिलती है।  
*यहाँ पर आकर मछुवारों की नाव में [[सैर]] करने का अपना अलग ही मजा है।  
*यहाँ पर आकर मछुवारों की नाव में [[सैर]] करने का अपना अलग ही मजा है।  
* कलकत्ता-कटक के रास्ते पर बालासोर या बालेश्वर नाम का एक कस्बा है। चांदीपुर वहां से आठ मील पूर्व की ओर समुद्र-किनारे बसा हुआ है।




Line 10: Line 52:
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==बाहरी कड़ियाँ==
* [http://hindi.indiawaterportal.org/node/29151 चांदीपुर]
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{उड़ीसा के पर्यटन स्थल}}
{{उड़ीसा के पर्यटन स्थल}}

Latest revision as of 14:29, 26 April 2018

चांदीपुर तट
विवरण 'चांदीपुर तट' पर कैस्यूराइना के पेड़ों और रेत के टीलों का नज़ारा दर्शनीय होता है। इस तट पर घूमने का रोमांच बेहद अलग है।
राज्य ओडिशा
मार्ग स्थिति कलकत्ता-कटक के रास्ते पर बालासोर या बालेश्वर नाम का एक कस्बा है। बालेश्वर से 16 किमी उत्तर पश्चिम में स्थित है।
संबंधित लेख समुद्री बीच, बाराबती क़िला विशेष यह रहस्यमयी समुद्र तट प्रकृति के आश्चर्यों में से एक है। कुछ ही मिनटों के भीतर समुद्र तट का पानी घट जाता है और फिर दो मिनट में ही समुद्र तट पर बाढ़ जैसे नज़ारे की अद्भुत घटना एक बार अनुभव करने के लायक है। ऐसा दिन में दो बार ज्वार-भाटे के कारण होता है जो एक निश्चित समय के अंतराल से आता है। भाटे के कारण पानी दूर चला जाता है जबकि ज्वार की वजह से पानी वापस भर जाता है।
अद्यतन‎

चांदीपुर तट, उड़ीसा राज्य के बालेश्वर से 16 किमी उत्तर पश्चिम में स्थित है। 'चांदीपुर तट' पर कैस्यूराइना के पेड़ों और रेत के टीलों का नज़ारा दर्शनीय होता है। इस तट पर घूमने का रोमांच बेहद अलग है।

  • यह रहस्यमयी समुद्र तट प्रकृति के आश्चर्यों में से एक है। कुछ ही मिनटों के भीतर समुद्र तट का पानी घट जाता है और फिर दो मिनट में ही समुद्र तट पर बाढ़ जैसे नज़ारे की अद्भुत घटना एक बार अनुभव करने के लायक है। ऐसा दिन में दो बार ज्वार-भाटे के कारण होता है जो एक निश्चित समय के अंतराल से आता है। भाटे के कारण पानी दूर चला जाता है जबकि ज्वार की वजह से पानी वापस भर जाता है।
  • रेत के टीलों और हरे-हरे कैस्यूराइना के पेड़ों की समुद्र तट पर उपस्थित, चांदीपुर समुद्र तट की मनोरम प्राकृतिक सुंदरता में चार चाँद लगा देती है।
  • यहाँ से दो किमी दूर बलरामगढ़ी है जहाँ पर बुधबलंग नदी सागर में मिलती है।
  • यहाँ पर आकर मछुवारों की नाव में सैर करने का अपना अलग ही मजा है।
  • कलकत्ता-कटक के रास्ते पर बालासोर या बालेश्वर नाम का एक कस्बा है। चांदीपुर वहां से आठ मील पूर्व की ओर समुद्र-किनारे बसा हुआ है।



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख