मालवीय: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "==संबंधित लेख==" to "==संबंधित लेख== {{पाणिनिकालीन शब्दावली}}") |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "Category:पाणिनिकालीन शब्दावली" to "Category:पाणिनिकालीन शब्दावली Category:पाणिनिकालीन भारत") |
||
Line 13: | Line 13: | ||
{{पाणिनिकालीन शब्दावली}} | {{पाणिनिकालीन शब्दावली}} | ||
[[Category:पाणिनिकालीन शब्दावली]][[Category:प्राचीन भारत का इतिहास]][[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:पाणिनिकालीन शब्दावली]] | ||
[[Category:पाणिनिकालीन भारत]][[Category:प्राचीन भारत का इतिहास]][[Category:इतिहास कोश]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 10:10, 6 May 2018
मालवीय पाणिनि काल में ब्राह्मणों की एक संज्ञा थी।
- पाणिनि सूत्र ब्रह्मणो जानपदाख्यायाम् 5।4।104 से विदित होता है कि भिन्न-भिन्न जनपदों में बस जाने के कारण ब्राह्मणों की विशेष संज्ञाएँ प्रचलित हो गई थीं।
- अवंतिब्रह्म का तो सीधा अर्थ मालवीय ब्राह्मण ही है, किंतु जिस युग का यह मूर्धाभिषिक्त उदाहरण है, उस काल में अवंती जनपद का मालव नाम प्रसिद्ध ना हुआ था। चौथी शती के लगभग गुप्त काल में मध्य प्रदेश मालव कहलाने लगा और तब से अवंतीब्रह्म: के स्थान पर मालवीय यह नया नाम प्रचलित हो गया।[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पाणिनीकालीन भारत |लेखक: वासुदेवशरण अग्रवाल |प्रकाशक: चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी-1 |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 105 |